एक पुरानी कहावत है: “अच्छी शुरुआत आधी जीत होती है।” यह कहावत आज के भारत के राजनीतिक और सांस्कृतिक परिदृश्य पर सटीक बैठती है। हमारे सम्माननीय नेताओं—मोदीजी, योगीजी और भागवतजी—का एक साथ मंच पर आकर एक साझा मिशन के लिए हाथ मिलाने का दृढ़ संकल्प देश के लिए एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत को दर्शाता है। यह क्षण केवल प्रतीकात्मक नहीं था; यह उनके साझा दृष्टिकोण की एक मजबूत घोषणा थी, जिसका उद्देश्य भारत को एक गर्वित हिंदू राष्ट्र बनाना है, जो अपनी प्राचीन मान्यताओं, परंपराओं और धरोहरों में निहित है।
इन तीनों नेताओं का एक साथ आना और इस महान उद्देश्य के लिए अपने प्रयासों को एकजुट करने का संकल्प लेना एक नए युग का संकेत है। यह दिखाता है कि नेतृत्व एक केंद्रित मिशन के साथ एकजुट हो गया है: भारत को मजबूत करना, हिंदू धर्म की रक्षा करना, और एक सांस्कृतिक पुनरुत्थान लाना जो हमारी प्राचीन सभ्यता की महानता को फिर से गूँजाए। लेकिन यह “अच्छी शुरुआत” केवल पहला कदम है—अभी बहुत कुछ करना बाकी है। अब, जिम्मेदारी हमारे ऊपर, भारत की जनता पर आ गई है।
इस आंदोलन का भविष्य हम पर निर्भर करता है—हम, जो आम नागरिक हैं, जो अपने देश से प्रेम करते हैं और इसकी समृद्ध धरोहर की सराहना करते हैं। अब हमारा काम यह है कि हम भी उन्हीं की तरह एकजुट हों और अपना अटूट समर्थन दें। यह एक सामूहिक कार्य का क्षण है। मोदीजी, योगीजी, और भागवतजी तभी अपने मिशन में सफल हो सकते हैं, जब हम, लोग, एकजुट होकर उनके साथ खड़े हों और अपनी पूरी शक्ति से उनका समर्थन करें।
हमारी ताकत हमारे वोटों में है। आने वाले चुनावों में हमें जाति, समुदाय और क्षेत्रीय हितों से ऊपर उठकर एकजुट होकर खड़ा होना होगा। अगर हम ऐसा नहीं करते हैं, तो वे ताकतें, जो इस दृष्टिकोण का विरोध कर रही हैं—जो हमारी संस्कृति, हमारे धर्म और इस राष्ट्र के मूल को कमजोर करने का काम कर रही हैं—आगे बढ़ जाएंगी। केवल हमारे सामूहिक संकल्प के माध्यम से, यह सुनिश्चित करते हुए कि सही नेता सत्ता में बने रहें, हम अपने देश के भविष्य को एक हिंदू मूल्य-आधारित और वैश्विक शक्ति के रूप में सुरक्षित कर सकते हैं।
अब कार्य करने का समय है, बिना किसी हिचकिचाहट के, पूरे समर्पण के साथ। हर चुनाव, हर वोट वह अवसर है जिससे मोदीजी, योगीजी और भागवतजी द्वारा शुरू किए गए मिशन को आगे बढ़ाया जा सकता है। यह हमारा अवसर है कि हम अपने देश की नियति को आकार दें और भारत को एक सच्चे हिंदू राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के सपने को साकार करें—मजबूत, एकजुट और अपनी जड़ों पर गर्व करने वाला।
आइए, हम हर संभव तरीके से उनका समर्थन करने का संकल्प लें। हमारी एकता और उनके नेतृत्व के साथ, मिशन केवल सफल ही नहीं होगा, बल्कि वह फलेगा-फूलेगा। भारत का भविष्य हमारे हाथों में है। आइए इस सुनहरे अवसर को खोने न दें। एकजुट होकर हम भारत को वह हिंदू राष्ट्र बना सकते हैं, जो वह हमेशा से होना चाहिए था