ED की छापेमारी:
ईडी (ED) की छापेमारी में श्रीमती निश्का बेगम, जो कि वाईएसआर जगन सरकार के समय तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की जनसंपर्क अधिकारी (PRO) थीं, के घर से इतनी बड़ी मात्रा में सोना, चांदी, नकदी और कीमती सामान बरामद हुआ कि उससे एक ज्वेलरी शोरूम खोला जा सकता है।
लेकिन असली सवाल यह है —
हिंदू धर्मस्थल में एक मुस्लिम महिला की PRO के रूप में नियुक्ति कैसे हुई?
क्या कभी किसी हिंदू को मस्जिद, वक्फ बोर्ड या किसी इस्लामिक संस्था में इस पद पर नियुक्त किया गया है?
यह नियुक्ति सिर्फ भ्रष्टाचार नहीं है — यह एक सोची–समझी साजिश है।
छिपी हुई साजिश: हिंदू संस्थाओं में मजहबी घुसपैठ का एजेंडा
यह मामला कोई अकेला उदाहरण नहीं है। यह उस बड़ी योजना का हिस्सा है, जिसमें:
- हिंदू मंदिरों और संस्थाओं में गैर–हिंदुओं की नियुक्ति हो रही है,
- मंदिरों की संपत्तियां बेची या लूटी जा रही हैं,
- वक्फ बोर्ड और मुस्लिम संगठनों को छूट मिली है, जबकि मंदिर सरकारी नियंत्रण में हैं,
- वामपंथी–उदारवादी मीडिया पूरी तरह मौन है।
यह पूरी “टुकड़े–टुकड़े गैंग“, वामपंथी, लुटियंस मीडिया और विपक्षी दलों का गठबंधन है जो देश और सनातन धर्म को कमजोर करने की साजिश रच रहा है।
राजनीति, धर्मांतरण और लूट का गठबंधन
TTD जैसे पवित्र हिंदू संस्थान को राजनीतिक वोट बैंक की खातिर इस्लामीकरण की ओर धकेला गया। क्या यह केवल एक महिला की नियुक्ति थी या फिर एक ऐसा प्रयास था जिससे मंदिर की छवि, जनसंपर्क और नैरेटिव पर बाहरियों का नियंत्रण हो सके?
जबकि:
- मंदिरों को नियंत्रित किया जा रहा है,
- वक्फ बोर्ड बिना जवाबदेही के करोड़ों की संपत्तियों पर कब्जा कर चुका है,
- विदेशी चंदों का दुरुपयोग हो रहा है,
- और देशविरोधी ताकतें मंदिरों के माध्यम से भी घुसपैठ कर रही हैं।
संभल 2.0 — हर भ्रष्ट घर की खुदाई शुरू होनी चाहिए
TTD घोटाला एक शुरुआत है।
जरा सोचिए, जब वक्फ बोर्ड के नेताओं, कट्टरपंथी संगठनों, विपक्षी दलों और उनके सहयोगी मुस्लिम ट्रस्टों के घरों की खुदाई शुरू होगी, तब कितना भ्रष्टाचार और राष्ट्रविरोधी साजिशें सामने आएंगी।
यह एक नया संभल 2.0 है — जहाँ धार्मिक, राजनीतिक और आतंकी एजेंडे एक साथ मिलकर भारत को भीतर से खोखला करने की तैयारी में हैं।
सनातनियों के लिए अंतिम चेतावनी
- अब समय आ गया है कि हम आंखें खोलें:
- विपक्षी दलों को हिंदुओं से कोई सरोकार नहीं, उनका धर्म है सिर्फ वोट बैंक।
- लुटियंस मीडिया भारत की आवाज़ नहीं, वह विदेशी एजेंडे की कठपुतली है।
कट्टरपंथी नेटवर्क कोई अलग–थलग नहीं, उन्हें राजनीतिक संरक्षण और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग मिल रही है।
हमारा कर्तव्य — जागो, संगठित हो, और वापस लो अपना धर्म, अपना देश
हर सनातनी को एकजुट होना चाहिए — जाति, भाषा, प्रांत से ऊपर उठकर।
- मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराना होगा।
- TTD जैसे मामलों की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
- वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों और चंदों की जांच शुरू होनी चाहिए।
- देशविरोधी ताकतों को बेनकाब करना हमारा धर्म है।
मोदी सरकार को मजबूती से समर्थन देना चाहिए, जो आज इन ताकतों के खिलाफ लड़ रही है।
अब नहीं जागे तो बहुत देर हो जाएगी।
जय सनातन! जय भारत!
हर मंदिर हमारा — हर हिन्दू एक परिवार!
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