वोट देने से पहले सोचिए
जब झींगुर जैसे जिहादी मानसिकता वाले अपराधी हिंदू बच्चियों के साथ दरिंदगी करते हैं — उन्हें जबरन उठा लिया जाता है, धर्मांतरण किया जाता है, बलात्कार कर वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जाता है — तो पूरे देश में एक सुनियोजित मौन फैल जाता है, जो हमें हिंदू वोट एकजुटता की ज़रूरत का अहसास कराता है।
- ना ममता बनर्जी बोलती हैं।
- ना प्रियंका गांधी का ट्वीट आता है।
- ना राहुल गांधी ‘लड़कियाँ कुछ भी कर सकती हैं’ जैसे पोस्ट डालते हैं।
- ना केजरीवाल को इंसाफ की चिंता होती है।
- ना स्वरा भास्कर या तापसी पन्नू जैसी “फेमिनिस्ट एक्टिविस्ट्स” की अंतरात्मा जागती है।
- ना राणा अय्यूब, सागरिका घोष जैसे पत्रकारों की कलम चलती है।
- ना कोई सेक्युलर गैंग “मोमबत्ती मार्च” करता है।
- ना “टुकड़े-टुकड़े” गैंग के मुंह से एक भी शब्द निकलता है।
👉 क्यों?
- क्योंकि पीड़िता हिंदू है और अपराधी मुस्लिम।
- और इस्लामिक वोट बैंक नाराज़ न हो जाए — ये डर इन सब पर भारी है।
🤐 यह मौन सिर्फ डर नहीं — यह हिंदू विरोधी मानसिकता है।
याद करिए…
- जब असम में एक मुस्लिम अपराधी द्वारा एक हिंदू युवती का रेप और मर्डर हुआ, NDTV और Scroll ने इसे छिपा लिया।
- जब राजस्थान के करौली में हिंदू दुकानें जलाई गईं, तब राहुल गांधी विदेश दौरे पर थे लेकिन ट्वीट करने की ज़रूरत नहीं समझी।
- जब उदयपुर में कन्हैयालाल का गला काटा गया, तब ममता दीदी ने कहा — “ये तो कानून का मामला है”।
लेकिन जब एक मुस्लिम युवक को गिरफ़्तार किया जाता है — तब देशभर में “माइनॉरिटी इन डेंजर” का नैरेटिव शुरू हो जाता है।
📢 अब सवाल हम हिंदुओं से है:
हमें सोचने की ज़रूरत है:
- क्या हम हर बार उन लोगों को वोट देंगे जो हमारी बेटियों के लिए एक शब्द नहीं बोलते?
- क्या हम उन लोगों को सत्ता में पहुँचाते रहेंगे जो “जय श्रीराम” बोलने पर FIR कराते हैं, लेकिन “अल्लाह हू अकबर” बोलकर गला काटने वाले को ‘मानवाधिकार’ कहते हैं?
⚠️ हमारी सबसे बड़ी ग़लती: हिंदू समाज का वोट विभाजित होना
हम 65 सालों तक इन्हीं के बहकावे में आकर जात-पात, भाषा-प्रांत के आधार पर वोट देते रहे।
- कोई ब्राह्मण के नाम पर कांग्रेस को वोट देता है,
- कोई पिछड़ा कहकर RJD को,
- कोई केजरीवाल को सिर्फ बिजली-पानी देखकर,
- कोई समाजवादी पार्टी को ‘सेक्युलर’ समझकर।
लेकिन क्या आपने कभी सुना कि मुस्लिम इलाकों में ऐसा बँटवारा होता है? नहीं!
वह सब एकसाथ एक ही पार्टी को वोट देते हैं — चाहे उम्मीदवार अपराधी हो, बलात्कारी हो या देशविरोधी हो। क्योंकि उन्हें सिखाया गया है — धर्म पहले, बाकी सब बाद में।
> हम हिन्दू यह कब समझेंगे और स्वीकार करेंगे??
🚩 अब वक्त है संगठित होने का — और वोट को राष्ट्र और धर्म की रक्षा का अस्त्र बनाने का
अब वोट दीजिए उन्हें:
- जो राम मंदिर बनवाते हैं — न कि अदालतों में जाकर उसे रोकने की याचिका दायर करते हैं।
- जो कश्मीर से 370 हटाकर आतंकियों की कमर तोड़ते हैं — न कि बुरहान वानी को ‘शहीद’ बताते हैं।
- जो लव जिहाद, कट्टरपंथ, घुसपैठ और जनसंख्या नियंत्रण पर कड़ा रुख रखते हैं — न कि शाहीन बाग में बिरयानी बँटवाते हैं।
🔥 अब चुनाव नहीं, यह राष्ट्र रक्षा का धर्म युद्ध है!
> जो चुप हैं, वे भी दोषी हैं।
> जो तटस्थ हैं, वे भी गद्दारों के साथ खड़े हैं।
- “अबकी बार मूर्खता से नहीं, समझदारी से वोट दो।”
- “अबकी बार जात-पात नहीं, सिर्फ भारत और धर्म को देखो।”
- “अबकी बार सेक्युलरवाद नहीं — सनातन और राष्ट्रवाद।”
📢 यह मत भूलिए:
- “हर बार आपकी चुप्पी ही आपके विनाश का कारण बनी है।
- अब चुप नहीं रहना है — अब वोट के जरिए जवाब देना है।”
✅ अब जागो, संगठित हो जाओ और अपने वोट से राष्ट्रद्रोहियों को सत्ता से बाहर करो!
🇮🇳 जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
पुराने मेसेजेस के लिए कृपया हमारी वेबसाईट www.saveindia108.in पर जाएं।
➡Telegram Group: https://t.me/+T2nsHyG7NA83Yzdl
➡WhatsApp Group: https://chat.whatsapp.com/HxGZvlycYPlFvBO17O3eGW