भारत हजारों वर्षों से सनातन संस्कृति और हिंदू सभ्यता का गढ़ रहा है। असंख्य आक्रमणों, विदेशी षड्यंत्र, लूट और शासन परिवर्तनों के बावजूद यह सभ्यता मिटाई नहीं जा सकी। इसकी परंपराएँ, जीवनशैली और सामाजिक ढांचा इतने मजबूत रहे कि सबकुछ सहकर भी यह सभ्यता टिकी रही।
- लेकिन आज ख़तरा कहीं ज़्यादा बड़ा है।
👉 दुश्मन केवल बाहर से नहीं हैं, बल्कि भीतर के षड्यंत्र और विदेशी ताक़तों की चालों ने हिंदू समाज को जकड़ लिया है।
👉 सबसे दुखद यह है कि हिंदू समाज खुद इन जालों का शिकार होकर उन्हीं ताक़तों का समर्थन कर देता है जो सनातन धर्म को मिटाने में लगी हैं।
🎭 जीन ड्रेज़ और कांग्रेस का अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र
जातिगत जनगणना, क्षेत्रीय विभाजन और समाज को टुकड़ों में बाँटने का एजेंडा कोई स्वाभाविक मांग नहीं है—यह एक विदेशी साज़िश है जिसे कांग्रेस और उसकी इकोसिस्टम अमल में ला रहे हैं।
इसके केंद्र में है जीन ड्रेज़, एक बेल्जियम नागरिक।
- कांग्रेस शासन के दौरान इसने कांग्रेस समर्थित कार्यकर्ता बेला भाटिया से शादी की और भारतीय नागरिकता ले ली।
- आज यह राहुल गांधी का मुख्य सलाहकार है और जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन का एशिया हेड भी है।
- यही व्यक्ति राहुल गांधी को यह प्रोजेक्ट दे गया कि:
“जब तक हिंदू एकजुट रहेंगे, कांग्रेस कभी सत्ता में नहीं आ सकती। सत्ता चाहिए तो हिंदुओं को जातियों और उपजातियों में तोड़ो, उनके बीच नफ़रत पैदा करो।”
👉 यह वही पुरानी ब्रिटिश डिवाइड एंड रूल नीति का नया रूप है। पहले अंग्रेज़ों ने जाति और समुदायों के नाम पर हिंदुओं को बाँटकर राज किया।
- आज कांग्रेस और विदेशी सलाहकार वही काम सत्ता पाने और भारत को अस्थिर करने के लिए कर रहे हैं।
⚠️ समानांतर खतरा – इस्लामिक जिहाद और ईसाई धर्मांतरण
जहाँ कांग्रेस और विदेशी NGOs हिंदुओं को राजनीतिक रूप से बाँट रहे हैं, वहीं दो और ताक़तें समाज को अंदर से खोखला कर रही हैं:
1. इस्लामिक जिहाद
लव जिहाद, भूमि जिहाद, जनसंख्या जिहाद और आतंक जिहाद के ज़रिए विस्तारवाद।
- लक्ष्य: जनसांख्यिकीय बढ़त हासिल करके हिंदू समाज को अल्पसंख्यक बना देना।
- कश्मीर, मलाबार, बंगाल और अंततः 1947 के पाकिस्तान का इतिहास इसका प्रमाण है।
- आज मुस्लिम-बहुल क्षेत्रों में यह खुलेआम हो रहा है और तेजी से पूरे भारत में फैल रहा है।
2. ईसाई धर्मांतरण
- मिशनरियाँ, जिन्हें पश्चिमी चर्च और NGOs से अरबों रुपये मिलते हैं, गरीब और असहाय हिंदुओं को धर्मांतरण में फँसाती हैं।
- स्थानीय संस्कृति और परंपरा मिटाई जाती है, लोगों को सनातन धर्म से काटकर “सेक्युलर वोट बैंक” बनाया जाता है।
- छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तर-पूर्व के आदिवासी क्षेत्रों में इसका सबसे खतरनाक असर देखा जा रहा है।
👉 दोनों मिलकर वही कर रहे हैं जो अंग्रेज़ों ने किया था—हिंदुओं को बाँटो, कमजोर करो और राज करो।
📌 हिंदू समाज की सबसे बड़ी त्रासदी
- इतिहास का सबसे बड़ा सबक यही है: जब बाहरी दुश्मन असफल हुए, तब हिंदुओं ने खुद आपसी विभाजन से खुद को नष्ट कर दिया।
- हिंदू समाज बहुत आसानी से झूठे नैरेटिव से गुमराह हो जाता है।
- कई बार वही ताक़तें समर्थन पाती हैं जो सनातन धर्म को मिटाने में लगी हैं।
- यही हाल 1947 मैं हुआ, जब आपसी बंटवारे ने विभाजन, नरसंहार और करोड़ों लोगों के विस्थापन की त्रासदी दी।
अगर फिर से हम लोग जूठे प्रचार का शिकार बने और विभाजित रहे, इतिहास अपने आपको दोहराएगा क्योंकि हमने इतिहास से सबक नहीं लिया।
📌 2024 का लोकसभा चुनाव – महंगी भूल
- 2014 और 2019 में भारत ने स्पष्ट बहुमत देकर मोदी और भाजपा को सत्ता दी।
👉 इससे भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और वैश्विक शक्ति बना।
- लेकिन 2024 में झूठे प्रोपेगैंडा, विपक्षी दलों के भ्रम और विदेशी ताक़तों के प्रभाव में आकर कई हिंदू गुमराह हो गए।
> नतीजा: राष्ट्रवादी, प्रोसनातन सरकार को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला।
> मोदी सरकार को क्षेत्रीय दलों पर निर्भर होना पड़ा, जिससे विकास की गति प्रभावित हुई।
👉 यह फिर वही हुआ—हिंदुओं ने खुद अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारी।
आज फिर वही चालें चल रही हैं:
- मतदाता सूची में धोखाधड़ी के झूठे आरोप
- सरकार की अस्थिरता की अफवाहें
- बेरोजगारी और महँगाई को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना
- जातिगत जनगणना और क्षेत्रीय विभाजन
मकसद साफ है: मोदी सरकार को कमजोर करो और हिंदुओं को फिर बाँट दो।
🚨 विदेशी षड्यंत्र + विपक्षी राजनीति + जिहाद + धर्मांतरण = हिंदुओं पर खतरा
सभी ताक़तें एक ही जाल के धागे हैं:
- जातिगत जनगणना → हिंदुओं को जाति-खानों में बाँटना।
- भाषायी राजनीति → उत्तर बनाम दक्षिण, हिंदी बनाम गैर-हिंदी का विभाजन।
- इस्लामिक जिहाद → लव जिहाद, भूमि जिहाद, आतंक जिहाद और जनसंख्या युद्ध।
- ईसाई धर्मांतरण → आदिवासी और गरीब हिंदुओं को तोड़कर धर्मांतरण करना।
- फेक नैरेटिव → सोशल मीडिया और मीडिया के ज़रिए मोदी और हिंदुत्व के खिलाफ प्रोपेगैंडा।
👉 यह है Divide & Rule 2.0—ब्रिटिश नीति का नया रूप, विदेशी षड्यंत्र के साथ।
🛡️ हिंदुओं को अब जागना होगा
हमें याद रखना होगा:
- जब कांग्रेस और विपक्ष मजबूत होते हैं, तो हिंदू कमजोर होते हैं।
- जब हिंदू बंट जाते हैं, तो सनातन धर्म पर हमला होता है।
- जब मोदी और राष्ट्रवादी नेतृत्व को पूरा समर्थन नहीं मिलता, तो विदेशी ताक़तें मजबूत होती हैं।
👉 अब और 1947 नहीं दोहराया जा सकता।
👉 अब झूठे नैरेटिव में फँसना आत्मघात है।
👉 कांग्रेस और उसके विदेशी आका को जड़ से उखाड़ना होगा।
हमें यह बात स्पष्ट रूप से समझना होगा
👉 एक ही विकल्प है – भाजपा।
👉 एक ही ध्येय है – हिंदुओं, सनातन धर्म और भारत की रक्षा।
हिंदू समाज आज एक ऐतिहासिक मोड़ पर खड़ा है।
- या तो हम इतिहास से सीखकर एकजुट हों, या वही गलतियाँ दोहराकर खुद को मिटा दें।
अगर आज भी नहीं जागे, तो आने वाली पीढ़ियाँ हमें याद करेंगी
- “बहुसंख्यक होकर भी मूर्खता और बंटवारे से खुद को नष्ट कर लेने वाला समुदाय, जो अल्पसंख्यकों की साज़िश का शिकार हो गया।“
अब समय है जागने का, संगठित होने का और पूरी ताक़त से सनातन धर्म, हिंदू राष्ट्र और भारत माता की रक्षा करने का।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮
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