आज भारत के सामने जो चुनौतियां खड़ी हैं, उनमें सबसे गंभीर वो हैं जो देश को भीतर से कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। घुसपैठ, जनसंख्या का असंतुलन और वोट बैंक की राजनीति मिलकर ऐसा माहौल बना रहे हैं, जो देश की एकता के लिए खतरा बनता जा रहा है। बहुत से लोग इसे भारत पर अंदरूनी आघात का षड्यंत्र मानते हैं, जिसमें हर छोटी-बड़ी चाल का मकसद देश को धीमे-धीमे कमजोर करना है।
भारत पर अंदरूनी आघात का षड्यंत्र
क्या आप जानते हैं?
- भारत में पिछले कुछ दशकों से एक सुनियोजित षड्यंत्र चल रहा है — मुस्लिम घुसपैठियों और अवैध नागरिकों को योजनाबद्ध तरीके से बसाने का, ताकि:
- देश की जनसंख्या–संरचना बदली जा सके
- वोट बैंक तैयार हो
- सनातन संस्कृति को कमजोर और हिंदू समाज को विभाजित किया जा सके
🧨 घुसपैठ की असल तस्वीर:
🚨 अनुमानतः 5–7 लाख मुस्लिम महिलाएं जो:
- बांग्लादेशियों या पाकिस्तानियों से निकाह कर चुकी हैं
- बिना किसी नागरिकता दस्तावेज़ के भारत में रह रही हैं
- यहां बच्चे पैदा कर रही हैं, स्कूलों और राशन कार्डों में नाम चढ़ा चुकी हैं
- “निकाह” के नाम पर भारतीय नागरिकता और सरकारी सुविधाएं हड़प रही हैं
इन महिलाओं का उद्देश्य केवल परिवार बसाना नहीं, बल्कि जनसंख्या विस्तार, मुल्ला–मौलवियों के निर्देश पर राजनीतिक और धार्मिक गतिविधियों में भागीदारी है।
🛑 हलाला, बहुविवाह, और पाकिस्तान कनेक्शन:
- हलाला की प्रथा — कई महिलाएं पाकिस्तान जाकर हलाला करवा रही हैं
- ये महिलाएं और उनके परिवार वाले “पाकिस्तान मुर्दाबाद” कभी नहीं बोलते क्योंकि:
- उनका ससुराल या परिवार का आधा हिस्सा पाकिस्तान में रहता है
- उनका वफादारी का केंद्र भारत नहीं, इस्लामी उम्मा है
🧠 बुद्धिजीवी/राजनीतिक वर्ग का षड्यंत्र:
🤝 कौन दे रहा है समर्थन?
विपक्षी पार्टियाँ — जो मुस्लिम वोट बैंक के लिए:
- CAA-NRC का विरोध करती हैं
- अवैध घुसपैठियों को “शरणार्थी” बताकर संरक्षित करती हैं
- पुलिस और सेना को बदनाम करती हैं
गद्दार हिंदू और वामपंथी बुद्धिजीवी:
- जो धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हिंदूफोबिया फैलाते हैं
- मंदिरों को टैक्स के दायरे में रखते हैं, मस्जिदों को संरक्षण देते हैं
अर्बन नक्सल्स, NGOs और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग नेटवर्क:
- जो इन घुसपैठियों के लिए कानूनी मदद, RTI, PIL आदि के जरिए देश के कानूनों को ही देश के खिलाफ इस्तेमाल करते हैं
😡 परिणाम क्या हो रहे हैं?
- अवैध मदरसे, मस्जिदें, और कट्टरपंथी संगठन तेजी से बढ़ रहे हैं
- बांग्लादेशी और रोहिंग्या झुग्गियों में बसते हैं, और कुछ साल में शहरों में घर खरीद लेते हैं
- असली नागरिकों के संसाधनों पर कब्जा, रोजगार में प्रतिस्पर्धा, अपराधों में वृद्धि
- कई क्षेत्रों में हिंदू आबादी 40% से कम हो चुकी है, और कश्मीर जैसे हालात बन रहे हैं
🕉️ सनातन धर्म और राष्ट्र को बचाने के उपाय:
✅ हमें क्या करना चाहिए?
- CAA और NRC का सख्त समर्थन करें — ताकि घुसपैठिए चिन्हित हों और बाहर जाएं
- जनसंख्या नियंत्रण कानून की माँग करें
- मोहल्लों में स्थानीय स्तर पर सतर्कता टीमें बनाएं — हर घुसपैठिए की जानकारी रखें
- धर्मगुरुओं और मंदिर समितियों को जागरूक करें — केवल कर्मकांड नहीं, राष्ट्र रक्षा का उपदेश दें
- राष्ट्रवादी संगठनों को एक मंच पर लाएं — हिंदू एकता ही अंतिम समाधान है
- IT सेल, सोशल मीडिया, डिजिटल वार — हर स्तर पर विरोधी षड्यंत्रों का भंडाफोड़ करें
- राजनीतिक दबाव बनाएं — ताकि सत्ताधारी दल साहसपूर्वक राष्ट्रहित में निर्णय ले सके
“सनातनियों! जागो, एक होओ, और संगठित संघर्ष करो।
वरना भारत तुम्हारे हाथ से निकल जाएगा,
और तुम्हारी अगली पीढ़ी मंदिरों की जगह मस्जिदें गिनती रहेगी।“
🏹 हमारा धर्म हमें केवल पूजा नहीं, पराक्रम, सेवा और आत्मरक्षा भी सिखाता है। यही सच्चा सनातन धर्म है। 🕉️
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
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