भारत में वरिष्ठ नागरिकों की स्थिति दिन-ब-दिन दयनीय होती जा रही है। जिन्होंने अपने जीवन के सर्वोत्तम वर्ष राष्ट्र के निर्माण में लगा दिए, वे आज बुनियादी सुविधाओं और अधिकारों से वंचित हैं। क्या भारत में वरिष्ठ नागरिक होना एक अपराध बन गया है?
हाल ही में संसद में इस गंभीर विषय पर चर्चा हुई, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों की उपेक्षा पर कड़ा विरोध जताया गया। एक सांसद ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा—
“अगर सरकार 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की देखभाल नहीं कर सकती, तो उन्हें मार ही देना चाहिए।“
यह बयान भले ही तीखा लगे, लेकिन यह भारत में वरिष्ठ नागरिकों की पीड़ा और असुरक्षा की वास्तविकता को दर्शाता है।
वरिष्ठ नागरिकों की प्रमुख समस्याएँ
1. स्वास्थ्य सेवाओं की अनदेखी
✅ 70 वर्ष की उम्र के बाद अधिकांश बीमा कंपनियाँ स्वास्थ्य बीमा देने से इनकार कर देती हैं।
✅ जो बीमा उपलब्ध है, उसके लिए प्रीमियम इतना महंगा है कि आम नागरिक उसे वहन नहीं कर सकता।
✅ सरकार की ओर से वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोई विशेष स्वास्थ्य योजना नहीं है।
2. आर्थिक असुरक्षा
✅ वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी प्रकार का बैंक लोन या ईएमआई सुविधा नहीं दी जाती।
✅ बैंक ब्याज दरों में गिरावट के कारण उनकी बचत से होने वाली आय लगातार कम हो रही है।
✅ वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन भी टैक्स के दायरे में आती है, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति और खराब हो जाती है।
3. यात्रा में रियायतों की समाप्ति
✅ पहले वरिष्ठ नागरिकों को रेल और हवाई यात्रा में 50% तक की छूट मिलती थी, जो अब बंद कर दी गई है।
✅ जिन वरिष्ठ नागरिकों के पास स्थिर आय नहीं है, वे लंबी दूरी की यात्रा करने से वंचित हो रहे हैं।
4. रोजगार और सामाजिक सुरक्षा की कमी
✅ वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोई रोजगार के अवसर नहीं हैं, जिससे वे पूरी तरह दूसरों पर निर्भर हो जाते हैं।
✅ जो वरिष्ठ नागरिक अकेले रहते हैं, उनके लिए कोई सहायता योजना नहीं है।
✅ विधवाओं और असहाय वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोई मजबूत सामाजिक सुरक्षा तंत्र नहीं है।
5. वाहन स्क्रैपिंग नीति में अन्याय
✅ 10-15 साल पुराने निजी वाहनों को स्क्रैप करने का नियम अनुचित है।
✅ वरिष्ठ नागरिक अपनी गाड़ियाँ बहुत कम उपयोग करते हैं, फिर भी उन्हें नई गाड़ी खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
✅ यदि यह नियम जारी रहता है, तो वरिष्ठ नागरिकों को विशेष छूट दी जानी चाहिए।
भारत को वरिष्ठ नागरिकों के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी
विश्व के विकसित देशों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ लागू हैं, जिनमें शामिल हैं:
✅ निःशुल्क चिकित्सा सुविधाएँ।
✅ वृद्धावस्था पेंशन ताकि वे सम्मानजनक जीवन जी सकें।
✅ विशेष आवास योजनाएँ जो उन्हें आत्मनिर्भरता प्रदान करती हैं।
✅ सामाजिक कल्याण योजनाएँ, जो उनकी देखभाल सुनिश्चित करती हैं।
भारत में, वरिष्ठ नागरिक अपनी सारी बचत अपने बच्चों की पढ़ाई और जीवन सुधारने में लगा देते हैं। लेकिन वृद्धावस्था में उन्हें न ही समाज का समर्थन मिलता है और न ही सरकार की ओर से कोई ठोस सहायता।
भारत को भी विकसित देशों की तर्ज़ पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ लागू करनी चाहिए। इसके अलावा, सरकार को बेहतर निवेश योजनाएँ उपलब्ध करानी चाहिए और वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों का लाभ विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में लेना चाहिए।
वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए आवश्यक सुधार
1️⃣ सार्वभौमिक वृद्धावस्था पेंशन योजना
- 60 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को मासिक पेंशन दी जाए।
- पेंशन की राशि उनकी पिछली आय और सामाजिक स्थिति के आधार पर तय हो।
2️⃣ रेल, बस और हवाई यात्रा में रियायतें बहाल की जाएँ
3️⃣ जीवनभर के लिए स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाए
- सरकार को वरिष्ठ नागरिकों का स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम वहन करना चाहिए।
4️⃣ वरिष्ठ नागरिकों के कानूनी मामलों का शीघ्र निपटारा हो
- वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े मामलों के लिए फास्ट–ट्रैक कोर्ट स्थापित किए जाएँ।
5️⃣ वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष आवासीय योजनाएँ लागू की जाएँ
- हर शहर में वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुरक्षित और सुलभ आवास बनाए जाएँ।
6️⃣ पुरानी गाड़ियों के स्क्रैपिंग नियम में छूट दी जाए
- वरिष्ठ नागरिकों द्वारा कम उपयोग की गई गाड़ियों को स्क्रैपिंग से छूट मिलनी चाहिए।
वरिष्ठ नागरिकों की राजनीतिक ताकत को नज़रअंदाज़ न करें
“अगर सरकार वरिष्ठ नागरिकों की उपेक्षा जारी रखेगी, तो उन्हें चुनावों में इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ सकता है “
वरिष्ठ नागरिकों की संख्या भारत में करोड़ों में है, और वे चुनाव परिणामों को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं।
✅ वे समाज के सबसे अनुभवी नागरिक हैं।
✅ अगर वे संगठित होकर मतदान करें, तो वे सत्ता परिवर्तन कर सकते हैं।
सरकार को यह समझना होगा कि वरिष्ठ नागरिक भारत के अतीत की धरोहर और भविष्य की प्रेरणा हैं।
अब जागरूकता फैलाने का समय!
👉 इस संदेश को वरिष्ठ नागरिकों, युवाओं और जागरूक नागरिकों और सरकार के साथ साझा करें।
👉 सरकार को वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए जवाबदेह बनाया जाए।
👉 वरिष्ठ नागरिकों की गरिमा और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयास करें।
🇳🇪 जय भारत, वन्देमातरम🇳🇪
अधिक ब्लॉग्स के लिए कृपया www.saveindia108.in पर जाएं। हमारे व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें: https://chat.whatsapp.com/HxGZvlycYPlFvBO17O3eGW