हिंदू समाज अभी भी इतिहास से नहीं जागा
SECTION 1: प्रस्तावना – यह इतिहास की चेतावनी है, केवल कथा नहीं
- पिछले सौ वर्षों में भारत के महापुरुषों ने कांग्रेस नामक संगठन की मानसिकता, उसकी राजनीति और उसके राष्ट्र-विरोधी चरित्र को भांपकर जो चेतावनियाँ, भविष्यवाणियाँ और श्राप दिए थे, वे आज अक्षरशः सत्य सिद्ध हो चुके हैं।
- परंतु विडंबना यह है कि— भविष्यवाणियाँ तो हिंदुत्व को आगे ले गईं, लेकिन हिंदू समाज स्वयं आज भी 1000 साल पुरानी गलतियाँ दोहरा रहा है।
- इतिहास बदलने का अवसर हाथ में होते हुए भी हिंदू समाज विखंडित, स्वार्थी, असंवेदनशील, और असंयोजित बना हुआ है।
🟥 SECTION 2: सातों श्राप जो आज जीवित सत्य बन चुके हैं
1️⃣ वीर सावरकर का श्राप (1959)
- “कांग्रेस वोट के लिए इतनी गिरेगी कि नेता कोट के ऊपर जनेऊ पहनकर घूमेंगे।”
आज:
- जनेऊ दिखाने की नौटंकी
- मंदिर दौरे
- पाखंडी पूजा पाठ
- तुष्टिकरण का चरम
सावरकर ने जिस पाखंड की चेतावनी दी थी, वह आज रोज़ टीवी पर दिखाई देता है।
2️⃣ अटल बिहारी वाजपेयी का संसद में अटल वचन (1999)
- “एक दिन पूरे देश पर भाजपा का राज होगा।”
आज:
- BJP केंद्र में निर्णायक
- 70% भूभाग पर शासन
- विपक्ष विचारहीन
- भारत की दिशा राष्ट्रवाद की ओर
अटल जी की भविष्यवाणी आज भारत का राजनीतिक यथार्थ है।
3️⃣ डॉक्टर हेडगेवार का 1922 का संकल्प
- “मैं ऐसा संगठन बनाऊँगा जो कांग्रेस विचारधारा को समाप्त कर देगा—चाहे 100 वर्ष लगें।”
आज:
- RSS का अभूतपूर्व विस्तार
- राष्ट्रवादी विचारधारा की विजय
- कांग्रेस के विचार का पतन
हेडगेवार का संकल्प (आरएसएस) भारत का भविष्य बन चुका है।
4️⃣ स्वामी विवेकानंद का 1893 शिकागो वचन
- “जब हिंदू गर्व से कहेगा ‘मैं हिंदू हूँ’, तो दुनिया भारत के आगे नतमस्तक होगी।”
आज:
- वैश्विक मंच पर भारत का सम्मान
- योग–आयुर्वेद का प्रसार
- हिंदू पहचान मुख्यधारा में
विवेकानंद की चेतना आज भारत की आत्मा है।
5️⃣ करपात्री महाराज का 1966 का श्राप
- “हिमालय में तप करने वाला साधु आधुनिक वेश में संसद को दिशा देगा और कांग्रेस विचारधारा समाप्त होगी।”
आज:
- योगी आदित्यनाथ जैसे योगी नेता
- मोदी जैसे तपस्वी प्रधानमंत्री
- कांग्रेस का वैचारिक अंत
उनका श्राप आज जीवित सत्य है।
6️⃣ डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी का 2009 का चेतावनी वक्तव्य
- “कांग्रेस इतनी गिरेगी कि JNU के टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करेगी और गौहत्या का बचाव करेगी।”
आज:
- टुकड़े -tukde गैंग समर्थन
- नक्सलियों को संरक्षण
- हिन्दू-विरोधी बयानबाजी
- गौहत्या समर्थन
- राष्ट्र-विरोधी सोच का पोषण
स्वामी ने भविष्य को सही पहचाना था।
7️⃣ बालासाहब ठाकरे का 2002 का निर्णायक वचन
- “नरेंद्र मोदी ही भारत का भविष्य है, इन्हें आगे करो।”
आज:
- मोदी विश्व मंच पर भारत का चेहरा
- हिंदुत्व गर्व
- कांग्रेस का बौद्धिक पतन
- नया भारत निर्माण
बालासाहब का आशीष आज भारत का भाग्य बन चुका है।
🔱 SECTION 3: सातों भविष्यवाणियाँ हिंदुत्व की प्रगति का प्रमाण हैं
इन सातों वचनों की एक साझा धुरी है—
- कांग्रेस का पतन
- राष्ट्रवाद का उदय
- हिंदू चेतना का जागरण
- वैश्विक स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा
- सनातन का पुनर्जागरण
यह केवल संयोग नहीं— यह युग परिवर्तन है।
🟥 SECTION 4: लेकिन दुखद सच्चाई—हम हिंदुओं ने इतिहास से कुछ नहीं सीखा
यहीं से असली समस्या शुरू होती है।
👉भविष्यवाणियाँ सत्य हुईं
👉हिंदुत्व आगे बढ़ा
👉भारत शक्तिशाली हुआ
परंतु…
❌ हिंदू समाज आज भी अपने सबसे बड़े शत्रुओं — अहंकार, लालच, आपसी फूट और गद्दारी — से मुक्त नहीं हुआ।
🟥 SECTION 5: वही गलतियाँ आज भी जारी हैं
🔻1. हिंदू असंगठित मानसिकता
- एकजुट नहीं
- राजनीतिक रूप से बिखरे
- निजी टुकड़ों में विभाजित
🔻2. गद्दारों की परंपरा जारी
- हमेशा कुछ हिंदू ही दुश्मन की सहायता करते हैं
- यही कारण था हिंदू साम्राज्यों के पतन का
🔻3. इतिहास से न सीखने की जिद
- कश्मीर विस्थापन भूल गए
- विभाजन भूल गए
- बंगाल नरसंहार भूल गए
- अफगानिस्तान का इतिहास भूल गए
🔻4. निजी स्वार्थ और लालच
- हम समाज नहीं, खुद को पहले रखते हैं
- राष्ट्र से बड़ा अपना आराम
🔻5. अहंकार और ईर्ष्या
- छोटी-छोटी बातों में बंटना
- बड़े लक्ष्य कभी हासिल न करना
🟥 SECTION 6: इन ही कमज़ोरियों ने हमें गुलाम बनाया
- मुगलों के 700 साल
- अंग्रेज़ों के 200 साल
- कांग्रेस का 70 साल का अत्याचार
इन सबकी जड़ यही थीं:
- हिंदुओं की आपसी फूट
- विश्वासघात
- नेतृत्वहीनता
- तुष्टिकरण
- समर्पण
🔱 SECTION 7: यदि हम नहीं सुधरे— तो इतिहास फिर दोहराया जाएगा
भविष्यवाणियाँ राष्ट्र को दिशा देती हैं, पर विभाजित समाज कभी दिशा का लाभ नहीं उठा पाता।
❗यह अंतिम चेतावनी है—
- यदि आज हिंदू समाज एकजुट नहीं हुआ, तो आने वाले 50 वर्षों में हमारा अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।
🟦 SECTION 8: सरकार अपने कर्तव्य को पूरी शक्ति से निभा रही है—but समाज?
आज:
- सीमा सुरक्षित
- सेना मजबूत
- आर्थिक स्थिति स्थिर
- विश्व में भारत का सम्मान
- आतंकवाद पर प्रहार
- सनातन की रक्षा नीतियाँ बन रहीं
लेकिन—
– यदि समाज स्वयं खड़ा नहीं होगा,
– यदि हिंदू अपने हितों की रक्षा स्वयं नहीं करेगा,
– यदि हम ही उदासीन रहेंगे—
- तो कोई भी सरकार हमें बचा नहीं सकती।
नियम सरल है:
👉 जो समाज खुद को नहीं बचाता—इतिहास उसे मिटा देता है।
🟩 SECTION 9: अब हिंदू समाज को क्या करना ही होगा
🔹1. एकता — हर परिस्थिति में
🔹2. राष्ट्रहित को सर्वोपरि
🔹3. इतिहास से सीख
🔹4. स्वार्थ त्याग
🔹5. परिवार नहीं — समाज बड़ी प्राथमिकता
🔹6. धर्म-संरक्षण में सक्रिय भागीदारी
🔹7. हिंदुत्व के शत्रुओं को पहचानना
🔹8. भविष्य की पीढ़ियों के लिए तैयार रहना
🟧 SECTION 10: — यही समय है या फिर कभी नहीं
- हमारे महापुरुषों ने सात चेतावनियाँ दीं, वे सत्य साबित हुईं।
- अब इतिहास का अगला पन्ना हम लिखेंगे वरना हमारी निष्क्रियता हमें मिटा देगी।
🇮🇳 जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
पुराने ब्लॉग्स के लिए कृपया हमारी वेबसाईट www.saveindia108.in पर जाएं।
हमारे व्हाट्सएप कम्यूनिटी में जुड़ने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें: https://chat.whatsapp.com/FMr2WNIgrUVG9xK78FW5Dl?mode=r_t
टेलीग्राम ग्रुप से जुडने के लिए https://t.me/+T2nsHyG7NA83Yzdlपर क्लिक करेँ। पुराने ब्लॉग्स टेलीग्राम ग्रुप पर भी उपलब्ध हैं।
