सनातन धर्म और सही इतिहास
- सनातन धर्म का सबसे बड़ा बल सदैव ज्ञान, तर्क, विज्ञान और धर्मनिष्ठा रहा है।
- लेकिन दुर्भाग्य से स्वतंत्र भारत में ही हिंदू समाज को उसके अपने धर्म और गौरवशाली इतिहास से दूर कर दिया गया।
📚 शिक्षा व्यवस्था में सनातन पर प्रतिबंध — कांग्रेस की साजिश
🔹 स्वतंत्र भारत की शिक्षा व्यवस्था को इस प्रकार बनाया गया कि हिंदू बच्चों को अपने धर्म और इतिहास का सही ज्ञान ही न मिले।
🔹 संविधान संशोधन द्वारा सनातन धर्म की शिक्षा पर रोक लगा दी गई।
🔹 दूसरी ओर, इस्लाम और ईसाई धर्म की शिक्षा मदरसों और कॉन्वेंट स्कूलों में पूरी आज़ादी से चलती रही।
👉 परिणाम यह हुआ:
- मुस्लिम और ईसाई बच्चों को अपने मज़हब की मजबूत नींव मिली।
- हिंदू बच्चों को न तो धर्म का गहरा ज्ञान मिला, न ही इतिहास का गर्व।
- जब बहस और तर्क का समय आया तो हिंदू युवा अक्सर हीनभावना से ग्रसित हो गए।
🕌 पहले पाँच शिक्षा मंत्री और झूठा इतिहास
- यह भी संयोग नहीं था कि भारत के पहले पाँच शिक्षा मंत्री मुस्लिम थे।
उन्होंने पाठ्यपुस्तकों में: - मुग़ल और विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन किया।
- मंदिर विध्वंस, बलात्कार और अत्याचारों को छिपाया।
- मराठा, राजपूत, सिख और अन्य वीर हिंदू नायकों का इतिहास मिटा दिया।
- इस्लाम और पश्चिम को “सभ्यता” का प्रतीक दिखाया, और हिंदू धर्म को पिछड़ा बताकर अपमानित किया।
परिणामस्वरूप हिंदू बच्चों में आत्मगौरव की जगह अपराधबोध पैदा किया गया
👨👩👧 परिवारों की चूक
परिवार भी इसमें चूक गए।
- माता-पिता ने बच्चों को केवल पूजा-पाठ तक सीमित किया, धर्म का गहरा दार्शनिक आधार नहीं दिया।
- बच्चों को केवल पढ़ाई और नौकरी तक सीमित कर दिया।
- नतीजा यह हुआ कि हमारी नई पीढ़ी अपने धर्म और इतिहास पर गर्व करने की जगह कंफ्यूज और असुरक्षित हो गई।
🚩 आज की आवश्यकता — सनातन का पुनर्जागरण
अब समय आ गया है कि हम अपने बच्चों को:
- सनातन धर्मग्रंथों का वास्तविक ज्ञान दें — वेद, उपनिषद, गीता, रामायण, महाभारत जैसे ग्रंथ।
- सच्चा और निष्पक्ष इतिहास सिखाएँ — मराठा, राजपूत, सिख, विजयनगर साम्राज्य जैसे नायकों की वीरता।
- शिक्षा नीति में सुधार सुनिश्चित करें — बच्चों को भारतीय संस्कृति, दर्शन और मूल्यों की शिक्षा मिले।
- जागरूकता अभियान चलाएँ — घर-घर, समाज-समाज तक यह संदेश पहुँचाएँ।
📘 नई शिक्षा नीति और अवसर
- आज मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति (NEP) ने पहली बार शिक्षा को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का अवसर दिया है।
- भारतीय भाषाओं, संस्कृति और इतिहास को प्राथमिकता दी जा रही है।
- वेदों और प्राचीन भारतीय विज्ञान (गणित, खगोल, आयुर्वेद) को वापस स्थान मिल रहा है।
- बच्चों को सिर्फ रटने वाली पढ़ाई नहीं, बल्कि क्रिटिकल थिंकिंग और वैदिक दृष्टि पर आधारित शिक्षा दी जा रही है।
लेकिन असली ज़िम्मेदारी समाज और परिवार की है कि:
- हर बच्चे को सनातन की नींव मिले।
- विदेशी एजेंडा और झूठे नैरेटिव की जगह सही इतिहास और गौरव सिखाया जाए।
🌍 खोया हुआ गर्व लौटाना और भारत का भविष्य
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें हिंदुओं और देशभक्तों के मन में वह खोया हुआ सनातनी और राष्ट्रभक्त गर्व वापस जगाना है।
👉 जब तक हम अपने धर्म, संस्कृति और इतिहास पर गर्व नहीं करेंगे, तब तक हम विश्व का नेतृत्व नहीं कर पाएँगे।
👉 लेकिन जब हिंदू समाज अपनी जड़ों से जुड़ जाएगा, तब भारत का उत्थान कोई रोक नहीं सकता।
भारत के पास आज:
- युवा जनसंख्या,
- तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था,
- शक्तिशाली नेतृत्व,
- और सनातन की आध्यात्मिक ताकत है।
यदि इन सबको एक साथ जोड़ा जाए तो आने वाले वर्षों में भारत निश्चित रूप से विश्व की शीर्ष 3 महाशक्तियों में पहुँच जाएगा।
🚩 राष्ट्रवादी संदेश
👉 सनातन धर्म का वास्तविक ज्ञान और सही इतिहास — यही हिंदू पुनर्जागरण की कुंजी है।
👉 खोया हुआ गर्व लौटाना ही भारत को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।
👉 यही वह मार्ग है जिससे भारत आने वाले वर्षों में दुनिया का सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और आर्थिक नेतृत्व करेगा।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮
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