नेताजी के अधूरे सपने आज भी भारतवासियों के दिलों में जिंदा हैं। मोदी का मिशन उसी विरासत को आगे बढ़ाकर एक शक्तिशाली हिंदू राष्ट्र के निर्माण का मार्ग दिखाता है।
नेताजी के अधूरे सपने
भारत की आज़ादी सिर्फ़ ब्रिटिश शासन से मुक्ति नहीं थी, बल्कि यह हमारी सभ्यता के पुनर्जागरण का संघर्ष था।
- असली स्वतंत्रता सेनानी जैसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद और वीर सावरकर ने एक शक्तिशाली, एकजुट, सनातनी भारत का सपना देखा था—एक ऐसा हिंदू राष्ट्र जो धर्म, स्वाभिमान और राष्ट्रीय गौरव पर खड़ा हो।
- लेकिन इतिहास ने दर्दनाक मोड़ लिया। जिस राष्ट्रवादी एजेंडे के लिए लाखों शहीदों ने बलिदान दिया, उसे नेहरू–गांधी वंश ने हाइजैक कर लिया।
- नेताजी के अधूरे सपने को आगे बढ़ाने के बजाय उन्होंने समझौते और मुस्लिम तुष्टिकरण का रास्ता चुना। नतीजा यह हुआ कि भारत दशकों तक कमजोर, बंटा हुआ और इस्लामीकरण के रास्ते पर चलता रहा।
⚠️ नेताजी के सपने से विश्वासघात
- नेताजी का मानना था कि आज़ादी भीख माँगकर नहीं, बल्कि बलिदान और संघर्ष से मिलेगी। उनकी आज़ाद हिंद फ़ौज ने अंग्रेज़ी साम्राज्य की नींव हिला दी थी।
- लेकिन आज़ादी के बाद कांग्रेस ने इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया। खुद को आज़ादी का अकेला मालिक दिखाया और क्रांतिकारियों के योगदान को दबा दिया।
- नेताजी के राष्ट्रवादी भारत के बजाय, कांग्रेस ने मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति चुनी।
- विभाजन से लेकर अनुच्छेद 370 तक, मुस्लिम पर्सनल लॉ से लेकर हिंदू मंदिरों पर सरकारी कब्ज़े तक, हर नीति ने हिंदुओं को कमजोर किया और मुसलमानों को तुष्ट किया।
असल में मुस्लिम लीग का अलगाववादी एजेंडा कभी खत्म नहीं हुआ। वह कांग्रेस के भीतर समा गया और कांग्रेस मुलायम मुस्लिम लीग बन गई। आज भी कांग्रेस वही हिंदूद्वेषी सोच के साथ काम कर रही है।
🚨 तुष्टिकरण और इस्लामीकरण की राजनीति
1947 से 2014 तक कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक ही फार्मूला अपनाया:
- हिंदुओं को जातियों में बाँटो और कमजोर करो।
- मुसलमानों को विशेष अधिकार दो और वोट बैंक बनाओ।
- बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को बसाओ।
- हिंदू मंदिरों से करोड़ों का टैक्स लो, लेकिन चर्च और मदरसों को अनुदान दो।
- शिक्षा, मीडिया और एनजीओ पर कब्ज़ा कर हिंदुओं को गिल्टी और “सेकुलर” बनाए रखो।
- आतंकवाद और लव जिहाद जैसी समस्याओं को “अल्पसंख्यक अधिकार” बताकर छुपाओ।
इस विश्वासघात ने नेताजी का राष्ट्रवादी सपना छह दशकों से भी ज़्यादा समय तक अधूरा छोड़ दिया।
🚩 मोदी युग – नेताजी का अधूरा एजेंडा पूरा करने की शुरुआत
2014 में भारत में सभ्यतागत बदलाव आया। नरेंद्र मोदी सत्ता में आए और उन्होंने दबे-कुचले हिंदू गौरव को जगाने और नेताजी के अधूरे मिशन को पूरा करने का संकल्प लिया।
> पिछले ग्यारह वर्षों में मोदी सरकार ने जो कदम उठाए, वे नेताजी की सोच से पूरी तरह मेल खाते हैं:
- अनुच्छेद 370 हटाना – जम्मू-कश्मीर का भारत में पूर्ण एकीकरण।
- अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण – सदियों पुरानी सभ्यतागत अन्याय का अंत।
- सैन्य शक्ति को मजबूत करना – सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और रक्षा आधुनिकीकरण।
- भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ाना – अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की मजबूत आवाज़।
- विदेशी फंडिंग वाले एनजीओ पर सख़्ती – हिंदूद्रोही नेटवर्क को तोड़ना।
- योग और सनातन संस्कृति का वैश्विक प्रचार – भारत की आत्मा को पुनर्जीवित करना।
हर कदम नेताजी के उस सपने की तरफ़ बढ़ता है जिसमें भारत एक निर्भीक, स्वाभिमानी और शक्तिशाली हिंदू राष्ट्र हो।
✊ देशभक्त नागरिकों का कर्तव्य
इतिहास फिर हमें पुकार रहा है। जैसे नेताजी ने कहा था—“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा।” आज़ादी मिल चुकी है, लेकिन सभ्यता की लड़ाई अभी बाकी है।
> आज हमारा कर्तव्य है:
- मोदी टीम को राजनीतिक रूप से मज़बूत करना, क्योंकि सत्ता के बिना कोई भी मिशन अधूरा रहता है।
- सोशल और ग्राउंड लेवल पर समर्थन करना—लोगों को जागरूक करना, प्रोपेगेंडा का जवाब देना, हिंदुओं को जाति-क्षेत्र से ऊपर उठाकर एक करना।
- कांग्रेस, लेफ्ट, लिबरल और सेकुलर ताक़तों को ठुकराना, जो भारत को इस्लामीकरण की ओर धकेल रहे हैं।
- सनातन धर्म की रक्षा करना—अपने मंदिर, अपनी संस्कृति, अपनी परंपरा और अपनी संतानों का भविष्य।
अगर हम हिंदू आज भी चुप रहे, तो आने वाली पीढ़ियाँ हमें कभी माफ़ नहीं करेंगी।
🌟 आगे का रास्ता – नेताजी का मिशन पूरा करना
- नेताजी का सपना सिर्फ़ अंग्रेज़ों को भगाना नहीं था। उनका सपना था एक गौरवशाली, शक्तिशाली और सनातनी भारत।
- आज मोदी उसी अधूरे सपने को पूरा करने में लगे हैं। लेकिन यह सिर्फ मोदी का काम नहीं है। यह हर हिंदू, हर सनातनी, हर राष्ट्रवादी का कर्तव्य है।
- यह केवल राजनीति नहीं, बल्कि सभ्यता का अस्तित्व बचाने की लड़ाई है।
प्रश्न यह है—
> क्या हम कांग्रेस के उस हाथ को समर्थन देते रहेंगे जिसने 70 साल हमें ही चोट पहुँचाई?
> या हम मिलकर नेताजी का अधूरा मिशन पूरा करेंगे और आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित करेंगे?
- नेहरू-गांधी वंश ने नेताजी के सपनों के साथ विश्वासघात किया और भारत को तुष्टिकरण की आग में झोंक दिया।
- मोदी ने उस राष्ट्रवादी ज्योति को फिर से प्रज्वलित किया है और भारत को पुनः विष्वगुरु और सनातनी राष्ट्र बनाने की दिशा में बढ़ाया है।
- लेकिन लड़ाई अभी जारी है। कांग्रेस और उसका पूरा इकोसिस्टम—लेफ्टिस्ट, लिबरल, सेकुलर मीडिया, विदेशी एनजीओ—दिन-रात मोदी को हटाने की साजिश में लगे हैं।
👉 फैसला हमें करना है:
- भारत फिर से गुलाम बनेगा या सनातन भारत बनकर दुनिया का नेतृत्व करेगा।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮
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