भारत की आलोचना क्यों कर रहे हैं कुछ भारतीय?
ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता ने भारत को वैश्विक मानचित्र पर केवल एक क्षेत्रीय शक्ति नहीं, बल्कि एक सशक्त सैन्य और तकनीकी महाशक्ति के रूप में स्थापित कर दिया है। आज जब पूरी दुनिया भारत की सराहना कर रही है, तब कुछ लोग भारत की आलोचना कर रहे हैं, और वह भी बिना किसी आधार के।
भारत की यह वैश्विक प्रतिष्ठा इसलिए बनी क्योंकि:
- भारत ने स्वदेशी रूप से विकसित हथियारों और तकनीकों का सफलतापूर्वक उपयोग किया।
- उन्नत निगरानी और सैटेलाइट सिस्टम ने पश्चिमी तकनीकों को भी पीछे छोड़ दिया।
- सैन्य अभियान इतना सटीक और साहसी था कि जिन्हें महाशक्ति माना जाता था, वे ऐसा करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाए।
- भारत ने केवल सेना ही नहीं, बल्कि आर्थिक दबाव, कूटनीति और रणनीति से भी पाकिस्तान, तुर्की और बांग्लादेश जैसे राष्ट्रों को घुटनों पर ला दिया।
आज भारत का उत्थान कोई सपना नहीं, बल्कि यथार्थ है। मोदी सरकार ने उस भारत की कल्पना को साकार किया है जो निर्णय लेने में सक्षम, स्वाभिमानी और विश्व में सम्मानित है।
फिर भी देश के भीतर ही देशद्रोही मानसिकता सक्रिय है…
विडंबना देखिए — जब दुनिया मोदी और भारत की प्रशंसा कर रही है, तब कुछ भारतीय — विशेष रूप से विपक्षी नेता, वामपंथी मीडिया और बुद्धिजीवी गिरोह आलोचना कर रहे हैं!
ये लोग:
- प्रधानमंत्री मोदी पर “कुछ न करने” का झूठा आरोप लगाते हैं।
- उनकी विदेश यात्राओं को “व्यर्थ” बताते हैं, जबकि ये यात्राएं अरबों डॉलर का निवेश और रणनीतिक साझेदारियाँ लेकर आई हैं।
- झूठी अफ़वाहें फैला कर जनता को गुमराह कर रहे हैं ताकि मोदी सरकार को बदनाम किया जा सके।
उनका असली एजेंडा क्या है?
भारत की प्रगति से लोगों का ध्यान हटाना, राष्ट्रवाद को कलंकित करना और सत्ता में लौटने के लिए फूट, भ्रम और झूठ का वातावरण बनाना।
ये केवल आलोचना नहीं, एक सुनियोजित षड्यंत्र है
- ये लोग सिर्फ मोदी का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि भारत के नवजागरण और सनातन धर्म पर हमला कर रहे हैं:
- धार्मिक तुष्टिकरण को फिर से जीवित किया जा रहा है।
- सनातन धर्म को अपमानित किया जा रहा है, मंदिरों का व्यवसायीकरण हो रहा है और संतों को चुप कराया जा रहा है।
- और मोदी सरकार को इसलिए गाली दी जा रही है क्योंकि उसने भारत को शक्ति और स्वाभिमान के मार्ग पर ला खड़ा किया है।
2. ये वही लोग हैं जो नहीं चाहते कि भारत एक हिंदू राष्ट्र बने, आत्मनिर्भर बने या विश्वगुरु बने। इसलिए ये NGO, विदेशी फंड, मीडिया झूठ और अदालतों के दुरुपयोग के ज़रिए षड्यंत्र रच रहे हैं।
अब समय आ गया है— धर्म के साथ खड़े हों, भारत के साथ खड़े हों
- अब भ्रम या तटस्थता का समय नहीं है। हर देशभक्त, हर सनातनी, हर सत्य का साधक खुद से पूछे:
- क्या मैं एक उभरते भारत के साथ खड़ा हूं या उसके पतन के प्रयास में लगे लोगों के साथ?
- क्या मैं उस नेतृत्व का समर्थन करता हूं जिसने भारत को गर्व दिलाया या उस नेतृत्व का जो दशकों तक गुलामी और डर में जीता रहा?
- क्या मैं एक सुरक्षित, गौरवशाली हिंदू भारत चाहता हूं या एक ऐसा भारत जो पाकिस्तान या बांग्लादेश की तरह बन जाए जहां हिंदुओं के पास बस तीन विकल्प हों — धर्मांतरण करो, भागो या मरो?
सत्य स्पष्ट है: मोदी के साथ खड़े हों। भारत के साथ खड़े हों। धर्म के साथ खड़े हों।
हमें झूठ को नकारना होगा, देश–विरोधियों को उखाड़ फेंकना होगा, और 2029 में मोदी सरकार को पूर्ण बहुमत देना होगा — ताकि एक सशक्त हिंदू राष्ट्र की नींव स्थायी हो सके और सनातन धर्म अमर हो जाए।
अब समय है — शारीरिक, मानसिक और रणनीतिक तैयारी का। यह धर्मयुद्ध है, और इसमें जीत केवल आशा से नहीं, बल्कि साहस, एकता और आवश्यकता पड़ने पर प्रतिशोध से मिलेगी।
जय सनातन! जय भारत!
अधिक ब्लॉग्स के लिए कृपया www.saveindia108.in पर जाएं।
👉Join Our Channels👈