15 अगस्त 1947 की रात, जब दिल्ली में आज़ादी का जश्न मनाया जा रहा था, उसी समय पाकिस्तान से अमृतसर पहुँची एक ट्रेन में हजारों हिंदू और सिखों की क्षत-विक्षत लाशें थीं।
- महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ था।
- बच्चों को भालों में गाड़ा गया था।
- पुरुषों के गले काट दिए गए थे।
ट्रेन के अंतिम डिब्बे पर लिखा था —
🩸 “ये गांधी और नेहरू को हमारी ओर से आज़ादी का नजराना है।“
क्या हुआ प्रतिक्रिया में?
- गाँधी और नेहरू ने कुछ नहीं किया। वे मौन रहे।
न कोई प्रतिकार, न कोई बदला, न कोई सेना भेजी गई, न कोई सख्त कदम उठाया गया। - पाकिस्तान तो हैवानियत पर उतर आया था, लेकिन हमारे नेता कायरता की पराकाष्ठा पर थे।
🩸 बंटवारे की सच्चाई — हिन्दुओं का नरसंहार, कांग्रेस का विश्वासघात
बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ था। जिन्ना ने साफ कहा था — “हिन्दू और मुस्लिम एक साथ नहीं रह सकते क्योंकि हमारे धर्म और संस्कृति एक–दूसरे के विपरीत हैं।“
इस आधार पर:
- मुसलमानों के लिए बना था पाकिस्तान।
- लेकिन गांधी–नेहरू ने भारत में मुसलमानों को रोक लिया — वोट-बैंक के लिए।
उन्हें पाकिस्तान भेजने की बजाय भारत में बचाकर रखा गया, ताकि कांग्रेस उन्हें वोट–बैंक के तौर पर इस्तेमाल कर सके।
नतीजा?
- हिन्दुओं का विस्थापन हुआ।
- लाखों मारे गए।
- मंदिर टूटे।
- बहन-बेटियों के साथ घिनौना व्यवहार हुआ।
और ऊपर से गाँधी उपवास पर बैठ गए पाकिस्तान को 55 करोड़ देने के लिए।
ये था गांधी और नेहरू का सेकुलरिज्म — जिसमें हिन्दू की जान की कोई कीमत नहीं थी।
🧠 कांग्रेस की सोच: मुसलमान तुष्टीकरण = वोट पक्का
1947 से अब तक कांग्रेस का एक ही सिद्धांत रहा है:
🔻 “मुसलमानों को खुश रखो, हिन्दुओं को दबाओ।“
- शाह बानो केस – मुस्लिम कट्टरपंथियों को खुश करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया।
- राम मंदिर पर ताले – 40 वर्षों तक कोर्ट का मामला बनाकर रोका।
- हज सब्सिडी, मदरसों का फंडिंग, वक्फ बोर्ड को विशेष अधिकार – ये सब कांग्रेस की देन है।
- CAA, NRC पर मुसलमानों को भड़काना, दंगे भड़काना – और हिन्दुओं को बदनाम करना।
🙏 मोदी जी का आगमन – हिन्दुओं की रक्षा का युग
एक दशक पहले नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार किसी सरकार ने:
- हिन्दू हितों की खुलकर रक्षा की।
- अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण कराया।
- तीन तलाक जैसे कुप्रथा पर प्रतिबंध लगाया।
- कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन को मुद्दा बनाया।
- UCC और CAA जैसे कानून लाने की हिम्मत की।
- वक्फ बोर्ड के कानून पर सवाल उठाए।
लेकिन चुनौतियाँ आज भी वैसी हैं:
- कांग्रेस, AAP, TMC, RJD, SP जैसे दल आज भी मुसलमानों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
- गद्दार हिन्दू, वामपंथी, NGO, कथित सेकुलर पत्रकार और दलाल न्यायिक मंडली हिन्दुओं को कमजोर करने में लगे हैं।
देश में फिर से कट्टरपंथी ताकतें सिर उठा रही हैं।
🔱 अब वक्त आ गया है – हिसाब बराबर करने का
- अब हमें सहन नहीं करना है, बल्कि प्रतिकार करना है।
- हम हिन्दुओं को एकजुट होकर इन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब देना होगा।
- जैसे घोघा (गुजरात) में जवाब दिया गया, जैसे 1984 में खालिस्तानियों को सबक सिखाया गया — वैसा ही सख्त और ज़मीनी जवाब देना होगा।
- गद्दारों को बेनकाब करना होगा — राजनीतिक, सामाजिक और वैचारिक स्तर पर।
🛡️ मोदी टीम ही है हिन्दू समाज और भारत की रक्षक
- अगर कोई शक्ति आज भारत और हिन्दू समाज की रक्षा कर रही है तो वह है मोदी–शाह–योगी–दोभाल की टीम।
- हमें इनका साथ हर कीमत पर देना चाहिए।
- ये सिर्फ एक सरकार नहीं, बल्कि सनातन धर्म, हिन्दू संस्कृति और भारत की आत्मा की रक्षा की अंतिम दीवार हैं।
✊ हिन्दू जागो, एक हो, और अब आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हो जाओ!
❌ अब कोई सेकुलरिज्म नहीं,
❌ अब कोई सहनशीलता नहीं,
❌ अब कोई गंदी राजनीति नहीं —
अब केवल एक मंत्र – “राष्ट्र प्रथम, धर्म सर्वोपरि, और हिन्दू की रक्षा अनिवार्य।“
🕉️ जय श्रीराम | वन्दे मातरम् | भारत माता की जय
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