एक प्रमुख वंशवादी नेता — “छिपे इस्लामी एजेंडे का मुखौटा”
🔸 यह कोई साधारण नेता नहीं, बल्कि भारत को अस्थिर करने के एक वैश्विक प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
🔸 50 से अधिक इस्लामी देशों और चर्च आधारित राष्ट्रों के साथ मिलकर भारत को अंदर से कमजोर करने का एजेंडा चला रहा है।
🔸 इनकी यात्राएँ सांप्रदायिक रूप से एक खास वर्ग को एकजुट करने के लिए होती हैं — खासकर मुस्लिम बहुल जिलों के माध्यम से।
🔸 उद्देश्य होता है मस्जिदों-मदरसों से नेटवर्क बनाकर हिंदू मतदाता को भ्रमित करना।
विपक्ष के कुछ अन्य चेहरों की भूमिका — सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और देश-विरोधी एजेंडों के सह-साजिशकर्ता
एक पूर्वी राज्य की महिला प्रमुख:
🔹 इस राज्य को इस्लामी कट्टरता का गढ़ बना दिया है।
🔹 ओबीसी आरक्षण में गुप्त रूप से एक विशेष समुदाय को लाभ पहुंचाने की कोशिश।
🔹 सांप्रदायिक हिंसा, बमबारी और हिंदू नरसंहारों पर चुप्पी साधे रहती हैं।
एक विरोधी दल के प्रमुख:
🔹 शासनकाल में आतंकवादियों पर चल रहे मुकदमे वापस लिए गए।
🔹 केवल मुस्लिम तुष्टिकरण और जातिगत ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं।
🔹 विभाजन के प्रतीकों की प्रशंसा करने वाले लोगों को बढ़ावा देते हैं।
एक दिल्ली आधारित पार्टी का प्रमुख:
🔹 मुफ्त योजनाओं के नाम पर एक वर्ग विशेष को वोट बैंक बनाया।
🔹 मंदिरों और हिंदू त्योहारों पर टैक्स, जबकि मस्जिदों के लिए मुफ्त सरकारी अनुदान।
🔹 शाहीन बाग जैसे आंदोलनों को परोक्ष समर्थन।
बड़ी साजिशों की प्रमुख रणनीतियाँ:
🔹 जाति, भाषा, क्षेत्र के नाम पर हिंदुओं को बाँटना।
🔹 राम, कृष्ण, और सनातन प्रतीकों का अपमान कर धार्मिक भावनाओं को आहत करना।
🔹 मदरसों के नेटवर्क से बच्चों को कट्टरपंथी विचारधारा में ढालना।
🔹 फर्जी नैरेटिव फैलाना — EVM पर शक, संविधान खतरे में, लोकतंत्र समाप्त हो गया है, प्रधानमंत्री तानाशाह है इत्यादि।
हिंदुओं के लिए चेतावनी और आह्वान:
🔸 अगर अब भी न जागे तो भारत आने वाले वर्षों में इस्लामी राष्ट्र बनने की कगार पर होगा।
🔸 इन शक्तियों का मुख्य उद्देश्य है — सत्ता पर कब्जा, चाहे देश टूटे, हिंदू मरे या भारत जल जाए — उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
🔸 अगर आप राष्ट्रवादी ताकतों को वोट नहीं देते और इन विपक्षी गुटों का समर्थन करते हैं — तो यह आपके बच्चों के भविष्य के खिलाफ आत्मघाती कदम होगा।
✅ क्यों केवल एक राष्ट्रवादी नेतृत्व ही विकल्प है?
🔸 राम मंदिर, काशी-मथुरा पुनर्निर्माण, CAA, NRC, UCC जैसे निर्णय हिंदुओं के हित में।
🔸 आतंकवाद पर कड़ा प्रहार, सीमा सुरक्षा और आत्मनिर्भर रक्षा नीति।
🔸 वैश्विक मंचों पर भारत की गरिमा बढ़ी, अमेरिका, रूस, इज़रायल जैसे राष्ट्रों से मजबूत गठजोड़।
अब नहीं जागे तो बहुत देर हो जाएगी!
“मंदिर में घंटी बजाने से कुछ नहीं होगा, जब तक चुनाव में सही बटन नहीं दबाओगे।”
हमें जाति, क्षेत्र और भाषा से ऊपर उठकर सिर्फ “हिंदू” बनकर राष्ट्रहित में मतदान करना होगा।
🛑 अगर भारत को इस्लामीकरण से बचाना है, तो एकजुट होकर राष्ट्रवादी नेता और उसके नेतृत्व को समर्थन देना ही होगा।
🇮🇳 जय भारत, वन्दे मातरम् 🇮🇳
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