बॉलीवुड अब सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक चमकती इस्लामी चादर में छुपा सांस्कृतिक युद्ध है, जो हमारी परंपराओं और सोच पर हमला कर रहा है।
बॉलीवुड की चमक-दमक के पीछे छिपा सांस्कृतिक संघर्ष
🔍 1. नाम बदले, मंशा नहीं बदली: मुस्लिम कलाकारों का हिंदू नामों की आड़ में छुपा एजेंडा
- क्या आपको पता है कि आपके बचपन के कई ‘हिंदू’ हीरो दरअसल मुस्लिम थे, जिन्होंने हिंदू नाम अपनाकर सनातन समाज में घुसपैठ की?
कुछ प्रमुख उदाहरण:
यूसुफ़ ख़ान → दिलीप कुमार
👉 नेहरू परिवार के करीबी, पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप भी लगे।
महजबीन बानो → मीना कुमारी
मुमताज़ जहाँ बेग़म देहलवी → मधुबाला
बाबर अली खान → जैकी श्रॉफ (विवादित लेकिन बार-बार सामने आया तथ्य)
शाहरुख़ ख़ान, सलमान ख़ान, सैफ अली ख़ान जैसे नामों को “हिंदू प्रेमियों का हीरो” बना दिया गया।
इन कलाकारों ने सिर्फ नाम नहीं बदला — इन्होंने विचारधारा और इतिहास को भी तोड़ा–मरोड़ा, जिससे हिंदू समाज भ्रमित और शर्मिंदा हो जाए।
🧠 2. बॉलीवुड की मानसिक प्रोग्रामिंग: ‘मुस्लिम हीरो‘, ‘हिंदू विलेन‘
पिछले 50 वर्षों में अधिकांश मुख्यधारा की फिल्मों में एक कॉमन पैटर्न रहा है:
✔️ मुस्लिम पुरुष = दिलदार, रोमैंटिक, बलिदानी
❌ हिंदू पिता/पंडित/गौ–रक्षक = पाखंडी, क्रूर, कट्टरपंथी
❌ हिंदू देवता/परंपरा = अंधविश्वास, पिछड़ापन
📽️ उदाहरण:
- “माय नेम इज़ ख़ान” – मुस्लिमों को मासूम पीड़ित, हिंदुओं को नफ़रत फैलाने वाले कट्टरपंथी
- “रईस”, “पठान”, “टाइगर” – गैंगस्टर और जासूस भी मुस्लिम, पर फिर भी नायक
- “ओह माय गॉड”, “पीके” – सीधे हिंदू देवी-देवताओं और मंदिरों का अपमान
💔 3. लव–जिहाद का ‘ग्लैमरस‘ प्रचार: हिंदू बेटियों का धर्मांतरण
फिल्मों के माध्यम से एक ही संदेश बार-बार दिया गया:
👉 हिंदू लड़की को मुस्लिम प्रेमी ही सच्चा प्यार दे सकता है!
- यह एक मानसिक जाल है — जिसका उद्देश्य लव जिहाद को सामान्य और “रोमैंटिक” बनाना है।
🎭 प्रमुख उदाहरण:
- शर्मिला टैगोर → नवाब पटौदी से शादी, इस्लाम में धर्मांतरण
- अमृता सिंह → सैफ अली खान से विवाह, बेटे का नाम ‘इब्राहिम’
- सुचित्रा कृष्णमूर्ति → शेखर कपूर से संबंधों के बाद मुस्लिम झुकाव
- रवीना टंडन, कटरीना कैफ, श्रद्धा कपूर जैसे कई नाम जो बार-बार मुस्लिम कलाकारों से जुड़ते रहे
👉 यहाँ सिर्फ व्यक्तिगत संबंध नहीं — बल्कि हिंदू संस्कृति को कमजोर करने की एक सुनियोजित मानसिक योजना रही है।
📺 4. प्रोड्यूसर और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क भी इस्लामी चंगुल में
- ज़्यादातर बड़े बैनर — यशराज, धर्मा, सलमान खान प्रोडक्शंस, रेड चिलीज़, एक्सेल एंटरटेनमेंट — या तो मुस्लिम कंट्रोल में हैं या पूरी तरह से इस्लामी लव-जिहाद एजेंडा को बढ़ावा देते हैं।
- OTT प्लेटफॉर्म पर भी वेब सीरीज के नाम पर नग्नता, हिंदू प्रतीकों का अपमान और इस्लाम की महिमा गाई जा रही है।
⚔️ 5. अब क्या करें: सनातन जागरण की नई फिल्म क्रांति
✅ जागरूक बनें — हर फिल्म की थीम, निर्माता और निर्देशक की पृष्ठभूमि जांचें
✅ विकल्प तैयार करें — छोटे और राष्ट्रवादी फिल्मकारों को आर्थिक और सामाजिक समर्थन दें
✅ बॉलीवुड का बहिष्कार करें — जहाँ हिन्दू-विरोधी एजेंडा चले, वहाँ पैसा न दें
✅ OTT पर “The Kashmir Files”, “72 Hoorain”, “Article 370”, “Samrat Prithviraj” जैसी फिल्मों को बढ़ावा दें
✅ अपनी संतानों को ‘रचनात्मक राष्ट्रवादी सिनेमा’ की ओर प्रेरित करें
🛑 यदि अभी नहीं जागे, तो आने वाली पीढ़ियाँ खुद को “राम“, “सीता” की संतान नहीं, बल्कि “खान” की औलाद समझेंगी!
🙏 अब समय है बॉलीवुड के सांस्कृतिक जिहाद का बहिष्कार करने का, और सनातन कला, साहित्य व सिनेमा को पुनर्जीवित करने का।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮
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