अधर्मी ताकतों के खिलाफ सनातन और राष्ट्र की रक्षा का संकल्प
हज़ारों वर्षों से सनातन धर्म भारत की आत्मा और सभ्यता का मूल रहा है — यह केवल एक धर्म नहीं, बल्कि जीवन का शाश्वत सत्य है। सत्य, करुणा, न्याय और संतुलन पर आधारित यह परंपरा आज भी सनातन रक्षा का आधार है।
हम सनातनी हिंदू:
- किसी से नफ़रत नहीं करते,
- किसी के साथ भेदभाव नहीं करते,
- किसी को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर नहीं करते।
- और हम सदैव सबके कल्याण की भावना से काम करते हैं।
परंतु हमने सदियों से अनेकों आक्रमण झेले —
- पहले मुस्लिम आक्रांताओं से, फिर ब्रिटिशों से, और आज़ादी के बाद कांग्रेस और वामपंथी गठजोड़ से।
- आज हमारा अस्तित्व, धर्म, संस्कृति और राष्ट्र की संप्रभुता संकट में है।
- अब समय आ गया है कि हम भगवद गीता और महाभारत की शिक्षाओं को आत्मसात करें, और धर्म की स्थापना हेतु अधर्म का समूल विनाश करें —
साम, दाम, दंड, भेद और आवश्यकता पड़ने पर ‘चाल‘ यानी रणनीति से।
🛑 सनातन पर बार-बार हुआ है क्रूर हमला
- ग़ज़नी, गोरी, और औरंगज़ेब जैसे आक्रांताओं ने लाखों हिंदुओं की हत्या की, लाखों को जबरन मुसलमान बनाया और मंदिरों को नष्ट किया।
- ब्रिटिशों ने हमारी शिक्षा, अर्थव्यवस्था और संस्कृति को तोड़ा और हमें मानसिक रूप से गुलाम बनाया।
- आज़ादी के बाद भी, कांग्रेस और सेक्युलर पार्टियों ने तुष्टीकरण की नीति से हिंदुओं को उनके ही देश में उपेक्षित बना दिया।
👉 कश्मीरी हिंदुओं का पलायन,
👉 मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण,
👉 मीडिया, अदालतें, और विदेशी एनजीओ — सबने एकजुट होकर हिंदू संस्कृति को नीचा दिखाने का काम किया।
⚔️ गीता कहती है – अधर्म के विनाश में ही धर्म की स्थापना है
- “यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत…”
जब–जब धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि होती है, मैं अवतरित होता हूँ। - भगवान श्रीकृष्ण ने केवल उपदेश नहीं दिया —
उन्होंने रणनीति, युद्ध और छल के माध्यम से अधर्म का विनाश किया। - अब अर्जुन हम सब हैं।
और कुरुक्षेत्र आज का भारत है।
🚨 आधुनिक भारत में अधर्म के रूप
- धार्मिक जनसंख्या असंतुलन और घुसपैठ।
- मजहबी कट्टरता और जिहाद के ज़रिए सांस्कृतिक कब्ज़ा।
- आदिवासी क्षेत्रों में जबरन धर्मांतरण।
- मीडिया में हिंदू विरोधी प्रोपेगैंडा।
- न्यायालयों और तंत्र में पक्षपातपूर्ण रवैया।
- बॉर्डर इलाकों और शहरों में ‘नो–गो ज़ोन‘।
यह सब एक सुव्यवस्थित रणनीति के तहत चल रहा है — भारत को फिर से विभाजित और गुलाम बनाने की।हमें अपनी और सनातन धर्म की रक्षा के लिए इन अधर्मों का नाश करना होगा। यही हमारा सबसे बाद धर्म और कर्तव्य है।
🔥 अब क्या करें – धर्म की जीत हेतु एकजुटता अनिवार्य
अब वक्त है कार्रवाई का, रणनीति का और एकता का।
✅ तत्कालिक कदम:
- राष्ट्रवादी सरकार को पूर्ण समर्थन — राज्यों और केंद्र में अखंड बहुमत सुनिश्चित करें।
- झूठ फैलाने वालों, हिंदू विरोधियों, और भारतद्रोही ताक़तों को बेनकाब करें।
- हिंदू मंदिरों, आश्रमों और सांस्कृतिक स्थलों की पुन: स्थापना करें।
- घुसपैठ और धर्मांतरण के विरुद्ध सख्त कार्रवाई में सहयोग करें।
🛡️ मध्यम अवधि की रणनीति:
- युवाओं को आध्यात्मिक, बौद्धिक और शारीरिक रूप से तैयार करें।
- हिंदू मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स और डिजिटल फ्रंट बनाएं।
- ग्राम और नगर स्तर पर हिंदू रक्षा समितियाँ बनाएं।
- पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर असुरक्षित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बनाएं।
🚩 दीर्घकालिक लक्ष्य:
- भारत को फिर से सनातन की पहचान देना।
- भारत को एक वैश्विक महाशक्ति और विश्वगुरु बनाना।
- दुनिया में धर्म, मानवता और संतुलन का संदेश देना।
🙏 यह नफ़रत नहीं, आत्मरक्षा है
- हम हिंसा नहीं चाहते —
लेकिन अगर कोई हम पर हिंसा थोपे, तो जवाब देना हमारा धर्म है। - “धर्मो रक्षति रक्षितः” — जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है।
✊ अब एक हो जाइए — धर्म की रक्षा के लिए
अब समय आ गया है कि सभी :
- संत–महात्मा
- हिंदुत्व संगठन
- राष्ट्रवादी विचारक और कार्यकर्ता
- हर जागरूक नागरिक
एक साथ, एक ध्वज, एक मंत्र और एक लक्ष्य लेकर सनातन धर्म और भारत माता की रक्षा में जुट जाएँ।
🔔 धर्म युद्ध चल रहा है – अब विजय सुनिश्चित करनी है
📢 हर घर में “हर हर महादेव” गूंजे, हर हाथ धर्म की रक्षा के लिए उठे, और हर दिल में भारत माता और सनातन धर्म की रक्षा करने जोश हो ।
🇮🇳 भारत माता की जय!
🔱 जय सनातन धर्म!
🔥 जय श्रीराम!
अधिक ब्लॉग्स के लिए कृपया www.saveindia108.in पर जाएं।
👉Join Our Channels👈