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इस्लामी जिहाद

इस्लामी जिहाद : वैश्विक संकट — लेकिन दुनिया अब भी सो रही है

इस्लामी जिहाद : वैश्विक संकट

इस्लामी जिहाद आज केवल एक क्षेत्रीय समस्या नहीं, बल्कि एक वैश्विक संकट बन चुका है। इसकी जड़ें दुनियाभर में फैल रही हैं, लेकिन दुर्भाग्य से अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब भी इसकी गंभीरता को नजरअंदाज कर रहा है।

  • चाहे वह लंदन हो या लेस्टर, पेरिस हो या पंजाब, स्वीडन हो या सीरिया
    हर जगह एक ही पैटर्न देखने को मिलता है:
  • कट्टरपंथी इस्लामी ताकतें स्थानीय सभ्यताओं को नष्ट कर रही हैं, स्थानीय जनता पर हमले कर रही हैं, और शरिया कानून लागू करने की माँग कर रही हैं।

लेकिन दुर्भाग्य से —

❌ अधिकतर देश कुछ नहीं कर रहे।
❌ बल्कि वे तो झुक रहे हैं, समझौता कर रहे हैं, और इस कट्टरता को वैधता दे रहे हैं।
❌ और ऐसा करके, वे अपने साथ-साथ पूरी मानवता को खतरे में डाल रहे हैं।

🤯 सबसे बड़ा संकट क्या है?

इन ताकतों का विरोध करने के बजाय —

  • वैश्विक ताकतें भारत और इज़राइल जैसे देशों को ही दबा रही हैं, जो अकेले इस जंग को लड़ रहे हैं।
  • मीडिया, NGO और हथियार लॉबी लाभ कमा रही है, लेकिन शांति स्थापित करने में कोई रुचि नहीं दिखा रही।
  • वे समाधान नहीं चाहते, उन्हें सिर्फ संघर्ष चाहिए।

यह न सिर्फ चुप्पी है — यह साजिश में भागीदारी है।

सिर्फ भारत और इज़राइल लड़ रहे हैं अकेले

  • इज़राइल, इस्लामी देशों से घिरा हुआ होने के बावजूद, आत्मसमर्पण नहीं करता। वह हर हमला वापस करता है — तेज़, सटीक और दृढ़ता से।
  • भारत, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, आंतरिक सुरक्षा, सीमाओं की रक्षा, आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक और राष्ट्रहित की नीतियों से लड़ाई लड़ रहा है — वह भी तब जब देश के अंदर ही विपक्षी दल और anti-national, anti-Hindu ताकतें उसके खिलाफ खड़ी हैं।

फिर भी,

  • दुनिया इन्हें ही दोष देती है जो अपना अस्तित्व बचा रहे हैं।

क्या यह दोहरापन नहीं है?

🚨 इस्लामी जिहाद केवल आतंकवाद नहीं — यह बहुस्तरीय युद्ध है

  • जनसंख्या जिहाद: संख्या के आधार पर लोकतंत्र को कब्जा करना।
  • शरणार्थी जिहाद: शरण लेकर स्थायी दावा करना।
  • शिक्षा जिहाद: सिविल सेवाओं में सेंध लगाना।
  • मीडिया जिहाद: झूठे नैरेटिव फैलाना।
  • भूमि जिहाद: गैर मुस्लिम इलाकों पर कब्ज़ा जमाना।

😡 और फिर भी… दुनिया चुप है

  • यह “चरमपंथ” नहीं है।
  • यह “आतंकवाद की isolated घटना” नहीं है।
  • यह एक वैश्विक सभ्यतागत युद्ध है, जो जिहाद के नाम पर लड़ा जा रहा है।

और दुनिया की सबसे बड़ी गलती यह है कि वे इसे केवल स्थानीय समस्या मानते हैं।

✊ अब समय है वैश्विक जागरण का

🌍 अब समय आ गया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय एकजुट होकर:

  • एक वैश्विक आतंकविरोधी गठबंधन बनाए
  • साझा सैन्य, कानूनी और आर्थिक कार्रवाई करे
  • आतंक की फंडिंग रोकने वाली संस्थाओं को खत्म करे
  • कट्टरपंथी मदरसों और उपदेशकों पर रोक लगाए
  • भारत और इज़राइल का समर्थन करे, विरोध नहीं
  • संयुक्त राष्ट्र, मीडिया और मानवाधिकार संगठनों से पक्षपात खत्म किया जाए

🧭 अगर अब नहीं चेते तो

वह दिन दूर नहीं जब:

  • अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता छिन जाएगी।
  • अल्पसंख्यक बहुसंख्यक बनकर शासन करेंगे।
  • लोकतंत्र, इस्लामिक तानाशाही में बदल जाएगा।

> यह भविष्यवाणी नहीं है।
> यह हो रहा है।
> और हम इसे होने दे रहे हैं।

🛡️ सनातन धर्म और यहूदी संस्कृति — अंतिम रक्षक

भारत और इज़राइल की प्राचीन सभ्यताएं सिर्फ अपना अस्तित्व नहीं बचा रही —
वे दुनिया को यह सिखा रही हैं कि कैसे आत्मरक्षा की जाती है, कैसे धर्म और संस्कृति की रक्षा की जाती है, और कैसे बर्बरता के सामने झुकना नहीं है।

  • अगर आज दुनिया ने इनका साथ नहीं दिया,

तो कल दुनिया में कोई बचेगा ही नहीं जो तुम्हारा साथ दे सके।

📢 अब आवाज़ उठाइए!

  • हर शांतिप्रिय नागरिक, चाहे किसी भी धर्म का हो, उसे इस कट्टरपंथी विचारधारा का विरोध करना चाहिए।
  • युवाओं को असली खतरे के बारे में सिखाना होगा, न कि फर्जी सेक्युलर नैरेटिव से बहकाना।
  • सरकारों को हिम्मत से निर्णय लेने चाहिए, झुकना बंद करना होगा।

🕉️ ✡️ भारत और इज़राइल की लड़ाई — मानवता की लड़ाई है

🌍 अगर दुनिया ने आज भारत और इज़राइल को बचाया,

  • तो वो खुद को बचा पाएगी। अन्यथा चारों और बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे हालत होंगे और पूरी दुनिया मैं अशान्ति होगी

🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮

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