आज के तेज़ी से बदलते हुए संसार में हम ऐसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जो न केवल हमारे जीवन के तरीके को, बल्कि हमारे देश की पूरी संरचना को खतरे में डाल सकती हैं। शाहीन बाग आंदोलन और किसान आंदोलन केवल जन आंदोलन नहीं थे; ये एक बड़े, समन्वित रणनीति का हिस्सा थे, जिन्हें विपक्षी दलों, उग्रवादी शक्तियों और विदेशी ताकतों का समर्थन प्राप्त था। इन आंदोलनों को भारत को अस्थिर करने, हमारे लोकतंत्र को कमजोर करने, और एक अयोग्य सरकार को सत्ता में लाने के लिए इस्तेमाल किया गया।
यह केवल राजनीति की बात नहीं है; यह हमारे पहचान, संस्कृति, और राष्ट्र के अस्तित्व की लड़ाई है। जो ताकतें हमें बांटने, अराजकता फैलाने और अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं, वे अब भारत को कुछ ऐसा बनाना चाहती हैं, जो हम कभी नहीं चाहते थे। आप इसे अभी नहीं समझ सकते, लेकिन यह हमारी सर्वाइवल की लड़ाई है, हिन्दू धर्म और भारतीयता की रक्षा के लिए।
एक वैश्विक साजिश: भारत में इसे होने से रोकें
यह न सिर्फ देश के अंदर की लड़ाई है, बल्कि यह एक वैश्विक साजिश है। अमेरिकी डीप स्टेट, साथ ही उग्रवादी समूहों का समर्थन इन आंदोलनों में देखा गया है। वे लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को गिराकर कमजोर सरकार लाना चाहते हैं, जो उनकी वैश्विक राजनीति के एजेंडे को बढ़ावा दे सके। यह वही रणनीति है, जो उन्होंने यूक्रेन, अफगानिस्तान, और बांगलादेश में अपनाई। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसा भारत में न हो।
यहां जो विपक्षी और बाहरी ताकतें काम कर रही हैं, वे नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की सरकार को कमजोर करना चाहती हैं, जिनकी नीतियां भारत को और मजबूत और एकजुट बनाने पर केंद्रित हैं। उनका अंतिम उद्देश्य एक ऐसी सरकार लाना है, जो आसानी से उनके इशारों पर चले और भारत का विकास रुक जाए।
सीमा पर खतरे और डेमोग्राफी के बदलाव
हमारे सीमावर्ती क्षेत्रों की डेमोग्राफी बहुत तेजी से बदल रही है, और वहां मुस्लिम जनसंख्या बढ़ रही है, जिसके कारण आतंकवाद, जिहाद और हिंदुओं पर हमले बढ़ रहे हैं। यह एक गंभीर चिंता का विषय है। हमें अब से ज्यादा सतर्क और एकजुट रहना होगा।
एकजुट होने का समय: अपने धर्म और देश की रक्षा के लिए
अब समय आ गया है कि सभी हिंदू एकजुट होकर अपने धर्म, संस्कृति और देश की रक्षा करें। विपक्षी और विदेशी ताकतें हमें बांटने की कोशिश कर रही हैं—जाति, धर्म और राजनीतिक विचारधाराओं के जरिए। लेकिन हमें इस विभाजन से ऊपर उठकर एक साथ आना होगा। यह सिर्फ हमारे हिंदू पहचान और भारतीय संस्कृति की रक्षा का सवाल है।
राज्यों जैसे कर्नाटका में, जहां मुस्लिम प्रभाव बढ़ रहा है, हमें जल्दी ही कदम उठाने की जरूरत है। अगर हम चुप रहते हैं, तो जल्द ही ये policies पूरी तरह से हमारे धर्म, संस्कृति और सुरक्षा को कमजोर कर सकती हैं।
आपका वोट मायने रखता है: हिंदू धर्म और भारत की रक्षा
आने वाले चुनावों में आपके वोट का बहुत महत्व है। यह सिर्फ एक चुनाव नहीं है; यह हिंदू धर्म और भारतीय संप्रभुता की रक्षा का सवाल है। कुछ लोग हमें बांटने और कमजोर करने के लिए हर हथकंडा अपना रहे हैं। अगर हम एकजुट नहीं होते, तो भारत का भविष्य संकट में पड़ सकता है।
हमारे देश में हिंदू वोट को पूरा समर्थन देना होगा—90% या उससे अधिक। हमे उन पार्टियों को समर्थन देना होगा, जो हिंदुत्व, राष्ट्रीय एकता, और भारत की सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आखिरकार, एक आह्वान: जागो और एकजुट हो जाओ
अब समय है जागने का। उन ताकतों को अपने खेल में सफल न होने दें। एकजुट हो जाएं, अपने साथी हिंदुओं के साथ मिलकर, और मोदी सरकार का समर्थन करें, जो भारत की प्रगति के लिए काम कर रही है।
यह केवल एक राजनीतिक लड़ाई नहीं है—यह हमारे देश की आत्मा की लड़ाई है। एकजुट होकर खड़े हो जाइए, सचेत रहिए, और अब कुछ ऐसा कीजिए, जिससे भविष्य सुरक्षित रहे।
जय हिन्द, जय भारत।