हिंदू सभ्यता, जिसने सहिष्णुता, ज्ञान और संस्कृति की नींव रखी, आज भीतर ही भीतर एक अदृश्य तूफान से जूझ रही है। बाहरी आक्रमणों से अधिक, आंतरिक उदासीनता, मूल्यहीनता और सांस्कृतिक विस्मरण ने इसे संकट के कगार पर ला खड़ा किया है। अब समय आ गया है कि हम इस मौन तूफान को पहचानें और अपनी सभ्यता के पुनर्जागरण के लिए संकल्प लें
“जब हम आराम से सोते हैं, हमारे दुश्मन हमारे विनाश की योजना बनाते हैं।“
“यदि हिंदू समय रहते नहीं जागे, तो भविष्य में न बीजेपी रहेगी, न कांग्रेस, न टीएमसी और न वामपंथ… रहेगा केवल इस्लामी प्रभुत्व।“
यह केवल राजनीतिक बयानबाज़ी नहीं है — यह एक सभ्यता का चेतावनी संकेत है।
भारत — जिसे कभी धर्म, संस्कृति और वेदों की भूमि ‘भारतवर्ष’ कहा जाता था — आज गंभीर संकट में है। और यह खतरा केवल बाहरी नहीं, बल्कि आंतरिक है — जनसांख्यिकीय, वैचारिक और संस्थागत।
1. इस्लामी जगत से डरावनी चेतावनी
सऊदी अरब के इस्लामी विद्वान डॉ. नासिर बिन सुलेमान अल-ओमर का बयान सुनिए:
“भारत गहरी नींद में है। इस्लाम तेजी से फैल रहा है। हजारों मुसलमान भारत की पुलिस, सेना और नौकरशाही में घुस चुके हैं। भारत धीरे-धीरे और स्थायी रूप से नष्ट कर दिया जाएगा।”
यह कोई मनगढ़ंत बयान नहीं — यह एक रणनीतिक योजना है। और यह हिंदू सभ्यता के अस्तित्व के लिए एक सीधी चुनौती है।
2. जनसंख्या युद्ध – अदृश्य हथियार
वर्तमान स्थिति:
- भारत में मुस्लिम बच्चों की जन्म दर हिंदुओं से करीब 2-3 गुना अधिक है।
- मुस्लिम जनसंख्या (आधिकारिक 20%) वास्तव में 25–30% या उससे भी अधिक हो सकती है।
- इस गति से अगले कुछ दशकों में कई राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक बन सकते हैं।
इसे ही कहा जाता है “जनसंख्या जिहाद” — एक सुनियोजित जनसंख्या युद्ध, जो हिंदू सभ्यता को धीमे-धीमे समाप्त कर रहा है।
3. वैश्विक उदाहरण – धर्मनिरपेक्षता से इस्लामी प्रभुत्व
इतिहास और वर्तमान गवाह हैं:
- पाकिस्तान और बांग्लादेश में विभाजन के समय 25% हिंदू थे — आज 2% से भी कम बचे हैं।
- कश्मीर: कभी हिंदू पंडितों का गढ़, आज उनका पलायन और संहार।
- मलेशिया, ज़ाम्बिया से लेकर यूरोप के देशों तक — धर्मनिरपेक्षता का दुरुपयोग कर इस्लामी प्रभुत्व स्थापित हुआ है।
आज हिंदू सभ्यता को भी वही खतरा दरपेश है।
4. जब हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएं तो क्या होता है?
- मंदिरों का अपमान और कब्जा
- हिंदू बेटियों का धर्मांतरण (लव जिहाद)
- गौहत्या में वृद्धि
- सनातन पर्वों पर रोक
- संविधान का दुरुपयोग
कश्मीरी पंडितों से पूछिए, या लाहौर व ढाका के हिंदुओं से — हिंदू सभ्यता कैसे कुचली जाती है, वे भोग चुके हैं।
5. सुनिए इनकी मंशा
एक वायरल कहानी में एक हिंदू दुकानदार और मुस्लिम कर्मचारी के बीच संवाद:
“मेरे दो बच्चे हैं, तुम्हारे बारह। तुम्हें चिंता नहीं?”
“चिंता क्यों करूँ? 25 साल बाद तुम्हारे लिए मेरे बेटे काम करवाएंगे।”
यह संवाद कोई गढ़ी हुई कहानी नहीं — यह हिंदू सभ्यता पर आने वाले संकट की सच्ची झलक है।
6. हिंदू – बंटे हुए, मौन और अंधे
- जातिवाद में उलझे
- भाषा, प्रांत और क्षेत्रीय अहंकार में फंसे
- अपने धर्म और मंदिरों को लेकर अपराध-बोध से ग्रसित
- तथाकथित लिबरलिज्म के मोह में फंसे
जबकि हिंदू सभ्यता के अस्तित्व पर संगठित हमले हो रहे हैं।
7. भारत केवल तभी धर्मनिरपेक्ष रहेगा जब हिंदू बहुसंख्यक रहेंगे
भारत में धर्मनिरपेक्षता और समान अधिकार तभी सुरक्षित रहेंगे जब हिंदू सभ्यता का बहुसंख्यक आधार बना रहेगा।
अन्यथा:
- संविधान में संशोधन की मांगें होंगी
- शरीयत कानून का समावेश होगा
- सनातन पर्वों और परंपराओं को “सांप्रदायिक” बताकर रोका जाएगा
8. मज़ाक बंद करो – सुनना शुरू करो
आज लव जिहाद, लैंड जिहाद और जनसंख्या जिहाद का मजाक उड़ाने का समय नहीं, बल्कि हिंदू सभ्यता को बचाने के लिए सचेत होने का समय है।
मस्जिदें केवल इबादतगाह नहीं — वे राजनीतिक योजना और फतह के केंद्र हैं।
9. क्या करना होगा – इससे पहले कि बहुत देर हो जाए
- जाति, भाषा, प्रांत से ऊपर उठकर एकजुट हो जाएं — हिंदू सभ्यता के ध्वज तले
- धर्म आधारित संस्थाओं और राष्ट्रवादी संगठनों का समर्थन करें
- सोच-समझकर मतदान करें — जो सनातन संस्कृति और हिंदू सभ्यता की रक्षा करें
- बच्चों को धर्म, इतिहास, आत्मरक्षा और सनातनी मूल्यों की शिक्षा दें
- सोशल मीडिया, मंचों, परिवारों और समुदायों में सच को निर्भीकता से फैलाएं
10. यह नफ़रत नहीं — यह अस्तित्व की लड़ाई है
यह इस्लामोफोबिया नहीं, भारत रक्षा है।
यह किसी के खिलाफ नहीं — यह हिंदू सभ्यता, हमारे घर, हमारी बेटियों, हमारे धर्म और हमारी पहचान की रक्षा के लिए है।
“जो इतिहास भूलते हैं, उन्हें उसे दोहराना पड़ता है।”
हमें सियालकोट, कश्मीर या ढाका न बनने देना है।
अब नहीं तो कब?
आज हिंदू सभ्यता एक निर्णायक मोड़ पर है। अगर हमने अब भी चेतना नहीं दिखाई, तो मौन तूफान हमारी पहचान को बहा ले जाएगा।
समय की पुकार है:
- जागो
- उठो
- एक हो
- बोलो
- कार्य करो
⚔️ यह धर्मयुद्ध है।
केवल जागृत और संगठित हिंदू ही भारत और हिंदू सभ्यता की रक्षा कर सकते हैं।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
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