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भारत की सरकारी नौकरियाँ

भारत की सरकारी नौकरियाँ: सबसे बड़ा सामूहिक भ्रम (Mass Delusion)

आपने सोशल मीडिया पर एक कहानी ज़रूर पढ़ी होगी—गधे और गाजर की।
कहानी कुछ यूँ है कि गधे का मालिक उसके सामने एक गाजर लटका देता है। गधा उसे पाने की लालच में चलता जाता है, लेकिन गाजर कभी उसकी पकड़ में नहीं आती।

अब, ज़रा ठहरिए और सोचिए—क्या यही हाल भारत में सरकारी नौकरियों का नहीं है?
क्या ये नौकरियाँ भी एक गाजर की तरह नहीं हैं, जिन्हें पाने के लालच में करोड़ों युवा अपनी ज़िंदगी बर्बाद कर रहे हैं?

1. सरकारी नौकरी: ‘सुखी जीवनका सबसे बड़ा भ्रम

इसमें कोई संदेह नहीं कि जिन्हें सरकारी नौकरी मिल जाती है, वे राजा जैसी ज़िंदगी जीते हैं।
लेकिन यह भी कटु सत्य है कि सरकारी नौकरियाँ मात्र 2% लोगों को ही मिल सकती हैं।

अब सोचिए:
भारत की 144 करोड़ की आबादी में से केवल 2 करोड़ लोगों को सरकारी नौकरी मिल सकती है।
लेकिन बाकी के 142 करोड़ लोग भी इसी ‘गाजर’ के पीछे दौड़ रहे हैं।

2. इस लालच का भयावह परिणाम

सरकारी नौकरी पाने के इस भ्रम का सबसे भयानक असर यह हुआ कि लोग—

  • भ्रष्ट और आपराधिक प्रवृत्ति के नेताओं को वोट देते हैं,
  • सरकारी भर्ती घोटालों को स्वीकार कर लेते हैं,
  • और अपना आत्मसम्मान तक गिरवी रख देते हैं।

हर पाँच साल में चुनाव आता है, और जनता उन्हीं चाराचोरों, माफिया डॉनों, ठगों, बलात्कारियों, लुटेरों और वामपंथियों को वोट देती है—
सिर्फ इस उम्मीद में कि भर्ती घोटाला करके भी सही, वे हमें सरकारी नौकरी देंगे।

3. सरकारी नौकरी की चाहत: परिवार और समाज की बर्बादी

ट्यूलिप मैनिया को दुनिया का सबसे बड़ा Mass Delusion (सामूहिक भ्रम) कहा जाता है।
लेकिन ट्यूलिप से कोई अपना जीवन, अपना सम्मान और अपना भविष्य नहीं गँवा रहा था।

👉🏼 दुनिया का सबसे बड़ा सामूहिक भ्रम भारत में सरकारी नौकरी की चाहत है।

इस मृगतृष्णा में लोग न सिर्फ अपनी जिंदगी बरबाद कर रहे हैं, बल्कि अपने परिवार की महिलाओं का सम्मान, उनकी सुरक्षा, और अपने बच्चों का भविष्य भी स्वाहा कर रहे हैं।

4. अब क्या करें?

भारत को इस गाजर के पीछे भागने की मानसिकता से बाहर आना होगा।

  • स्वरोज़गार को प्राथमिकता दें।
  • उद्यमिता (Entrepreneurship) को बढ़ावा दें।
  • कौशल विकास (Skill Development) को अपनाएँ।
  • संभावनाओं के नए क्षेत्रों में करियर तलाशें।

अगर हम इसी भ्रम में गधे की तरह गाजर के पीछे दौड़ते रहेंगे, तो हम खुद को और अपने भविष्य को अंधकार में धकेलते रहेंगे।

🚩 समय आ गया है कि हम अपनी मानसिकता बदलें और खुद को एक नई दिशा दें! 🚩

जय भारत! जय हिन्द!!

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