मेरे प्यारे देशवासियों, अब समय आ गया है कि हम उन झूठों को उजागर करें, जो वर्षों से हमें भ्रमित कर रहे हैं! ब्रिटिशों द्वारा स्थापित कांग्रेस ने हमारे देश की उपलब्धियों का झूठा श्रेय लिया और हमारे राष्ट्र को विभाजित कर हमारी संस्कृति को कमजोर किया। आइए इन झूठों को उजागर करें और अपने सच्चे नायकों पर गर्व करें।
क्यों कांग्रेस और वामपंथी नेहरू को झूठा श्रेय देते हैं?
जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस को ब्रिटिश-प्रभावित इतिहासकारों और वामपंथी तंत्र ने महिमामंडित किया। वे नेहरू को हर उपलब्धि का श्रेय देते हैं, जबकि असली नायकों, उद्योगपतियों और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को अनदेखा कर दिया गया।
जागो, मेरे देशवासियों!
ब्रिटिशों के लिए एक उपकरण के रूप में शुरू हुई कांग्रेस ने भारत को लूटा, उसकी व्यवस्था को भ्रष्ट किया और उसके लोगों को गुमराह किया। ये प्रमुख खुलासे कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश करते हैं:
कांग्रेस द्वारा झूठा श्रेय लिए गए प्रमुख योगदान
बंगाल केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स वर्क्स (BCFW)
1.भारत की सबसे पुरानी दवा कंपनी, आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे द्वारा स्थापित।
2.उनके निधन के बाद इसे सरकार को सौंपा गया।
3.नेहरू का कोई योगदान नहीं था, फिर भी कांग्रेस झूठा श्रेय लेती है।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)
1.1940 में उद्योगपति वालचंद हिराचंद द्वारा स्थापित।
2.नेहरू की कांग्रेस ने उनके योगदान को नजरअंदाज किया और HAL का राष्ट्रीयकरण कर इसकी क्षमता कम कर दी।
एयर इंडिया
1.1938 में टाटा एयरलाइंस के रूप में जे.आर.डी. टाटा द्वारा स्थापित।
2.राष्ट्रीयकरण के बाद इसे “एयर इंडिया” नाम दिया गया, लेकिन नेहरू का इसमें कोई योगदान नहीं था, फिर भी कांग्रेस ने झूठा श्रेय लिया।
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR)
1.डॉ. होमी भाभा और जे.आर.डी. टाटा द्वारा स्थापित।
2.1954 में सरकार ने भूमि प्रदान की, लेकिन कांग्रेस इसे अपनी उपलब्धि बताती है।
AIIMS (ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज)
1.नेहरू ने शुरू में फंडिंग से इनकार कर दिया।
2.राजकुमारी अमृत कौर ने विदेशों से धन जुटाया और अपनी 100 एकड़ संपत्ति बेचकर AIIMS की स्थापना की।
राष्ट्रीयकृत बैंक
1.नेहरू ने नए बैंक स्थापित नहीं किए, बल्कि मौजूदा बैंकों का नाम बदल दिया।
2.उदाहरण: पंजाब नेशनल बैंक लाला लाजपत राय और दयाल सिंह मजीठिया द्वारा 1894 में स्थापित।
नेहरू से पहले स्थापित भारत के प्रमुख निजी उद्योग
1868: टाटा समूह
1884: डाबर
1897: गोदरेज
1910: झंडू
1930: हिमालया ड्रग कंपनी
नेहरू की नीतियों ने इन अग्रणी उद्योगपतियों को अनदेखा किया, जबकि कांग्रेस ने झूठा श्रेय लिया।
आधुनिक भारत के निर्माता नेहरू नहीं थे
1947 तक भारत में पहले से ही:
o230 पावर प्रोजेक्ट
o67% रेलवे नेटवर्क
व्यापार और प्रशासन के लिए ब्रिटिशों द्वारा विकसित ढांचा पहले से मौजूद था।
कांग्रेस ने टाटा, रे, और हिराचंद जैसे सच्चे योगदानकर्ताओं की उपेक्षा की।
स्वतंत्रता का असली सच
स्वतंत्रता केवल गांधी और नेहरू के कारण नहीं मिली।
1946 की नौसैनिक विद्रोह और आज़ाद हिंद फौज (सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में) ने ब्रिटिशों को डराया।
ब्रिटिश भारत इसलिए छोड़ गए क्योंकि वे इन आंदोलनों को दबा नहीं सके, न कि कांग्रेस की बातचीत के कारण।
कांग्रेस की ब्रिटिश विरासत
कांग्रेस को ए.ओ. ह्यूम ने भारतीयों को विभाजित करने और क्रांतिकारी आंदोलनों को दबाने के लिए बनाया।
गांधी और नेहरू जैसे नेता अक्सर ब्रिटिश हितों के साथ जुड़े रहे और क्रांतिकारी आंदोलनों को कमजोर किया।
आज की कांग्रेस
यूपीए शासन (2004–2014) के दौरान:
oभ्रष्टाचार के मामलों ने सुर्खियां बटोरीं।
oराष्ट्रीय सुरक्षा को नजरअंदाज किया गया।
इसके विपरीत, मोदी सरकार ने प्राथमिकता दी:
oवन रैंक, वन पेंशन
oरक्षा में आत्मनिर्भरता
oभारतीय संस्कृति और गर्व का पुनर्जागरण
अंतिम आह्वान: भारत के युवाओं को जागृत करें
मेरे देशवासियों, अब समय है कि:
कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश करें: भारत की सच्ची उपलब्धियों और नायकों के बारे में जागरूकता फैलाएं।
हिंदू-विरोधी नीतियों का विरोध करें: हिंदू संस्कृति को कमजोर करने वाली साजिशों के खिलाफ लड़ें।
मजबूत नेतृत्व का समर्थन करें: भारत की प्रगति और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध नेताओं का समर्थन करें।
राष्ट्रीय गौरव अपनाएं: हमारे सच्चे नायकों का सम्मान करें और झूठे आख्यानों को खारिज करें।
अपना लक्ष्य अर्जुन की तरह साधें और स्वामी विवेकानंद की आवाज़ से जागें: ‘उठो, जागो, और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।
एकजुट होइए, जागरूक बनिए, और कार्य करें!
सच्चाई को बहाल करें और अपने असली नायकों पर गर्व करें।
जय हिंद!