दोस्तों, मैं जो बताने जा रहा हूँ, यह राष्ट्रीय समाचार होना चाहिए था। पर अफसोस, बड़े मीडिया चैनल ने इसे दिखाने की ज़रूरत नहीं समझी।
पिछले 10 दिनों में गृह मंत्रालय ने कश्मीर में 18 ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जो दशकों से चले आ रहे अन्याय, आतंकवाद और अलगाववाद का अंत कर सकते हैं।
🔥 गृहमंत्री के 18 ऐतिहासिक फैसले
1. नागरिकता और जनसांख्यिकी सुधार
5 लाख हिंदू और सिख परिवारों को कश्मीर की नागरिकता दी गई।
दशकों से अपनी ही जमीन और अधिकार खो चुके कश्मीरी पंडित और सिख अब अपने अधिकार और सम्मान वापस पा रहे हैं।
यह एक ऐतिहासिक पल है, क्योंकि इससे कश्मीर की जनसांख्यिकीय संतुलन बहाल होगा।
2. अलगाववादियों और सियासी संरक्षण पर कार्रवाई
- उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की सारी राजनीतिक शक्तियाँ और प्रशासनिक अधिकार वापस ले लिए गए।
- उनके विश्वविद्यालय, घर और गाड़ियों की सरकारी सुविधाएँ खत्म कर दी गई हैं।
- जो विशेष कानूनी सुरक्षा उन्हें 42 साल से मिली थी, उसे हटाकर पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत किसी भी जेल में रखा जा सकता है।
- यह कदम दिखाता है कि अब राजनीतिक संरक्षण के नाम पर आतंकवादियों को बचाना नहीं चलेगा।
3. मंदिर और धार्मिक संपत्ति पर नियंत्रण
- हिंदू मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण हटा दिया गया।
- अब सभी मंदिर ट्रस्ट सीधे गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करेंगे, जिससे दशकों से चल रहा दुरुपयोग रोका जा सके।
- 1990 में कश्मीरी पंडितों को भगाकर जो जबरन ज़मीनें कब्जाई गई थीं, उनके फर्जी रजिस्ट्रेशन कैंसिल होंगे।
- यह फैसला दशकों से हिंदुओं पर हुए अन्याय का पैमाना बदल देगा।
4. वक्फ बोर्ड और इस्लामी नेटवर्क का नियंत्रण
- कश्मीर वक्फ बोर्ड अब दिल्ली वक्फ बोर्ड के अधीन कर दिया गया।
- इससे वर्षों से चल रहे धन और जमीनों के दुरुपयोग पर अंकुश लगेगा।
- ऐसे कदमों से यह सुनिश्चित होगा कि आतंकवादी और अलगाववादी संगठन अब राज्य में अपनी सियासी और वित्तीय पहुंच का दुरुपयोग न कर सकें।
5. प्रशासनिक ढांचे में बदलाव
- सेक्रेटेरिएट अब स्थायी रूप से जम्मू में रहेगा, जिससे ठंड के कारण सालाना स्थानांतरण बंद होगा।
- मुख्यमंत्री की रैंक घटा दी गई – राष्ट्रपति प्रोटोकॉल में 7वें से 15वें स्थान पर।
- इससे मुख्यमंत्री का विश्वविद्यालय और वक्फ बोर्ड पर अधिकार समाप्त हो गया।
- यूनिवर्सिटी करिकुलम बदला जा रहा है, ताकि अलगाववादी विचारधारा की जड़ों को मिटाया जा सके।
- कश्मीरी IAS अफसरों का तबादला कर दिया गया है, ताकि प्रशासनिक प्रभाव और नियंत्रण बेहतर बनाया जा सके।
6. सुरक्षा, निगरानी और कानून व्यवस्था
- 1990 से अब तक के सभी अवैध कब्जों पर कार्रवाई की जाएगी।
- लोकल लोग अब सीधे शिकायत कर सकेंगे, जिससे प्रशासनिक रुकावटें खत्म होंगी।
- टूरिस्ट अथॉरिटी और फॉरेस्ट विभाग अब सीधे दिल्ली से कंट्रोल होंगे।
इससे बाहरी आतंकवादी और स्थानीय सहयोगी, जो पहले छुपा कर मदद करते थे, उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।
7. निवेश और आर्थिक स्वतंत्रता
- बैंकों को राज्य सरकार के अधिकार से हटा दिया गया, ताकि कश्मीरी पंडित और बाहरी निवेशक कश्मीर में निवेश कर सकें।
- पर्यटन और अन्य व्यावसायिक अवसरों पर केंद्र सरकार का नियंत्रण सुनिश्चित करेगा कि किसी भी अवैध गतिविधि का लाभ न उठाया जा सके।
- यह कदम कश्मीर को विकास की राह पर लाने और आतंकवादियों के आर्थिक नेटवर्क को तोड़ने में मदद करेगा।
✨ क्यों है यह ऐतिहासिक?
- दशकों से कश्मीरी पंडित और हिंदू अपने ही घर से बेघर थे।
- कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने कभी ठोस प्लान नहीं बनाया और न ही कोई कार्रवाई की।
- आज पहली बार, मोदी सरकार ने ऐसा कदम उठाया है जो दशकों से अटका हुआ अन्याय समाप्त करेगा।
- यह दिखाता है कि सिर्फ राजनीतिक इच्छाशक्ति और नेतृत्व ही देश को सही दिशा में ले जा सकता है।
ये निर्णय केवल कश्मीर तक सीमित नहीं हैं – यह पूरे भारत में सुरक्षा, धर्म और कानून व्यवस्था के लिए मिसाल हैं।
🔥 मीडिया और विपक्ष की चुप्पी
- यदि किसी चर्च की खिड़की पर पत्थर फेंका जाता, तो मीडिया हफ्तों तक बहस करता।
- लेकिन 5 लाख हिंदू-सिख परिवारों को नागरिकता जैसी ऐतिहासिक खबर को दबाया गया।
- क्यों? क्योंकि यह एंटी-हिंदू और एंटी-नेशनल नैरेटिव में फिट नहीं बैठती।
- विपक्ष के नेताओं के लिए यह एक अवसर बन गया झूठा प्रचार करने का – जैसे “मोदी विरोध” और “नागरिकता विरोधी” के झूठे दावे।
✅ संदेश और भविष्य की जिम्मेदारी
आज कश्मीर में जो बदलाव हो रहे हैं, वे मोदी सरकार और गृह मंत्री की दूरदर्शिता और स्ट्रैटेजिक विज़न का परिणाम हैं।
- अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस सच को फैलाएँ,
- झूठे प्रचार और मीडिया की चुप्पी को उजागर करें,
- और एकजुट होकर देशहित के फैसलों का समर्थन करें।
- अगर हम सक्रिय और जागरूक नहीं होंगे, तो विरोधी दल और एंटी-नेशनल तंत्र देश के खिलाफ फिर से चाल चल सकते हैं।
देशभक्तों, अब वक्त है – सच को जानें, फैलाएँ और देश के विकास में सहयोग करें।
🇮🇳 जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
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