भीतर बैठे गद्दारों का षड्यंत्र
- भारत आज केवल बाहरी मोर्चों पर नहीं, बल्कि भीतर छिपे दुश्मनों से भी घिरा हुआ है।
- देश को अस्थिर करने की इस साजिश में आतंकवादी संगठन, विदेशी शक्तियाँ, और कुछ देशी राजनीतिक एवं वैचारिक गुट एक साथ काम कर रहे हैं।
- ये सभी मिलकर भारत की संप्रभुता और सुरक्षा को चुनौती दे रहे हैं।
🔥 1. 32 कार-बम की योजना — भारत को आंतरिक युद्ध में धकेलने की कोशिश
एक संगठित साजिश के तहत 32 कार-बम एक साथ देश के कई संवेदनशील इलाकों में धमाकों के लिए तैयार किए गए थे। लक्षित स्थान:
- हवाई अड्डे
- भीड़भाड़ वाले बाज़ार
- प्रमुख रेलवे स्टेशन
- अयोध्या का राम मंदिर
यह नेटवर्क पूरे देश के बड़े शहरों में फैला हुआ था और 48 घंटों के भीतर भारत की आंतरिक सुरक्षा को तहस-नहस कर सकता था।
- हर विस्फोट न केवल जान-माल के नुकसान का कारण बनता, बल्कि देश का मनोबल गिरा देता।
- लेकिन भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने मजबूत खुफिया और तेज कार्रवाई से पूरी साजिश को नाकाम कर दिया।
🔻 2. वैश्विक इस्लामिक गठबंधन — पाकिस्तान से बड़ा खेल
इस साजिश में कई विदेशी आतंकी संगठन शामिल थे:
- ISI (पाकिस्तान): ड्रोन, हथियार, केमिकल विस्फोटक, सीमा-पार तालमेल
- जैश-ए-मोहम्मद: विस्फोटक बनाने का प्रशिक्षण
- ISIS-K (खुरासान): केमिकल ब्लास्ट तकनीक, डिजिटल कम्युनिकेशन
सबसे हैरान करने वाली बात: ISIS-K का एक नेता अमेरिका द्वारा मान्यता प्राप्त है, जो सीरिया में सक्रिय है —
इससे संकेत मिलता है कि ये साजिश सिर्फ क्षेत्रीय नहीं बल्कि वैश्विक शक्ति केंद्रों से जुड़ी थी।
🛩 3. हथियारों और केमिकल्स का रूट — पाकिस्तान से भारत तक
- पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए खतरनाक केमिकल पंजाब भेजे गए।
- पंजाब के खालिस्तानी नेटवर्क ने इन्हें आगे बढ़ाया।
- फिर फरीदाबाद और दिल्ली–एनसीआर में इन विस्फोटकों की सप्लाई की गई।
यह नेटवर्क पहले से ही :
- हथियार
- नकली नोट
- ड्रग्स इत्यादि
की तस्करी के लिए भी उपयोग हो रहा है।
- इस चालाक तंत्र ने भारत की आंतरिक सुरक्षा को कई स्तरों पर कमजोर करने की कोशिश की।
🌐 4. अमेरिका का भू-राजनीतिक दबाव और ISIS का खेल
- ISIS-K के कुछ सदस्यों को अमेरिका द्वारा मान्यता मिलने के अर्थ हैं कि:
- अमेरिका भारत के ऊपर दबाव बनाने के लिए अस्थिरता को बढ़ावा दे सकता है।
- भारत–पाकिस्तान तनाव बढ़ाकर क्षेत्र को युद्ध जैसे माहौल तक ले जाया जा सकता है।
- फिर अमेरिका “मध्यस्थ” बनकर भारत पर व्यापार और टैरिफ दबाव डाल सकेगा।
यह वही रणनीति है जो अमेरिका ने:
- इराक
- अफगानिस्तान
- सीरिया
में अपनाई थी ताकि शक्ति संतुलन अपने पक्ष में मोड़ा जा सके।
⚔️ 5. पाकिस्तान का भ्रम और रणनीतिक नासमझी
पाकिस्तान का आत्मविश्वास कई गलत धारणाओं पर टिका है:
- कि अमेरिका भारत के खिलाफ खड़ा होगा — जबकि हकीकत इसके बिल्कुल उलट है।
- कि बांग्लादेश की अस्थिरता भारत के लिए खतरा है — जबकि भारत पहले से तैयार है।
- कि चीन युद्ध में उनका साथ देगा — जबकि चीन खुद भारी आर्थिक संकट में है।
दूसरी ओर भारत:
- दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
- आधुनिक और सशक्त सेना
- स्थिर राजनीतिक नेतृत्व रखता है।
पाकिस्तान की घमंड भरी सोच उसकी रणनीतिक विफलता का प्रमाण है।
🇧🇩 6. बांग्लादेश संकट और भारत की तैयारी
बांग्लादेश में बढ़ती:
- राजनीतिक अस्थिरता
- धार्मिक उग्रता
- भारत-विरोधी गतिविधियाँ
को देखते हुए भारत ने सिलीगुड़ी कॉरिडोरमें युद्ध-स्तर पर सेना तैनात कर दी है। पूर्वी मोर्चा आज पूरी तरह से सुरक्षितहै।
🧠 7. भारत का असली खतरा — “0.5 फ्रंट” के भीतर बैठे गद्दार
भारत के सबसे बड़े दुश्मन वे नहीं जो सीमाओं पर हैं — बल्कि वे हैं जो भारत के भीतर हैं।
इनमें शामिल हैं:
- सत्ता के लिए देश बेचने को तैयार विपक्षी पार्टियां
- वामपंथी और “फ्रीडम ऑफ स्पीच” का दुरुपयोग करने वाले
- झूठे सेक्युलर जो आतंकियों को बचाते हैं
- कुछ मीडिया और लिबरल गुट जो राष्ट्रवाद को बदनाम करते हैं
इनका एक ही एजेंडा:
- मोदी सरकार को गिराना
- भारत की आर्थिक प्रगति रोकना
- देश को फिर कमजोर, भ्रष्ट और गुलाम बनाना
- विदेशी शक्तियों के एजेंडे को आगे बढ़ाना
- हिंदू समाज की एकता तोड़ना
🔥 8. मोदी सरकार को क्यों निशाना बनाया जा रहा है
- क्योंकि मोदी सरकार ने:
- भ्रष्टाचार के रैकेट तोड़े हैं
- दलाली और कमीशन की व्यवस्था खत्म की
- विदेशी फंडिंग नेटवर्क कमजोर किए
- तुष्टीकरण की राजनीति को खत्म किया
- बड़े घोटालों की जड़ काट दी
इसीलिए ये गुट अब बाहरी और आतंरिक दुश्मनों से हाथ मिलाकर मोदी सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।
🛡 9. भारत की निर्णायक लड़ाई — और जीत का संदेश
भारत आज पूरी ताकत से लड़ रहा है:
- आतंकवाद
- अलगाववाद
- विदेशी दखल
- आंतरिक गद्दारी
> 32 कार-बम साजिश का विफल होना — मोदी सरकार, सुरक्षा एजेंसियों और जागरूक नागरिकों की बड़ी जीत है।
> यह साजिश सिर्फ आतंक नहीं थी — यह भारत के आत्म-सम्मान और अस्तित्व पर हमला था।
🔱 10. भारत की सबसे बड़ी जंग: भीतर के गद्दारों से
- भारत को असली खतरा बाहर से नहीं — अंदर बैठे गद्दारों से होता है।
- जो दिखाई नहीं देते — वही सबसे बड़ा खतरा होते हैं।
- अब पूरे देश को जागरूक होकर इन तत्वों के खिलाफ खड़ा होना होगा।
देश, धर्म और समाज की सुरक्षा के लिए हर नागरिक को सजग और एकजुट रहना होगा।
🇮🇳 जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
पुराने ब्लॉग्स के लिए कृपया हमारी वेबसाईट www.saveindia108.in पर जाएं।
हमारे व्हाट्सएप कम्यूनिटी में जुड़ने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें: https://chat.whatsapp.com/FMr2WNIgrUVG9xK78FW5Dl?mode=r_t
टेलीग्राम ग्रुप से जुडने के लिए https://t.me/+T2nsHyG7NA83Yzdlपर क्लिक करेँ। पुराने ब्लॉग्स टेलीग्राम ग्रुप पर भी उपलब्ध हैं।
