यह पोस्ट हर भारतीय के दिल तक पहुंचनी चाहिए ताकि हमारे देश के भूतकाल की सच्चाई स्पष्ट हो सके। इतिहास ने हमें बार-बार चेतावनी दी है कि गलतियों को दोहराना विनाशकारी हो सकता है। आइए, कांग्रेस के शासनकाल के प्रमुख घटनाक्रमों को समझें और अपने भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाएं।
कांग्रेस शासनकाल की मुख्य घटनाएं
1984 सिख विरोधी दंगे:
इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में हुए दंगों में हजारों सिखों का नरसंहार हुआ। निर्दोष लोगों पर अत्याचार, लूटपाट और हत्याओं ने भारत के लोकतंत्र पर गहरा दाग छोड़ा।
घोटालों की भरमार:
बोफोर्स घोटाला: राष्ट्र की सुरक्षा के साथ खिलवाड़।
2G घोटाला और कोयला घोटाला: अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान।
घोटालों की लंबी सूची ने जनता का विश्वास तोड़ा।
वंशवादी राजनीति:
सत्ता को एक परिवार तक सीमित रखा गया।
अन्य योग्य नेताओं को दरकिनार किया गया।
लोकतंत्र को कमजोर किया गया।
लाइन में खड़ा भारत:
ATM से पैसे निकालने के लिए लंबी लाइनें।
गैस सिलेंडर के लिए महिलाओं का घंटों इंतजार।
बिजली और पानी की अनियमित समस्या।
भारत विभाजन और भू-राजनीतिक विफलताएं:
1947 में विभाजन के दौरान लाखों लोगों की मौत और विस्थापन।
1971 में बांग्लादेश का निर्माण और तिब्बत पर नियंत्रण का नुकसान।
कश्मीरी पंडितों का पलायन (1990):
आतंकवाद के बढ़ते प्रभाव के कारण लाखों कश्मीरी पंडितों को अपना घर छोड़ना पड़ा।
कांग्रेस सरकार ने इसे रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए।
आपातकाल का काला दौर (1975–77):
लोकतंत्र का गला घोंटा गया।
लाखों लोगों को जेल में बंद किया गया।
मीडिया पर सेंसरशिप लगाई गई।
आतंकवाद और सांप्रदायिकता:
बम धमाके और सांप्रदायिक दंगे आम हो गए।
आतंकवादियों को “धर्म से परे” दिखाने की कोशिश की गई।
आर्थिक बदहाली:
विदेशी बैंकों में सोना गिरवी रखा गया।
महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ दी।
उद्योग बंद हुए और बेरोजगारी बढ़ी।
शिक्षा और प्रशासन में भ्रष्टाचार:
परीक्षा में पेपर लीक होना आम बात थी।
नौकरियों के लिए रिश्वतखोरी चरम पर थी।
सरकारी कामों में महीनों की देरी।
धार्मिक असमानता:
रामलला को टेंट में रहने पर मजबूर किया गया।
मदरसों और मस्जिदों को बढ़ावा दिया गया लेकिन Hindu religious हिंदू धार्मिक स्थलों की उपेक्षा हुई।
बुनियादी ढांचे की दुर्दशा:
गड्ढों से भरी सड़कें।
रेलवे स्टेशनों पर गंदगी और ट्रेनों की लेटलतीफी।
बिजली और पानी की समस्या।
भूतकाल से सबक लेने की जरूरत
कांग्रेस के शासनकाल में देश ने बार-बार प्रशासनिक अक्षमता, भ्रष्टाचार और पक्षपात का अनुभव किया।
जातिवाद, सांप्रदायिकता और परिवारवाद ने देश के विकास की गति को रोका।
लोकतंत्र की मूल भावना को कमजोर किया गया।
भविष्य को बेहतर बनाने के लिए
जागरूक बनें:
हर चुनाव में सोच-समझकर वोट करें।
पारदर्शिता की मांग करें:
सरकार से जवाबदेही मांगें।
देशहित को प्राथमिकता दें:
राष्ट्र को जोड़ने वाली नीतियों और नेताओं का समर्थन करें।
इतिहास से सबक लें:
यह सुनिश्चित करें कि हम उन गलतियों को दोबारा न दोहराएं जो देश को नुकसान पहुंचा चुकी हैं।
समाप्ति विचार: भविष्य को सुरक्षित करें
इतिहास को भूलना अपने भविष्य के साथ अन्याय करना है। कांग्रेस शासनकाल ने भारत को जो दर्द और असमानता दी, वह सबक है कि हमें सतर्क रहना चाहिए। आइए, एकजुट होकर अपने देश के भविष्य को उज्जवल बनाएं।
जय हिंद! जय भारत!
अधिक ब्लॉग्स के लिए www.saveindia108.in पर जाएं।
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
अधिक ब्लॉग्स के लिए कृपया www.saveindia108.in पर जाएं। हमारे व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें: https://chat.whatsapp.com/HxGZvlycYPlFvBO17O3eGW