भारत माता की रक्षा के लिए धर्मयुद्ध का आह्वान
🔥 प्रस्तावना: जागने का समय आ गया है
जब जब भारत संकट में होता है, तब कोई न कोई महापुरुष या महान आत्मा राष्ट्र को पुकारती है। याद कीजिए जब लता मंगेशकर जी ने “ऐ मेरे वतन के लोगों…” गाकर सोए हुए देश को जगा दिया था। आज भारत माता की पुकार और भी करुण है
“मेरे बच्चों, कुछ करो, नहीं तो मैं विनाश के पिशाचों की जंजीरों में जकड़ जाऊंगी।“
यह कोई काव्य नहीं, बल्कि हमारे युग की कठोर सच्चाई है।
🧨 सबसे बड़ा खतरा बाहरी नहीं, भीतरी है
हम अक्सर सोचते हैं कि पाकिस्तान, चीन या आतंकवाद ही सबसे बड़े खतरे हैं। लेकिन सच यह है कि भारत को सबसे बड़ा खतरा भारत के अंदर से है। एक गहरा और संगठित षड्यंत्र, जो भारत की आत्मा—सनातन धर्म—को खत्म करने पर तुला है।
🔴 यह षड्यंत्र चलाने वाले कौन हैं?
- विपक्षी पार्टियां जो सत्ता के लिए देश को बेचने को तैयार हैं
- वामपंथी और शहरी नक्सली जो भारत की संस्कृति से नफ़रत करते हैं
- नकली सेक्युलर और लिबरल जो हिंदुओं की पीड़ा पर मौन रहते हैं
- मीडिया का एक तबका — लुटियंस गैंग — जो सच्चाई को दबाकर देशद्रोहियों को बचाता है
- ये नकाबपोश दुश्मन आतंकी से भी खतरनाक हैं, क्योंकि ये लोकतंत्र, मानवाधिकार और स्वतंत्रता के नाम पर भारत की नींव को खोखला कर रहे हैं।
🩸 इतिहास को मत दोहराने दो
1947 की यादें भुलाई नहीं जा सकतीं—हिंदुओं का कत्लेआम, बलात्कार, विस्थापन। क्या हम वही त्रासदी दोहराने के इंतजार में हैं?
- आज फिर से वही प्लान चल रहा है:
- जनसंख्या जिहाद, लव जिहाद और घुसपैठ
- धर्मांतरण की बाढ़
- मंदिरों पर हमले
- हिंदू मान्यताओं का अपमान
- इतिहास का विकृतिकरण
- राष्ट्रविरोधी तत्वों का खुला समर्थन
यह एक घोषित युद्ध है—even if some refuse to see it.
🎯 हमारे दो दुश्मन हैं
1. बाहरी दुश्मन: पाकिस्तान, चीन, इस्लामी जिहाद
2. भीतरी गद्दार:
- नकली बुद्धिजीवी
- वोट बैंक के लालची नेता
- धर्मनिरपेक्षता के नाम पर डरपोक और मौन साधे बैठे संप्रदाय
इन गद्दारों पर दया मत करो। ये हमारे हौसले को तोड़ते हैं, हमारी संतानों के मन में भ्रम फैलाते हैं, और हमें आत्मसमर्पण के लिए मजबूर करते हैं।
⚔️ यह धर्मयुद्ध है — अस्तित्व की लड़ाई
यह युद्ध केवल राजनीति का नहीं है। यह युद्ध है:
- सनातन धर्म की रक्षा का
- भारत की सभ्यता को बचाने का
- आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित रखने का
🛕 हर सनातनी को उठना होगा
🏭 उद्योगपतियों का कर्तव्य
- उन कंपनियों और संस्थाओं को आर्थिक सहयोग देना बंद करें जो धर्म और देश का अपमान करती हैं।
🙏 धार्मिक गुरुओं का धर्म
- अब तटस्थता नहीं चलेगी। जनता को जागरूक करना होगा।
🕉️ हिंदुत्व संगठनों का धर्म
- मतभेद भुलाकर एक ध्वज के नीचे एकजुट हों। उद्देश्य एक हो — सनातन की रक्षा।
🧘♂️ आम सनातनी का उत्तरदायित्व
- मानसिक, आध्यात्मिक और राजनीतिक रूप से जागरूक हों।
- चुनाव में, बाजार में, समाज में अपने धर्म और राष्ट्रहित का चयन करें।
❗ अब नहीं तो कब? हम नहीं तो कौन?
यह इतिहास का वह क्षण है जहां हमें तय करना है कि:
- क्या हम शेर बनकर अपने धर्म और मातृभूमि को बचाएंगे?
- या चुपचाप मिटा दिए जाएंगे, जैसे हजारों सभ्यताएं बिना लड़े मिटा दी गईं?
🚩 अब समय है उठने का। धर्मयुद्ध शुरू हो चुका है। भारत माता पुकार रही है।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮
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