भारत की डिजिटल प्रोपेगंडा राजनीति की सबसे बड़ी हार
- भारत के 2024–2025 के चुनावी चक्र ने एक ऐसी सच्चाई उजागर की है, जिसे अब कोई नहीं छुपा सकता
- डिजिटल प्रोपेगंडा, पेड इन्फ्लुएंसर, फर्जी नैरेटिव और सोशल मीडिया ब्रिगेड अब भारतीय वोटर को प्रभावित नहीं कर सकते।
- बिहार में RJD द्वारा यूट्यूबर्स को बुलाकर उनसे काम करवाना और फिर भुगतान तक न करना सिर्फ एक छोटा घोटाला नहीं —
यह पूरे विपक्षी राजनीतिक तंत्र का नग्न और भयावह सच है। - और यह मॉडल केवल RJD तक सीमित नहीं था।
कांग्रेस और पूरा ठगबंधन यही रणनीति पूरे देश में चला रहा था। - लेकिन जनता ने इन सबकी पोल खोलकर साफ़ दिखा दिया कि अब वोटर को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता
उसे देशभक्ति, स्थिरता, सुरक्षा और परिणाम चाहिए, डिजिटल भ्रम नहीं।
SECTION 1: RJD का डिजिटल ऑपरेशन
बनावटी “लहर” तैयार करने की नाकाम कोशिश
बिहार चुनाव के आखिरी चरण में RJD को समझ आ गया था कि:
- जमीन पर माहौल उनके खिलाफ है
- संगठन कमजोर है
- NDA की पकड़ मजबूत है
- खोखले वादों से वोट नहीं मिलेंगे
तब उन्होंने अपनाई एक हताश रणनीति— “सोशल मीडिया पर फर्जी लहर तैयार करो।” इसमें शामिल था:
- दिल्ली से ट्रकों में इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स को बिहार लाना
- तेजस्वी यादव को “युवा नेता” के रूप में बेचने वाले वीडियो बनवाना
- NDA को असक्षम दिखाने वाले scripted कंटेंट बनवाना
- प्लेटफॉर्म्स पर कृत्रिम “तेजस्वी लहर” फैलाना
- सोशल मीडिया पर एक-सा नैरेटिव धकेलना
लेकिन यह लहर केवल स्क्रीन पर थी — वोटिंग बूथों पर नहीं।
SECTION 2: जाकिर अली का खुलासा —
“काम करवाया, भुगतान नहीं किया”
- यूट्यूबर और पत्रकार जाकिर अली त्यागी ने पर्दाफाश किया: उन्होंने बताया:
- यूट्यूबर्स से दिन–रात वीडियो, इंटरव्यू और लाइव स्ट्रीम करवाए गए
- कहा गया कि “आपके कंटेंट से चुनाव बदल जाएगा”
- लेकिन भुगतान का समय आया तो बोला गया— “पार्टी ने पैसा जारी नहीं किया।”
यह गलती नहीं — योजनाबद्ध धोखा था।
**SECTION 3: बिचौलियों की लूट —
- “यूट्यूबर्स के पैसे से नई Creta–Brezza निकाल ली”
जाकिर के अनुसार:
- कैंपेन मैनेजर्स ने यूट्यूबर्स का सारा मेहनताना हड़प लिया
- कुछ लोगों ने चुनाव के बीच ही नई गाड़ियाँ खरीद लीं
- आंशिक पेमेंट देने से पहले 15–20% कट भी मांग लिया
- RJD का पूरा कैंपेन भीतर ही भीतर भ्रष्टाचार से सड़ रहा था
जो पार्टी अपने काम करने वालों को धोखा देती है, वह जनता का भला कैसे करेगी?
SECTION 4: यह केवल बिहार तक सीमित नहीं —
- कांग्रेस और ठगबंधन का देशव्यापी प्रोपेगंडा नेटवर्क
जो मॉडल RJD ने बिहार में उपयोग किया,mउसी मॉडल को कांग्रेस और ठगबंधन ने पूरे भारत में लागू किया।
उनका राष्ट्रीय डिजिटल मॉडल:
- हजारों पेड इन्फ्लुएंसर्स
- बड़े PR और कंसल्टेंसी फर्म
- कृत्रिम सोशल मीडिया ट्रेंड
- झूठे सर्वे और गलत रिपोर्ट
- पक्षपाती पत्रकार
- विदेशी कथानक बनाने वाले
- एक विशाल “समन्वित डिजिटल गैंग”
सबका एक ही उद्देश्य:
l “मोदी सरकार की छवि तोड़ो, भ्रम फैलाओ, वोट बटोर लो।”
लेकिन जनता अब इनका खेल पहचान चुकी है। कोई फायदा नहीं हुआ।
SECTION 5: भारत के युवाओं ने कहा —
- “हम काम देखकर वोट देंगे, पेड प्रोपेगंडा देखकर नहीं।”
कांग्रेस–ठगबंधन को भरोसा था कि:
- युवा reels से प्रभावित हो जाएंगे
- यूट्यूब वीडियो वोट बदल देंगे
- डिजिटल नकारात्मकता से मोदी सरकार की उपलब्धियाँ दब जाएँगी
लेकिन नतीजों ने दिखा दिया:
l भारतीय वोटर अब विकास, सुरक्षा और विश्वसनीय नेतृत्व के आधार पर वोट देता है।
देश के युवाओं ने साफ़ कहा:
- हमें पेड इन्फ्लुएंसर नहीं चाहिए
- हमें डिजिटल ड्रामा नहीं चाहिए
- हमें खोखले वादे नहीं चाहिए
- हमें स्थिर, ईमानदार और राष्ट्रवादी सरकार चाहिए
हमें ऐसा नेतृत्व चाहिए जो देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा करे
SECTION 6: कांग्रेस–ठगबंधन की रणनीति क्यों बुरी तरह फेल हुई
1. “सेकुलर नैरेटिव” की चमक खत्म हो चुकी है।
- वोटर अब राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थिरता को प्राथमिकता देता है।
2. डिजिटल प्रोपेगंडा जमीन पर नहीं चलता।
- मोबाइल स्क्रीन की लहर बूथों की सच्चाई को नहीं हरा सकती।
3. अंदरूनी भ्रष्टाचार ने विपक्ष को खोखला कर दिया है।
- जो गठबंधन अपने ही लोगों को पेमेंट नहीं दे सकता,
वह देश कैसे चलाएगा?
4. राष्ट्र–विरोधी तत्वों से नज़दीकी का खामियाजा जनता नहीं उठाएगी।
- आज का वोटर देश तोड़ने वाली राजनीति को दंडित करता है।
SECTION 7: जनता का साफ़ मेसेज
- भारत को चाहिए स्थिरता, देशभक्ति और परिणाम
भारत के मतदाताओं का संदेश साफ़ है:
फर्जी नैरेटिव वोट नहीं दिलाते
पेड इन्फ्लुएंसर असर नहीं डालते
जनता को काम चाहिए, प्रोपेगंडा नहीं
जनता राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि मानती है
जनता मजबूत, देशभक्त और ईमानदार नेतृत्व चुनती है
कांग्रेस–ठगबंधन को समझ लेना चाहिए:
l “ट्विटर के शोर से सत्ता नहीं मिलती।
- काम, राष्ट्रवाद और चरित्र से मिलती है।”
RJD का यूट्यूबर घोटाला केवल एक घटना नहीं —
यह पूरे विपक्ष की मानसिकता का एक्स-रे है:
- भ्रम की राजनीति
- प्रोपेगंडा की राजनीति
- डिजिटल झूठ
- अंदरूनी भ्रष्टाचार
- राष्ट्रहित से ऊपर सत्ता की भूख
लेकिन भारत बदल चुका है।
- वोटर अब शोर पर नहीं, सच्चाई और राष्ट्रहित पर भरोसा करता है।
भारत को चाहिए:
l एक सुरक्षित भविष्य, एक मजबूत भारत,
और ऐसा नेतृत्व जो देश को तोड़े नहीं — बल्कि जोड़े, सुरक्षित रखे और आगे बढ़ाए।
- जनता ने अब फैसला सुना दिया है। और यह फैसला अंतिम है।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮
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