मोदी–योगी भावनाओं से नहीं, रणनीति से चलते हैं
भारत की राजनीति, वोट-बैंक तंत्र, राष्ट्रीय सुरक्षा और सनातन रक्षा पर विस्तृत विवेचन।
1. बाबरी का झटका — जिसने नेतृत्व की रणनीति हमेशा के लिए बदल दी
6 दिसंबर 1992 — बाबरी संरचना गिरी।
- और उसी शाम उत्तर प्रदेश सरकार गिर गई।
- कांग्रेस ने चार बीजेपी राज्य सरकारों को राष्ट्रपति शासन लगाकर बर्खास्त कर दिया।
- UP ने 2017 तक बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं दिया।
यह नेतृत्व के लिए सबसे बड़ा ऐतिहासिक सबक बना:
- एक भावनात्मक क्षण
- 25 साल की राजनीतिक यात्रा को रोक सकता है।
- एक विशाल धार्मिक आंदोलन ने भारी राजनीतिक कीमत चुकाई।
नेतृत्व ने समझ लिया:
- एक भावुक निर्णय दशकों की मेहनत मिटा सकता है।
इसीलिए आज मोदी–योगी अति–सावधानी और रणनीति अपनाते हैं।
2. मोदी और योगी खुलकर क्यों नहीं बोलते? असली मनोवैज्ञानिक और राजनीतिक सच्चाई
लोग पूछते हैं:
- “मोदी और योगी हिन्दुओं के पक्ष में खुलकर क्यों नहीं बोलते?”
कड़वा लेकिन निर्विवाद सत्य:
- हिन्दू समाज राजनीतिक रूप से अस्थिर है
- हिन्दू भावनाओं पर चलता है, रणनीति पर नहीं
- हिन्दू अक्सर अपने ही हितों को नुकसान पहुंचा देता है
- हिन्दू लंबे संघर्ष को कम आँकता है
- हिन्दू प्रोपेगैंडा का सबसे आसान शिकार है
नेतृत्व यह जानता है:
- हिन्दू सिर्फ कुल्हाड़ी पर पैर ही नहीं मारता — कई बार अपना सिर ही मार लेता है।
- इसलिए वे शोर नहीं करते, वे दीर्घकालिक, स्थायी जीत पर काम करते हैं।
3. कल्याण सिंह अध्याय — साहस था, पर राजनीतिक कीमत बहुत भारी थी
बाबरी आंदोलन से पहले UP ने कल्याण सिंह को बहुमत देकर कहा:
- “राम मंदिर बनाओ।”
उन्होंने कारसेवा की पूरी छूट दी। हज़ारों संत, कार्यकर्ता, संघ स्वयंसेवक लगे रहे।
- सुप्रीम कोर्ट ने पूछा: “क्या आप गारंटी देते हैं कि ढांचा नहीं टूटेगा?”
- उन्होंने लिखित में आश्वासन दिया।
6 दिसंबर 1992
5 लाख लोगों की भीड़ थी। 400 वर्षों पुरानी संरचना 5 घंटे में गिर गई।
परिणाम:
- कल्याण सिंह ने गोली चलाने से मना किया
- उसी शाम इस्तीफा दिया
- एक दिन जेल गए
- कांग्रेस ने 4 BJP सरकारें गिरा दीं
UP में BJP 25 साल तक सत्ता से बाहर रही
सबक:
साहस महत्त्वपूर्ण है, पर रणनीति उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है।
4. आज का सबसे बड़ा खतरा: विपक्ष का वोट–बैंक और एंटी–हिंदू इकोसिस्टम
भारत एक शक्तिशाली, संगठित इकोसिस्टम का सामना कर रहा है:
✔ विपक्षी पार्टियाँ (ठगबंधन)
- पूरी राजनीति मुस्लिम वोट-बैंक पर निर्भर
- सत्ता की उनकी एकमात्र उम्मीद यही वोट-बैंक
- इसलिए वे खुलकर तुष्टिकरण करती हैं
✔ वामपंथी + कट्टरपंथी समूह
- लगातार हिन्दू विरोधी नैरेटिव चलाते हैं
- धर्मांतरण, घुसपैठ, कट्टरपंथ को संरक्षण
✔ लुटियन मीडिया
- राष्ट्रवादी विचारों का मजाक उड़ाती है
- हिन्दू सुरक्षा के मुद्दे दबाती
✔ छद्म-सेकुलर विदेशी लॉबी
- आतंकियों को “पीड़ित” साबित करती
- सनातन संस्कृति को बदनाम करती
इन सबको जोड़ने वाला सूत्र:
- मुस्लिम वोट–बैंक + सत्ता की भूख + सनातन–विरोध
यह इकोसिस्टम भारत की अखंडता, सुरक्षा और संस्कृति के लिए गंभीर खतरा है।
5. समाधान क्या है? ठगबंधन को हर राज्य से हटाना होगा
भारत को सुरक्षित रखने के लिए:
✔ ठगबंधन सरकारों को लोकतांत्रिक तरीके से हटाना होगा
✔ उनकी वोट-बैंक राजनीति का अंत करना होगा
✔ राज्य-दर-राज्य राष्ट्रवाद स्थापित करना होगा
क्योंकि इनके शासन में:
- धर्मांतरण बढ़ते हैं
- अवैध घुसपैठ बढ़ती है
- कट्टरपंथ सुरक्षित होता है
- हिन्दुओं पर हमले बढ़ते हैं
- कानून व्यवस्था ढहती है
एंटी–नेशनल पार्टियों को हटाना सभ्यता का कर्तव्य है।
6. भारत को कड़े, त्वरित कानूनों की जरूरत है
भारत को तुरंत चाहिए:
✔ सख्त धर्मांतरण-निरोधक कानून
- धोखे, लालच और विदेशी फंडिंग रोकने हेतु।
✔ कठोर एंटी-नेशनल कानून
- आंतरिक कट्टरपंथी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने हेतु।
✔ अवैध घुसपैठियों की पहचान और निष्कासन
- जनसांख्यिकीय संतुलन और सुरक्षा हेतु।
ये कानून तभी आएँगे, जब केंद्र में मजबूत राष्ट्रवादी पूर्ण बहुमत होगा।
7. पूर्ण बहुमत क्यों अनिवार्य है?
कमज़ोर या गठबंधन सरकार:
- कानून पास नहीं कर पाती है
- सुरक्षा पर समझौता करती है
- तुष्टिकरण बढ़ाती है
- मीडिया दबाव में आती है
- विकास रुक जाता है
पूर्ण बहुमत वाली सरकार:
✔ सुरक्षा कानून तुरंत लागू कर सकती है
✔ कट्टरपंथ पर कठोर कार्रवाई कर सकती है
✔ सनातन संस्कृति की रक्षा कर सकती है
✔ भारत को स्थाई रूप से मज़बूत बना सकती है
✔ दीर्घकालिक दृष्टि लागू कर सकती है
8. हिन्दू समाज को सक्रिय, जागरूक और सावधान होना ही होगा
सरकार:
- कानून बना सकती है
- ढांचा दे सकती है
लेकिन:
- समाज को खुद अपनी रक्षा करनी होगी।
हिन्दुओं के लिए आवश्यक है:
✔ एकता
✔ जागरूकता
✔ धैर्य
✔ नेतृत्व पर भरोसा
✔ प्रोपेगैंडा से दूरी
✔ परिवार/समाज की सुरक्षा
✔ कानून का सहयोग
✔ कट्टर गतिविधियों पर नज़र
- यही सनातन रक्षा का आधार है।
9. आने वाले 50 वर्ष — भारत का भविष्य तय करेंगे
भारत को ठीक करना है:
- 800 साल की गुलामी
- 70 साल का appeasement
- जनसांख्यिकीय खतरे
- सांस्कृतिक विघटन
इसके लिए चाहिए:
✔ 50 वर्ष की स्थिर राष्ट्रवादी सत्ता
✔ हिन्दू समाज की राजनीतिक परिपक्वता
✔ सामाजिक एकता
✔ सनातन जागरण
- अगर यह नहीं हुआ → भारत पीछे जाएगा।
- अगर यह हुआ → भारत महाशक्ति बनेगा।
- यह राजनीतिक लड़ाई नहीं — यह सभ्यता की लड़ाई है।
- हिन्दुओं को रणनीति, एकता और जागरूकता अपनानी ही होगी।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮
पुराने ब्लॉग्स के लिए कृपया हमारी वेबसाईट www.saveindia108.in पर जाएं।
👉Join Our Channels👈
