गुरपतवंत सिंह पन्नू का पर्दाफाश
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने आखिरकार स्वीकार कर लिया कि खालिस्तानी आंदोलन पाकिस्तान द्वारा संचालित है। वह अपने पाकिस्तानी आकाओं की सुनने को मजबूर है।
यह स्वीकारोक्ति देशभक्तों के लिए कोई नई बात नहीं — लेकिन अब यह दुनिया के सामने आ चुका है:
खालिस्तान कोई जमीनी आंदोलन नहीं है। यह एक विदेशी ऑपरेशन है।
पन्नू कोई नेता नहीं — बल्कि पाकिस्तान का भाड़े का एजेंट है जिसका एक ही काम है — भारत को तोड़ो, हिंदुओं और सिखों के बीच दरार डालो, पंजाब को भारत से अलग करने का भ्रम फैलाओ।
l सच्चे सिख भारत के रक्षक हैं, खालिस्तानी पाकिस्तान के प्यादे हैं।
- सिख धर्म के महान गुरुओं — गुरु तेग बहादुर से लेकर बंदा सिंह बहादुर तक ने सनातन धर्म और स्वतंत्रता की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर किए।
- खालिस्तानी उस पावन विरासत का अपमान करते हैं — क्योंकि वे ISI-प्रायोजित आतंकवाद का समर्थन करते हैं और भारत को तोड़ने की साजिश रचते हैं।
हमें यह स्पष्ट करना होगा:
सिख ≠ खालिस्तानी
देशभक्त ≠ विघटनकारी
भारत के खिलाफ चल रही है एक वैश्विक साजिश
यह सिर्फ खालिस्तान की बात नहीं है — यह एक बड़ी वैश्विक साजिश का हिस्सा है:
- पाकिस्तान: आतंकवाद को ट्रेन करता है और फंडिंग देता है।
- यूके और कनाडा: पन्नू जैसे देशद्रोहियों को “फ्री स्पीच” के नाम पर शरण देते हैं।
- WEF-रॉथ्सचाइल्ड–लंदन गठबंधन: भारत को युद्ध या आंतरिक विद्रोह में उलझाकर उसकी प्रगति रोकना चाहता है।
- भारत के विपक्षी दल: इन विदेशी शक्तियों के “स्थानीय एजेंट” बन चुके हैं — देशविरोधियों का समर्थन करते हैं, सनातन धर्म पर हमला करते हैं, और राष्ट्र की एकता को कमजोर करते हैं।
यह सब मिलकर भारत को रोकने की कोशिश कर रहे हैं — इससे पहले कि वह एक सभ्यतागत महाशक्ति बन जाए।
समाधान: सनातन एकता का बल
इस बहुरूपी शत्रु को पराजित करने के लिए एकमात्र उपाय है: सनातनियों की एकता।
इसका अर्थ है:
- हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन — सब एक साथ खड़े हों।
- मोदी–योगी–डोभाल–अमित शाह जैसे राष्ट्रनायक दल का पूर्ण समर्थन करें।
- उन सभी विपक्षी दलों को सत्ता से बाहर करें, जो वंशवाद, तुष्टिकरण और राष्ट्रद्रोह की राजनीति करते हैं।
मोदी जी धीमी प्रतिक्रिया नहीं दे रहे — वो बुद्धिमत्ता से कार्य कर रहे हैं।
- युद्ध के जाल से बच रहे हैं
- भारत के दुश्मनों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग कर रहे हैं
- आंतरिक सुरक्षा को मजबूत कर रहे हैं
- और भावनाओं से नहीं, रणनीति से काम कर रहे हैं
धैर्य और विश्वास ही आज की सबसे बड़ी शक्ति है
- भारत अभी 70 वर्षों की गंदगी को साफ कर रहा है:
- भ्रष्टाचार में डूबी नौकरशाही
- पक्षपात और तुष्टिकरण से प्रभावित न्यायपालिका
- मार्क्सवादी और राष्ट्रद्रोही ताकतों के कब्जे में मीडिया और शिक्षा तंत्र
यह सब रातों-रात नहीं सुधरेगा —
यह एक सभ्यतागत पुनर्जागरण (Civilizational Reboot) है, और इसमें कुछ सालों का समय लगेगा।
आने वाले 5 वर्षों में हमारा कर्तव्य:
- हर सनातनी को जागरूक करें — गांव-गांव, मंदिर-गुरुद्वारों, स्कूल-कॉलेज तक
- हर राज्य से राष्ट्रद्रोही पार्टियों को सत्ता से बाहर करें — बंगाल से तमिलनाडु, पंजाब तक
- युवा पीढ़ी को मीडिया युद्ध, डिजिटल शक्ति, और सनातनी गर्व से सज्ज करें
ऐसी नीतियों का समर्थन करें जो भ्रष्ट और तुष्टिकरण–प्रेरित तंत्र को समाप्त करें
अब समय है कार्य का — सिर्फ भावनाओं का नहीं
- सनातन धर्म बचेगा — अगर सनातनी एकजुट होंगे।
- भारत बचेगा — अगर राष्ट्रभक्त जाति, भाषा, क्षेत्र से ऊपर उठेंगे।
मोदी जी का मिशन सफल होगा — अगर हम धैर्य, अनुशासन और जागरूकता बनाए रखें।
अब फ़ैसला हमारा है:
- पन्नू को बेनकाब करें
- खालिस्तान को राष्ट्रविरोधी षड्यंत्र साबित करें
- भारत के अंदर और बाहर, हर मंच पर सच्चाई पहुँचाएँ
जय हिंद, जय सनातन, सत श्री अकाल
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
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