प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2014 के बाद से ऐतिहासिक आर्थिक सुधार, भ्रष्टाचार उन्मूलन, और राष्ट्रवादी नीतियों का क्रियान्वयन किया है। लेकिन विपक्षी दल, वामपंथी ताकतें और कट्टरपंथी समूह लगातार सरकार को बदनाम करने और हिंदू समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।
1. मोदी सरकार के आर्थिक सुधार और भारत की प्रगति
मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण भारत आज विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की ओर बढ़ रहा है।
(i) मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत
- घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए मेक इन इंडिया कार्यक्रम लॉन्च किया गया, जिससे रक्षा, टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स, और ऑटोमोबाइल उद्योग में तेज़ी से वृद्धि हुई।
- आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत रक्षा क्षेत्र में 100 से अधिक वस्तुओं के आयात पर रोक लगाकर स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा दिया गया।
- सेमीकंडक्टर, मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग (Apple, Samsung), और फार्मा इंडस्ट्री को मजबूत किया गया।
(ii) इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति
- मोदी सरकार के तहत बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक विकास हुआ:
- रेलवे आधुनिकीकरण: वंदे भारत ट्रेनें, बुलेट ट्रेन परियोजना, और रेलवे का निजीकरण।
- स्मार्ट सिटी मिशन: 100 से अधिक शहरों का आधुनिकीकरण।
- भारतमाला परियोजना: 65,000 किमी नए हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण।
- जल जीवन मिशन: 10 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल सुविधा।
(iii) डिजिटल इंडिया और आर्थिक समावेशन
- मोदी सरकार ने भारत को डिजिटल क्रांति के युग में प्रवेश कराया:
- UPI (Unified Payments Interface) दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट सिस्टम बना।
- जन धन योजना: 50 करोड़ से अधिक लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा गया।
- DBT (Direct Benefit Transfer) से 3 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई।
(iv) कर सुधार: GST लागू करना
मोदी सरकार ने 2017 में GST (Goods & Services Tax) लागू किया, जिससे टैक्स प्रणाली सरल बनी और टैक्स चोरी पर रोक लगी।
(v) स्टार्टअप इंडिया और मुद्रा योजना
- 1 लाख से अधिक स्टार्टअप्स पंजीकृत हुए।
- मुद्रा योजना के तहत 24 करोड़ से अधिक छोटे व्यापारियों को बिना गारंटी के ऋण दिए गए।
2. भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार का प्रहार
मोदी सरकार के आने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे सख्त अभियान चलाया गया।
(i) कांग्रेस सरकार के घोटाले
- 2004-2014 के दौरान UPA सरकार में कई घोटाले हुए:
- 2G घोटाला (1.76 लाख करोड़)
- कॉमनवेल्थ घोटाला (70,000 करोड़)
- कोयला घोटाला (1.86 लाख करोड़)
- अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला (3600 करोड़)
मोदी सरकार में इन घोटालों पर जांच बिठाई गई और कई भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई हुई।
(ii) नोटबंदी और काले धन पर प्रहार
- 2016 में नोटबंदी लागू कर काले धन और आतंकवाद की फंडिंग पर रोक लगाई गई।
- बेनामी संपत्ति कानून से 4100 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई।
- PAN और Aadhaar लिंकिंग से फर्जी खातों पर रोक लगी।
(iii) सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता
- DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए बिचौलियों को खत्म किया गया और सरकारी योजनाओं का पैसा सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंचा।
- ई–टेंडरिंग सिस्टम लागू कर सरकारी ठेकों में पारदर्शिता लाई गई।
(iv) भ्रष्ट नेताओं और एजेंसियों पर कार्रवाई
- ईडी (Enforcement Directorate) और CBI को मजबूत किया गया।
- सोनिया–राहुल गांधी (नेशनल हेराल्ड घोटाला), लालू यादव (चारा घोटाला), केजरीवाल सरकार (शराब घोटाला) पर जांच।
- ममता बनर्जी की सरकार में शिक्षक भर्ती घोटाले का खुलासा।
3. विपक्ष की साजिशें: मोदी सरकार को कमजोर करने की कोशिश
(i) झूठे नैरेटिव और प्रोपेगैंडा
- विपक्ष मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए झूठे मुद्दे उछालता है:
- CAA विरोध और शाहीन बाग आंदोलन
- कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन
- पेगासस जासूसी का झूठा आरोप
- राफेल डील विवाद (जिसे सुप्रीम कोर्ट ने गलत साबित किया)
(ii) मुस्लिम तुष्टिकरण और हिंदू विरोध
- विपक्ष हिंदू एकता को कमजोर करने के लिए जाति आधारित राजनीति करता है।
- बंगाल, केरल, और UP में हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ा, लेकिन विपक्ष चुप रहा।
- राम मंदिर, काशी विश्वनाथ, और मथुरा विवाद पर कांग्रेस और वामपंथी नेता विरोध करते रहे।
(iii) अंतरराष्ट्रीय साजिशें और इस्लामिक कट्टरपंथ
- इस्लामिक कट्टरपंथ और PFI जैसे संगठनों को विपक्ष का समर्थन।
- BBC और विदेशी मीडिया के जरिए मोदी सरकार के खिलाफ प्रोपेगैंडा।
4. हिंदू एकता की जरूरत: संगठित होकर वोट दें
भारत में मुस्लिम वोट बैंक संगठित रूप से मतदान करता है, लेकिन हिंदू जाति और क्षेत्र के नाम पर विभाजित होते हैं।
(i) हिंदू वोट बैंक का निर्माण क्यों जरूरी है?
- बंगाल, केरल, और उत्तर प्रदेश में हिंदुओं पर हमले बढ़े हैं।
- CAA विरोध, राम मंदिर विवाद, और हिंदू संतों पर झूठे आरोप हिंदू समाज को कमजोर करने की साजिश है।
- अगर हिंदू एकजुट होकर राष्ट्रवादी सरकार को समर्थन नहीं देंगे, तो भारत इस्लामीकरण की ओर बढ़ सकता है।
(ii) आने वाले सभी चुनावों में हिंदुओं की भूमिका
हिंदुओं को जाति, क्षेत्र, और भाषा से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद और हिंदू संस्कृति की रक्षा के लिए मतदान करना होगा।
स्वामी विवेकानंद के “उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको” मंत्र को अपनाने की जरूरत है।
5. अंतिम आह्वान: मोदी सरकार को मजबूत करें
मोदी सरकार ने आर्थिक विकास, भ्रष्टाचार उन्मूलन, और हिंदू संस्कृति के उत्थान के लिए जो कदम उठाए हैं, उन्हें बचाए रखना हमारा कर्तव्य है।
✦ मोदी सरकार के बिना भारत में हिंदुओं के अधिकार सुरक्षित नहीं रहेंगे।
✦ हमें संगठित होकर वोट देना होगा ताकि देश विरोधी ताकतों को हराया जा सके।
✦ “हिंदू जागरूक हों, एकजुट हों, और भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ाएं!”
जय भारत, वन्देमातरम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2014 के बाद से ऐतिहासिक आर्थिक सुधार, भ्रष्टाचार उन्मूलन, और राष्ट्रवादी नीतियों का क्रियान्वयन किया है। लेकिन विपक्षी दल, वामपंथी ताकतें और कट्टरपंथी समूह लगातार सरकार को बदनाम करने और हिंदू समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।
1. मोदी सरकार के आर्थिक सुधार और भारत की प्रगति
मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण भारत आज विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की ओर बढ़ रहा है।
(i) मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत
- घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए मेक इन इंडिया कार्यक्रम लॉन्च किया गया, जिससे रक्षा, टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स, और ऑटोमोबाइल उद्योग में तेज़ी से वृद्धि हुई।
- आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत रक्षा क्षेत्र में 100 से अधिक वस्तुओं के आयात पर रोक लगाकर स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा दिया गया।
- सेमीकंडक्टर, मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग (Apple, Samsung), और फार्मा इंडस्ट्री को मजबूत किया गया।
(ii) इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति
- मोदी सरकार के तहत बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक विकास हुआ:
- रेलवे आधुनिकीकरण: वंदे भारत ट्रेनें, बुलेट ट्रेन परियोजना, और रेलवे का निजीकरण।
- स्मार्ट सिटी मिशन: 100 से अधिक शहरों का आधुनिकीकरण।
- भारतमाला परियोजना: 65,000 किमी नए हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण।
- जल जीवन मिशन: 10 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल सुविधा।
(iii) डिजिटल इंडिया और आर्थिक समावेशन
- मोदी सरकार ने भारत को डिजिटल क्रांति के युग में प्रवेश कराया:
- UPI (Unified Payments Interface) दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट सिस्टम बना।
- जन धन योजना: 50 करोड़ से अधिक लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा गया।
- DBT (Direct Benefit Transfer) से 3 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई।
(iv) कर सुधार: GST लागू करना
मोदी सरकार ने 2017 में GST (Goods & Services Tax) लागू किया, जिससे टैक्स प्रणाली सरल बनी और टैक्स चोरी पर रोक लगी।
(v) स्टार्टअप इंडिया और मुद्रा योजना
2. भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार का प्रहार
मोदी सरकार के आने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे सख्त अभियान चलाया गया।
(i) कांग्रेस सरकार के घोटाले
- 2004-2014 के दौरान UPA सरकार में कई घोटाले हुए:
- 2G घोटाला (1.76 लाख करोड़)
- कॉमनवेल्थ घोटाला (70,000 करोड़)
- कोयला घोटाला (1.86 लाख करोड़)
- अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला (3600 करोड़)
मोदी सरकार में इन घोटालों पर जांच बिठाई गई और कई भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई हुई।
(ii) नोटबंदी और काले धन पर प्रहार
- 2016 में नोटबंदी लागू कर काले धन और आतंकवाद की फंडिंग पर रोक लगाई गई।
- बेनामी संपत्ति कानून से 4100 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई।
- PAN और Aadhaar लिंकिंग से फर्जी खातों पर रोक लगी।
(iii) सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता
- DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए बिचौलियों को खत्म किया गया और सरकारी योजनाओं का पैसा सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंचा।
- ई–टेंडरिंग सिस्टम लागू कर सरकारी ठेकों में पारदर्शिता लाई गई।
(iv) भ्रष्ट नेताओं और एजेंसियों पर कार्रवाई
- ईडी (Enforcement Directorate) और CBI को मजबूत किया गया।
- सोनिया–राहुल गांधी (नेशनल हेराल्ड घोटाला), लालू यादव (चारा घोटाला), केजरीवाल सरकार (शराब घोटाला) पर जांच।
- ममता बनर्जी की सरकार में शिक्षक भर्ती घोटाले का खुलासा।
3. विपक्ष की साजिशें: मोदी सरकार को कमजोर करने की कोशिश
(i) झूठे नैरेटिव और प्रोपेगैंडा
- विपक्ष मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए झूठे मुद्दे उछालता है:
- CAA विरोध और शाहीन बाग आंदोलन
- कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन
- पेगासस जासूसी का झूठा आरोप
- राफेल डील विवाद (जिसे सुप्रीम कोर्ट ने गलत साबित किया)
(ii) मुस्लिम तुष्टिकरण और हिंदू विरोध
- विपक्ष हिंदू एकता को कमजोर करने के लिए जाति आधारित राजनीति करता है।
- बंगाल, केरल, और UP में हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ा, लेकिन विपक्ष चुप रहा।
- राम मंदिर, काशी विश्वनाथ, और मथुरा विवाद पर कांग्रेस और वामपंथी नेता विरोध करते रहे।
(iii) अंतरराष्ट्रीय साजिशें और इस्लामिक कट्टरपंथ
- इस्लामिक कट्टरपंथ और PFI जैसे संगठनों को विपक्ष का समर्थन।
- BBC और विदेशी मीडिया के जरिए मोदी सरकार के खिलाफ प्रोपेगैंडा।
4. हिंदू एकता की जरूरत: संगठित होकर वोट दें
भारत में मुस्लिम वोट बैंक संगठित रूप से मतदान करता है, लेकिन हिंदू जाति और क्षेत्र के नाम पर विभाजित होते हैं।
(i) हिंदू वोट बैंक का निर्माण क्यों जरूरी है?
- बंगाल, केरल, और उत्तर प्रदेश में हिंदुओं पर हमले बढ़े हैं।
- CAA विरोध, राम मंदिर विवाद, और हिंदू संतों पर झूठे आरोप हिंदू समाज को कमजोर करने की साजिश है।
- अगर हिंदू एकजुट होकर राष्ट्रवादी सरकार को समर्थन नहीं देंगे, तो भारत इस्लामीकरण की ओर बढ़ सकता है।
(ii) आने वाले सभी चुनावों में हिंदुओं की भूमिका
हिंदुओं को जाति, क्षेत्र, और भाषा से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद और हिंदू संस्कृति की रक्षा के लिए मतदान करना होगा।
स्वामी विवेकानंद के “उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको” मंत्र को अपनाने की जरूरत है।
5. अंतिम आह्वान: मोदी सरकार को मजबूत करे
मोदी सरकार ने आर्थिक विकास, भ्रष्टाचार उन्मूलन, और हिंदू संस्कृति के उत्थान के लिए जो कदम उठाए हैं, उन्हें बचाए रखना हमारा कर्तव्य है।
✦ मोदी सरकार के बिना भारत में हिंदुओं के अधिकार सुरक्षित नहीं रहेंगे।
✦ हमें संगठित होकर वोट देना होगा ताकि देश विरोधी ताकतों को हराया जा सके।
✦ “हिंदू जागरूक हों, एकजुट हों, और भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ाएं!”
जय भारत, वन्देमातरम
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