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कांग्रेस पर सात श्राप

कांग्रेस पर सात श्राप: महापुरुषों की भविष्यवाणियाँ सत्य हुईं

हिंदू समाज अभी भी इतिहास से नहीं जागा

SECTION 1: प्रस्तावना – यह इतिहास की चेतावनी है, केवल कथा नहीं

  • पिछले सौ वर्षों में भारत के महापुरुषों ने कांग्रेस नामक संगठन की मानसिकता, उसकी राजनीति और उसके राष्ट्र-विरोधी चरित्र को भांपकर जो चेतावनियाँ, भविष्यवाणियाँ और श्राप दिए थे, वे आज अक्षरशः सत्य सिद्ध हो चुके हैं।
  • परंतु विडंबना यह है कि— भविष्यवाणियाँ तो हिंदुत्व को आगे ले गईं, लेकिन हिंदू समाज स्वयं आज भी 1000 साल पुरानी गलतियाँ दोहरा रहा है।
  • इतिहास बदलने का अवसर हाथ में होते हुए भी हिंदू समाज विखंडितस्वार्थीअसंवेदनशील, और असंयोजित बना हुआ है।

🟥 SECTION 2: सातों श्राप जो आज जीवित सत्य बन चुके हैं

1️⃣ वीर सावरकर का श्राप (1959)

  • “कांग्रेस वोट के लिए इतनी गिरेगी कि नेता कोट के ऊपर जनेऊ पहनकर घूमेंगे।”

आज:

  • जनेऊ दिखाने की नौटंकी
  • मंदिर दौरे
  • पाखंडी पूजा पाठ
  • तुष्टिकरण का चरम

सावरकर ने जिस पाखंड की चेतावनी दी थी, वह आज रोज़ टीवी पर दिखाई देता है।

2️⃣ अटल बिहारी वाजपेयी का संसद में अटल वचन (1999)

  • “एक दिन पूरे देश पर भाजपा का राज होगा।”

आज:

  • BJP केंद्र में निर्णायक
  • 70% भूभाग पर शासन
  • विपक्ष विचारहीन
  • भारत की दिशा राष्ट्रवाद की ओर

अटल जी की भविष्यवाणी आज भारत का राजनीतिक यथार्थ है।

3️⃣ डॉक्टर हेडगेवार का 1922 का संकल्प

  • “मैं ऐसा संगठन बनाऊँगा जो कांग्रेस विचारधारा को समाप्त कर देगा—चाहे 100 वर्ष लगें।”

आज:

  • RSS का अभूतपूर्व विस्तार
  • राष्ट्रवादी विचारधारा की विजय
  • कांग्रेस के विचार का पतन

हेडगेवार का संकल्प (आरएसएस) भारत का भविष्य बन चुका है।

4️⃣ स्वामी विवेकानंद का 1893 शिकागो वचन

  • “जब हिंदू गर्व से कहेगा ‘मैं हिंदू हूँ’, तो दुनिया भारत के आगे नतमस्तक होगी।”

आज:

  • वैश्विक मंच पर भारत का सम्मान
  • योग–आयुर्वेद का प्रसार
  • हिंदू पहचान मुख्यधारा में

विवेकानंद की चेतना आज भारत की आत्मा है।

5️⃣ करपात्री महाराज का 1966 का श्राप

  • “हिमालय में तप करने वाला साधु आधुनिक वेश में संसद को दिशा देगा और कांग्रेस विचारधारा समाप्त होगी।”

आज:

  • योगी आदित्यनाथ जैसे योगी नेता
  • मोदी जैसे तपस्वी प्रधानमंत्री
  • कांग्रेस का वैचारिक अंत

उनका श्राप आज जीवित सत्य है।

6️⃣ डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी का 2009 का चेतावनी वक्तव्य

  • “कांग्रेस इतनी गिरेगी कि JNU के टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करेगी और गौहत्या का बचाव करेगी।”

आज:

  • टुकड़े -tukde गैंग समर्थन
  • नक्सलियों को संरक्षण
  • हिन्दू-विरोधी बयानबाजी
  • गौहत्या समर्थन
  • राष्ट्र-विरोधी सोच का पोषण

स्वामी ने भविष्य को सही पहचाना था।

7️⃣ बालासाहब ठाकरे का 2002 का निर्णायक वचन

  • “नरेंद्र मोदी ही भारत का भविष्य है, इन्हें आगे करो।”

आज:

  • मोदी विश्व मंच पर भारत का चेहरा
  • हिंदुत्व गर्व
  • कांग्रेस का बौद्धिक पतन
  • नया भारत निर्माण

बालासाहब का आशीष आज भारत का भाग्य बन चुका है।

🔱 SECTION 3: सातों भविष्यवाणियाँ हिंदुत्व की प्रगति का प्रमाण हैं

इन सातों वचनों की एक साझा धुरी है—

  • कांग्रेस का पतन
  • राष्ट्रवाद का उदय
  • हिंदू चेतना का जागरण
  • वैश्विक स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा
  • सनातन का पुनर्जागरण

यह केवल संयोग नहीं— यह युग परिवर्तन है।

🟥 SECTION 4: लेकिन दुखद सच्चाई—हम हिंदुओं ने इतिहास से कुछ नहीं सीखा

यहीं से असली समस्या शुरू होती है।

👉भविष्यवाणियाँ सत्य हुईं

👉हिंदुत्व आगे बढ़ा

👉भारत शक्तिशाली हुआ

परंतु…

❌ हिंदू समाज आज भी अपने सबसे बड़े शत्रुओं — अहंकार, लालच, आपसी फूट और गद्दारी — से मुक्त नहीं हुआ।

🟥 SECTION 5: वही गलतियाँ आज भी जारी हैं

🔻1. हिंदू असंगठित मानसिकता

  • एकजुट नहीं
  • राजनीतिक रूप से बिखरे
  • निजी टुकड़ों में विभाजित

🔻2. गद्दारों की परंपरा जारी

  • हमेशा कुछ हिंदू ही दुश्मन की सहायता करते हैं
  • यही कारण था हिंदू साम्राज्यों के पतन का

🔻3. इतिहास से न सीखने की जिद

  • कश्मीर विस्थापन भूल गए
  • विभाजन भूल गए
  • बंगाल नरसंहार भूल गए
  • अफगानिस्तान का इतिहास भूल गए

🔻4. निजी स्वार्थ और लालच

  • हम समाज नहीं, खुद को पहले रखते हैं
  • राष्ट्र से बड़ा अपना आराम

🔻5. अहंकार और ईर्ष्या

  • छोटी-छोटी बातों में बंटना
  • बड़े लक्ष्य कभी हासिल न करना

🟥 SECTION 6: इन ही कमज़ोरियों ने हमें गुलाम बनाया

  • मुगलों के 700 साल
  • अंग्रेज़ों के 200 साल
  • कांग्रेस का 70 साल का अत्याचार

इन सबकी जड़ यही थीं:

  • हिंदुओं की आपसी फूट
  • विश्वासघात
  • नेतृत्वहीनता
  • तुष्टिकरण
  • समर्पण

🔱 SECTION 7: यदि हम नहीं सुधरे— तो इतिहास फिर दोहराया जाएगा

भविष्यवाणियाँ राष्ट्र को दिशा देती हैं, पर विभाजित समाज कभी दिशा का लाभ नहीं उठा पाता।

❗यह अंतिम चेतावनी है—

  • यदि आज हिंदू समाज एकजुट नहीं हुआ, तो आने वाले 50 वर्षों में हमारा अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।

🟦 SECTION 8: सरकार अपने कर्तव्य को पूरी शक्ति से निभा रही है—but समाज?

आज:

  • सीमा सुरक्षित
  • सेना मजबूत
  • आर्थिक स्थिति स्थिर
  • विश्व में भारत का सम्मान
  • आतंकवाद पर प्रहार
  • सनातन की रक्षा नीतियाँ बन रहीं

लेकिन—

– यदि समाज स्वयं खड़ा नहीं होगा,

– यदि हिंदू अपने हितों की रक्षा स्वयं नहीं करेगा,

– यदि हम ही उदासीन रहेंगे—

  • तो कोई भी सरकार हमें बचा नहीं सकती।

नियम सरल है:

👉 जो समाज खुद को नहीं बचाता—इतिहास उसे मिटा देता है।

🟩 SECTION 9: अब हिंदू समाज को क्या करना ही होगा

🔹1. एकता — हर परिस्थिति में

🔹2. राष्ट्रहित को सर्वोपरि

🔹3. इतिहास से सीख

🔹4. स्वार्थ त्याग

🔹5. परिवार नहीं — समाज बड़ी प्राथमिकता

🔹6. धर्म-संरक्षण में सक्रिय भागीदारी

🔹7. हिंदुत्व के शत्रुओं को पहचानना

🔹8. भविष्य की पीढ़ियों के लिए तैयार रहना

🟧 SECTION 10: — यही समय है या फिर कभी नहीं

  • हमारे महापुरुषों ने सात चेतावनियाँ दीं, वे सत्य साबित हुईं।
  • अब इतिहास का अगला पन्ना हम लिखेंगे वरना हमारी निष्क्रियता हमें मिटा देगी।

🇮🇳 जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳

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