❗भारत की भूमि पर पाकिस्तान का झंडा और आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशद्रोही तत्वों का बचाव क्यों?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों (एक नेपाली सहित) की बर्बर हत्या के कुछ ही दिनों बाद भारत अब न केवल बाहरी दुश्मनों बल्कि भीतर के गद्दारों के सामने भी खड़ा है। कश्मीर रेजिस्टेंस नामक इस्लामिक आतंकी संगठन — जो कि लश्कर-ए-तैयबा का मोर्चा माना जा रहा है — ने इस हमले की जिम्मेदारी ली, लेकिन दुख और आक्रोश में एकजुट होने के बजाय, भारत के कई हिस्सों में पाकिस्तान के खुले समर्थन की शर्मनाक घटनाएं सामने आ रही हैं।
🔴 मुंबई से बंगाल तक: पाकिस्तान का झंडा लहराया गया, हिंदुओं पर हमला
- मुंबई (नालासोपारा): मुस्लिम बहुल क्षेत्र में 27 अप्रैल को पाकिस्तानी झंडे लहराए गए। विरोध करने पर हिंदू निवासियों को पीटा और धमकाया गया।
- कलबुर्गी (कर्नाटक): बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान विरोधी प्रतीकात्मक विरोध किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि प्रदर्शन में बाधा डालने वालों को छोड़ दिया गया।
- जयपुर (राजस्थान): “पाकिस्तान मुर्दाबाद“ पोस्टर लगाने पर भाजपा विधायक बाल मुकुंदाचार्य और कई हिंदू कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की गई।
- आशोकनगर (पश्चिम बंगाल): पुलिस ने हिंदू युवकों को पाकिस्तान विरोधी नारे और झंडा जलाने से रोका, जबकि पाकिस्तान समर्थकों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
✅ यह सभी घटनाएं विपक्ष शासित राज्यों में हुईं।
✅ हर जगह हिंदू विरोध और पाकिस्तान के प्रति नरमी।
✅ हर बार राष्ट्रवादियों को ही निशाना बनाया गया।
🚩 यह संयोग नहीं है, यह संगठित साजिश है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह और साफ हो गया है कि संपूर्ण विपक्ष — कांग्रेस, तृणमूल, राजद, सपा, डीएमके, वामपंथी — सब एकजुट हैं
- मुसलमानों को खुश करने में
- इस्लामिक कट्टरपंथ को बचाने में
- सनातनियों को दबाने में
- और पाकिस्तान के लिए नरमी दिखाने में।
पहलगाम की घटना महज एक हमला नहीं, बल्कि इन साजिशों की परतें खोलने वाला संकेत है।
यह जनतंत्र नहीं, यह धर्म और राष्ट्र के विरुद्ध युद्ध है।
✊ सभी सनातनियों, संतों, मंदिरों, मठों और संस्थाओं से आह्वान: अब समय है संगठित होकर प्रत्यक्ष कार्य करने का
❌ विपक्ष शासित राज्यों में न तो पुलिस से न्याय मिलेगा, न सरकार से मदद।
❌ जो लोग पाकिस्तान का झंडा लहराते हैं उन्हें सुरक्षा मिलती है।
❌ जो भारत माता की जय बोलते हैं उन्हें जेल भेजा जाता है।
❌ जो सनातन की रक्षा करते हैं उन्हें बदनाम किया जाता है।
❌ जो उसका अपमान करते हैं उन्हें वोटबैंक का पुरस्कार मिलता है।
🔥 अब बहुत हो गया।
🔥 सनातन धर्म कमजोर नहीं, केवल असंगठित है।
हम सभी सनातनियों से आग्रह करते हैं:
युवाओं से – आत्मरक्षा और धर्मरक्षा के लिए खड़े हों
मठों और मंदिरों से – समाज को साहसिक नेतृत्व दें
संतों और आध्यात्मिक गुरुओं से – निर्भय होकर मार्गदर्शन करें
हिंदू संगठनों से – कानूनी, नैतिक और सामाजिक सुरक्षा का नेटवर्क तैयार करें
हर राष्ट्रवादी हिंदू से – ट्वीट तक सीमित न रहें, संगठन और कार्य में उतरें
🛑 यह हिंदू बनाम मुस्लिम नहीं, यह भारत बनाम गद्दारी है।
हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जब कुछ वर्ग बार-बार पाकिस्तान का समर्थन करते हैं और विपक्षी दल उनका बचाव करते हैं, तो हमें अपने धर्म, देश और संस्कृति की रक्षा के लिए खड़ा होना पड़ता है। पहलगाम हमले के बाद ऐसे समर्थन की घटनाएं और भी चिंताजनक हो गई हैं।
🇮🇳 हमारी मांगें:
- सभी बजरंग दल और राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं की तत्काल रिहाई
- पाकिस्तानी झंडा लहराने और उसका बचाव करने वालों पर कड़ी कार्रवाई
- हिंदू विरोधी पुलिसिया दमन बंद हो
- हर जिले में स्थानीय हिंदू सुरक्षा समूहों का गठन हो
- पीड़ित सनातनियों के लिए कानूनी, सामाजिक और सामूहिक समर्थन
- “राष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर प्रतिबंध अधिनियम“ लाया जाए
✊ जागो सनातनियों!
मंदिरों को फिर से धर्मरक्षा के किले बनाओ, न कि मौन के स्थान।
मठों को समाज का नेतृत्व देना होगा, जैसे प्राचीन काल में होता था।
हर अपमान का उत्तर दो। हर अन्याय का प्रतिकार करो।
🕉️ याद रखो:
“अन्याय के समय में तटस्थ रहना, अत्याचार का समर्थन करना है।“
“धर्म की तलवार साहस की अग्नि में ही बनती है।“
🇮🇳 भारत कभी नहीं झुकेगा। सनातन धर्म कभी नहीं टूटेगा। हिंदू कभी नहीं रुकेगा।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
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