भारत में जबरन धर्मांतरण – चाहे वह ईसाई मिशनरियों द्वारा पंजाब, पूर्वोत्तर और आदिवासी क्षेत्रों में हो या जिहादी रणनीतियों के माध्यम से – भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के लिए गंभीर चुनौती है। यह सिर्फ धार्मिक परिवर्तन नहीं बल्कि हिंदू सभ्यता को कमजोर करने, सामाजिक एकता को तोड़ने और राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की एक साजिश है। राष्ट्र–विरोधी और सनातन–विरोधी शक्तियाँ, जिनमें कुछ राजनीतिक दल और वामपंथी समूह शामिल हैं, इन गतिविधियों को खुलेआम समर्थन दे रहे हैं।
1. ईसाई मिशनरियों का खतरा: पंजाब, पूर्वोत्तर और आदिवासी क्षेत्र
(A) पंजाब में ईसाई धर्मांतरण
✅ सिखों और हिंदुओं का बड़े पैमाने पर ईसाईकरण – आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को निशाना बनाया जाता है।
✅ झूठे चमत्कार और धोखाधड़ी – नकली चंगाई सभाएँ और धन का लालच देकर धर्मांतरण कराया जाता है।
✅ विदेशी फंडिंग से संचालित NGO – सेवा कार्य के नाम पर हिंदू और सिख परंपराओं को मिटाने की साजिश।
✅ राजनीतिक समर्थन – कांग्रेस और AAP के सहयोग से पंजाब में हिंदू विरोधी भावनाएँ तेज हुईं।
(B) पूर्वोत्तर भारत का ईसाईकरण
✅ सुनियोजित धर्मांतरण – नागालैंड, मिजोरम और मेघालय में 85% से अधिक आबादी ईसाई बन चुकी है।
✅ स्थानीय धर्मों का उन्मूलन – सनमाही, डोनी-पोलो जैसे आदिवासी धर्मों को मिटाया जा रहा है।
✅ राष्ट्र–विरोधी गतिविधियों का केंद्र – चर्च अलगाववादी और भारत-विरोधी आंदोलनों को समर्थन देते हैं।
✅ विदेशी फंडिंग – अमेरिका और यूरोप से आने वाले अरबों डॉलर इस धर्मांतरण को बढ़ावा देते हैं।
(C) मध्य भारत के आदिवासियों को निशाना बनाना
✅ फर्जी प्रचार द्वारा धर्मांतरण – मिशनरियों द्वारा हिंदू धर्म को पिछड़ा और ईसाई धर्म को आधुनिक बताया जाता है।
✅ हिंदू मंदिरों पर हमले – जनजातीय देवताओं का अपमान किया जाता है और उनकी पूजा को “अंधविश्वास” बताकर बंद करवाया जाता है।
✅ झारखंड, छत्तीसगढ़, और ओडिशा में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण – इससे आदिवासी समुदायों में फूट और सामाजिक तनाव बढ़ रहा है।
2. जिहादी धर्मांतरण और जनसंख्या विस्तार की रणनीति
(A) लव जिहाद और महिलाओं को निशाना बनाना
✅ हजारों लव जिहाद के मामले – मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को प्रेम-जाल में फँसाकर इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर करते हैं।
✅ धोखे से शादी और जबरदस्ती धर्मांतरण – महिलाओं को शारीरिक हिंसा और धमकी दी जाती है।
✅ कट्टरपंथी संगठनों की संलिप्तता – PFI जैसे संगठन लव जिहाद को आर्थिक सहायता देते हैं।
(B) पैसों और धमकियों द्वारा बड़े पैमाने पर धर्मांतरण
✅ पश्चिम बंगाल, केरल और उत्तर प्रदेश में बढ़ती इस्लामी धर्मांतरण गतिविधियाँ।
✅ रोजगार और आर्थिक मदद का लालच – कई इलाकों में हिंदुओं को आर्थिक रूप से कमजोर कर इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया जाता है।
✅ धार्मिक विद्वेष फैलाना – हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर उनके अस्तित्व को चुनौती दी जाती है।
(C) आतंकवादी संगठनों और इस्लामी कट्टरता का समर्थन
✅ PFI, SIMI और जमात–ए–इस्लामी जबरन धर्मांतरण और हिंसा को बढ़ावा देते हैं।
✅ हिंदू मंदिरों और त्योहारों पर हमले – इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा धार्मिक आयोजनों में व्यवधान डाला जाता है।
✅ बंगाल, केरल और असम में जिहादी गतिविधियाँ – इन राज्यों में हिंदुओं को जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया जा रहा है।
3. धर्मांतरण को समर्थन देने वाली राष्ट्र–विरोधी ताकतें
(A) राजनीतिक संरक्षण
✅ कांग्रेस, AAP, TMC और वामपंथी दलों ने हमेशा ईसाई और इस्लामी धर्मांतरण को समर्थन दिया है।
✅ हिंदू–विरोधी कानून बनाए जाते हैं जबकि अल्पसंख्यकों को तुष्टिकरण के माध्यम से फायदा दिया जाता है।
(B) न्यायपालिका और मीडिया का हिंदू–विरोधी रुख
✅ धर्मांतरण की वास्तविकता को “धार्मिक स्वतंत्रता” का नाम देकर मीडिया द्वारा हिंदू विरोधी नैरेटिव गढ़ा जाता है।
✅ अदालतों में कई फैसले हिंदू–विरोधी होते हैं और जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए बनाए गए कानूनों को चुनौती दी जाती है।
4. सनातन धर्म के विरुद्ध वैश्विक षड्यंत्र
(A) पश्चिमी ईसाई फंडिंग और ‘ब्रेकिंग इंडिया‘ रणनीति
✅ अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप से अरबों डॉलर चर्च और मिशनरियों को दिए जाते हैं।
✅ ‘ब्रेकिंग इंडिया‘ ताकतें भारत को जाति, धर्म और क्षेत्र के आधार पर विभाजित करना चाहती हैं।
(B) इस्लामी कट्टरता और वैश्विक जिहाद नेटवर्क
✅ मध्य पूर्व से आने वाले पेट्रोडॉलर का इस्तेमाल भारत में इस्लामीकरण को बढ़ावा देने में किया जाता है।
✅ मदरसे और मस्जिदें विदेशी फंडिंग से कट्टरपंथी विचारधारा फैलाने का केंद्र बन गए हैं।
5. जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए आवश्यक कदम
(A) सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून लागू करें
✔ देशभर में जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए कठोर कानून लागू किए जाएँ।
✔ विदेशी फंडिंग को नियंत्रित किया जाए और जबरन धर्मांतरण में लिप्त संगठनों को प्रतिबंधित किया जाए।
(B) हिंदुओं को जागरूक करें और धार्मिक पहचान को मजबूत करें
✔ ग़रीब और आदिवासी हिंदुओं को धर्मांतरण के ख़तरों के बारे में शिक्षित किया जाए।
✔ ‘घर वापसी‘ कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जाए।
(C) हिंदू समाज को संगठित और सशक्त करें
✔ संघर्ष कर रहे हिंदू परिवारों को कानूनी और वित्तीय सहायता दी जाए।
✔ स्वरक्षा और आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जाए।
सनातन धर्म की रक्षा, भारत की रक्षा
अगर जबरन धर्मांतरण को नहीं रोका गया तो:
⚠ हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएँगे।
⚠ भारत की संस्कृति और धर्म मिट जाएगा।
⚠ राष्ट्रीय अखंडता टूट जाएगी।
🚩 अब समय आ गया है कि हिंदू समाज एकजुट होकर सनातन धर्म की रक्षा करे! 🚩