भारत दोराहे पर
“जब कोई नेता राष्ट्र के लिए खड़ा होता है, तो व्यवस्था पर पलने वाले सारे भ्रष्ट लोग उसके खिलाफ खड़े हो जाते हैं।”
भारत दोराहे पर खड़ा है—एक ओर विकास, सुरक्षा, संस्कृति और आत्मगौरव का मार्ग है, वहीं दूसरी ओर वे ताकतें हैं जो परिवारवाद, तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार के भरोसे सत्ता में बनी रहीं। आज का राष्ट्रपुनरुत्थान इन्हीं स्वार्थी ताकतों को असहज कर रहा है।
इस डर से जन्म हुआ है एक हताश ‘घमंडी गठबंधन’ का —
जिसमें शामिल हैं:
- कांग्रेस और विपक्ष की विफल पार्टियाँ
- विदेशी चंदे पर पलने वाले NGO
- वामपंथी मीडिया और कथित बुद्धिजीवी
- इस्लामी कट्टरपंथी तत्व और हिंदू-विरोधी एजेंडा चलाने वाली लॉबी
इनका लक्ष्य स्पष्ट है — झूठ फैलाकर जनता को गुमराह करना, मोदी सरकार को बदनाम करना और किसी भी कीमत पर सत्ता में लौटना।
🔻 1. झूठे नैरेटिव के ज़रिए मोदी सरकार की उपलब्धियों को बदनाम करना
✈️ उदाहरण: G20 अध्यक्षता
- 200 से अधिक शहरों में सफल आयोजन
- अफ्रीकी संघ को G20 में शामिल कराना
- दिल्ली घोषणापत्र का सर्वसम्मति से पारित होना
✅ फिर भी विपक्ष ने इसे “पीआर स्टंट” कहा — देश की प्रतिष्ठा की भी परवाह नहीं की।
🚄 उदाहरण: वंदे भारत ट्रेन और बुनियादी ढाँचा
- दर्जनों वंदे भारत ट्रेनें — स्वदेशी, तेज़, आधुनिक
- रिकॉर्ड हाईवे, बॉर्डर रोड्स और हवाईअड्डे
- अयोध्या में विश्व का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन निर्माणाधीन
✅ फिर भी कांग्रेस ने इसे “रंग-रोगन” कहा — विकास को मज़ाक बना दिया।
🚄 उदाहरण: वंदे भारत ट्रेन और बुनियादी ढाँचा
- दर्जनों वंदे भारत ट्रेनें — स्वदेशी, तेज़, आधुनिक
- रिकॉर्ड हाईवे, बॉर्डर रोड्स और हवाईअड्डे
- अयोध्या में विश्व का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन निर्माणाधीन
✅ फिर भी कांग्रेस ने इसे “रंग-रोगन” कहा — विकास को मज़ाक बना दिया।
🔻 2. कांग्रेस के पतनशील अतीत को झूठ से महिमामंडित करना
💣 उदाहरण: राष्ट्रीय सुरक्षा
कांग्रेस दावा करती है कि वो “शांतिप्रिय” शासन देती थी, जबकि:
- कश्मीर दशकों तक जलता रहा
- 2004–2014 के बीच 400+ बम धमाके
- 26/11 के बाद पाकिस्तान को जवाब तक नहीं दिया
- बाटला हाउस एनकाउंटर पर आतंकियों का समर्थन किया, शहीद इंस्पेक्टर को न्याय नहीं
✅ मोदी सरकार ने:
- सर्जिकल स्ट्राइक (2016)
- बालाकोट एयर स्ट्राइक (2019)
- अनुच्छेद 370 हटाकर कश्मीर को एक किया
ऑपरेशन सिंदूर के द्वारा पाकिस्तान के आतंकी संगठनों को समूल नष्ट किया
🚫 उदाहरण: तुष्टीकरण की राजनीति
- तीन तलाक कानून का विरोध
- CAA का विरोध (जहाँ पाकिस्तान-बांग्लादेश से आए हिंदू शरणार्थियों की मदद की गई)
- राम मंदिर पर अड़चन
- कर्नाटक में हिंदू ओबीसी आरक्षण को हटाकर मुसलमानों को देना
✅ मोदी सरकार ने “सबका साथ, सबका विकास” की नीति पर बिना तुष्टीकरण के काम किया।
🔻 3. हर त्रासदी पर गिद्ध राजनीति (Vulture Politics)
🔥 उदाहरण: मणिपुर हिंसा
मोदी को दोष देने की होड़, लेकिन बंगाल में हिंदू नरसंहार, केरल में लव जिहाद, पंजाब में खालिस्तानी हिंसा पर मौन।
🌾 उदाहरण: किसान आंदोलन
- ₹6,000/वर्ष सीधे खाते में भेजा जा रहा
- रिकॉर्ड MSP भुगतान
- विरोध में विदेशी फंडिंग वाले खालिस्तानी तत्व शामिल थे
✅ लेकिन कांग्रेस ने सिर्फ मोदी को “अभिनेता” कहने का काम किया।
🇮🇳 जनता ने देखा है — कौन देता है और कौन सिर्फ बोलता है
✅ मोदी युग (2014–2025)
- 11 वर्षों में एक भी घोटाला नहीं
- रिकॉर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर
- 10 करोड़ से अधिक आवास
- 11 करोड़ से अधिक किसानों को सहायता
- ऑपरेशन सिंदूर, रक्षा आत्मनिर्भरता, डिजिटल शक्ति
❌ कांग्रेस युग (1947–2014)
- घोटाले (2G, CWG, कोलगेट)
- इमरजेंसी, मीडिया सेंसरशिप
- राष्ट्र की सुरक्षा और संस्कृति से खिलवाड़
केवल परिवार बचाओ, भारत नहीं
🕉️ यह केवल चुनाव नहीं — यह धर्म युद्ध है
इस युद्ध में दो पक्ष हैं:
🔹 भारत प्रथम बनाम परिवार प्रथम
🔹 सनातन धर्म बनाम तुष्टीकरणवाद
🔹 सच्चा विकास बनाम झूठा नैरेटिव
आज जो लोग:
- जय श्रीराम का अपमान करते हैं
- राम मंदिर का विरोध करते हैं
- हिंदू त्योहारों को “प्रदूषण” कहते हैं
- और भारत को “टूटे देश” की तरह दिखाना चाहते हैं
…उन्हें फिर से सत्ता में नहीं आने देना है।
📣 जनता से आह्वान: सच्चाई को फैलाइए, झूठ को बेनकाब करिए
🙏 अब समय है:
- सतर्क और जागरूक रहने का
- सत्य के पक्ष में खड़े होने का
- राष्ट्र, धर्म और संस्कृति की रक्षा का
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
अधिक ब्लॉग्स के लिए कृपया www.saveindia108.in पर जाएं।
👉Join Our Channels👈