पिछले 70 सालों से कांग्रेस, वामपंथी और खुद को सेकुलर कहने वाले दल हिंदू समाज को जाति, समुदाय और वर्गों में बाँटने की कोशिश कर रहे हैं। इसका असर हम बंगाल के हालिया चुनावों में देख चुके हैं, जहां मुस्लिम बहुल इलाकों में विपक्षी दलों के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, जबकि हिंदू उम्मीदवारों को वोटों के विभाजन के कारण हार का सामना करना पड़ा। अगर हम अब भी इसपर ध्यान नहीं देंगे, तो आगे आने वाले चुनावों में हमें और भी बड़ा नुकसान हो सकता है।
विपक्षी दल और जिहादी ताकतें हिंदू समाज को कमजोर करने के लिए हर तरह की चालें चल रहे हैं। वे चाहते हैं कि हिंदू समाज आपस में बंट जाए, ताकि उनका मकसद आसानी से पूरा हो सके। दूसरी ओर, जिहादी संगठन हमारे देश को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं, क्योंकि वे अपने धर्म के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। इस दौरान, उन्हें विरोधी दलों के कुछ हिंदू समर्थकों का भी सहयोग मिल रहा है, जो उनके उद्देश्य को आगे बढ़ा रहे हैं।
मुस्लिम वोटबैंक और विपक्ष की साजिश
हमें यह समझना होगा कि मुस्लिम वोटबैंक सिर्फ कांग्रेस और विपक्षी दलों को ही मदद करता है, क्योंकि ये दल भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के उनके मिशन में सहयोग कर रहे हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि अगर इनका मकसद सफल हो गया, तो ये वही हाल करेंगे जो पाकिस्तान और बांग्लादेश में हुआ। वहां हिंदुओं को सिर्फ इसलिए मारा गया क्योंकि वे हिंदू थे। हमें अब इस साजिश का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। अगर हम विपक्षी दलों को वोट देंगे, तो हम अपनी कब्र खुद खोदेंगे।
ओवैसी का बयान और हिंदू समाज की चुप्पी
हाल ही में ओवैसी ने कहा था कि “योगी हमेशा मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे और मोदी हमेशा प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे,” लेकिन हिंदू समाज ने इस पर चुप्पी साध ली। अगर ऐसा कुछ किसी हिंदू नेता ने कहा होता, तो पूरा देश उबल पड़ता। हमें यह समझना चाहिए कि हमें ऐसे बयानों पर प्रतिक्रिया देने की ज़रूरत है। हिंदू समाज को जगाने के लिए हमें और ज्यादा सक्रिय और संगठित होना होगा।
शाहीन बाग और किसान आंदोलन: एक बड़ी साजिश
शाहीन बाग और किसान आंदोलन, जो कांग्रेस और मुसलमानों ने शुरू किया, दरअसल आतंकवादी संगठनों, खालिस्तानियों और अमेरिकी डीप स्टेट का समर्थन प्राप्त था। इन आंदोलनों का उद्देश्य भारत को अस्थिर करना था ताकि उनके इशारों पर चलने वाला एक कमजोर प्रधानमंत्री सत्ता में आ सके। हमें यह समझने की जरूरत है कि हम जिस साजिश का हिस्सा बन रहे हैं, वह हमें और हमारे देश को बर्बाद करने की कोशिश है।
कांग्रेस और विपक्षी दलों का हिंदू समाज को तोड़ने का एजेंडा
राहुल गांधी और कांग्रेस ने हमेशा हिंदू समाज को जाति, समुदाय और वर्गों में बाँटने का काम किया है। अब वे सेना और अन्य संस्थानों को भी विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं। यह बहुत खतरनाक है। अगर सेना भी बंट गई, तो देश की सुरक्षा और अखंडता खतरे में पड़ जाएगी। हमें इस पर ध्यान देना होगा और हर हाल में एकजुट रहना होगा।
जागो हिंदुओं जागो: एकजुटता ही हमारी शक्ति
हमें यह समझने की जरूरत है कि अगर हम एकजुट नहीं हुए, तो हमें वही हाल होगा जो बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं का हुआ। वहां न जाति पूछी गई, न समुदाय, बस हिंदू होने के कारण उन्हें मार दिया गया। हमें इस इतिहास को दोहराने से रोकने के लिए एकजुट होना होगा।
हमें कांग्रेस और विपक्षी दलों की चालों को समझकर, अपने बीच की छोटी-छोटी बातों को भूलकर एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा। हम अगर खुद को एकजुट नहीं करेंगे, तो हमारी पहचान खत्म हो सकती है। अगर हम अपनी एकजुटता नहीं दिखाएंगे, तो हमें कभी भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़नी पड़ सकती है।