आज का हिन्दू समाज अपने ही अस्तित्व के संकट से जूझ रहा है। जहाँ एक ओर बाहरी आक्रमणों और सांस्कृतिक हमलों ने इसकी नींव को हिला दिया है, वहीं दूसरी ओर अंदरूनी विघटन, जातिवाद, और धार्मिक उदासीनता ने इसे और अधिक कमजोर बना दिया है।
अब चाहिए एक सांस्कृतिक जागरण और सुरक्षा क्रांति!
“जब शेरों की दहाड़ थम जाती है, तो गीदड़ जंगल के राजा बन जाते हैं।“
100 साल पहले, यू.एन. मुखर्जी ने चेतावनी दी थी:
“हिन्दू एक समाप्त होती हुई जाति है।“
आज यह केवल एक भविष्यवाणी नहीं, बल्कि कटु सच्चाई बनती जा रही है।
- कई जिलों में हिन्दू पहले ही अल्पसंख्यक बन चुके हैं।
- कई क्षेत्रों में मंदिर वीरान पड़े हैं, जबकि विदेशी झंडे लहरा रहे हैं।
- राजनीति, समाज, मीडिया और न्यायालयों में हिन्दुओं की आवाज़ कमज़ोर होती जा रही है।
फिर भी — आज का हिन्दू फालतू सोशल मीडिया बहसों, निरर्थक जातिवाद, और क्षेत्रीय अभिमान में उलझा हुआ है। अगर हम अब भी नहीं जागे, तो आने वाले समय में न मंदिर बचेंगे, न संस्कृति, और न ही भारत माँ।
🚩 अब नहीं रुकेंगे – अब समय है सुरक्षा क्रांति का!
❝ जब व्यवस्था असहाय हो जाए और समाज बिखर जाए — तभी जागरूक, संगठित और साहसी नागरिक परिवर्तन ला सकते हैं। ❞
हमें समझना होगा —
मुर्शिदाबाद, कश्मीर, बांग्लादेश, संदेहखाली — ये सिर्फ घटनाएँ नहीं हैं।
ये चेतावनियाँ हैं।
- आज जो दूसरों के साथ हो रहा है,
- कल आपके घर पर भी दस्तक दे सकता है —
अगर आज नहीं जगे, एकत्रित नहीं हुए, और तैयारी नहीं की।
- अब केवल दुख जताने या सहानुभूति दिखाने का समय नहीं है।
अब प्रतिज्ञा करने, संगठन बनाने और सुरक्षा क्रांति की शुरुआत करने का समय है।
⚠️ कब तक डर-डर कर जिएंगे हिन्दू?
- हर बार जब कोई हिन्दू बेटी उठाई जाती है, हम एक पोस्ट डालते हैं — और भूल जाते हैं।
- हर बार जब कोई मंदिर अपवित्र होता है, हम “शेम” लिखते हैं — और आगे बढ़ जाते हैं।
- हर बार जब हिन्दू परिवारों पर हमला होता है, हम मोमबत्तियाँ जलाते हैं — और सो जाते हैं।
यह चुप्पी हमारी अपनी हत्या है।
- अगर हम अब भी चुप रहे,
- अगर हम अब भी बँटे रहे,
- अगर हम अब भी कायर बने रहे,
तो जल्द ही हम अपने ही देश में गुलाम बन जाएंगे — जैसे एक समय में बन चुके थे।
💡 समस्या सबको दिख रही है — समाधान कौन देगा?
- राजनीतिक दल वोटबैंक की राजनीति में फंसे हैं।
- सामाजिक संगठन केवल खोखले बयान दे रहे हैं।
- सरकारी तंत्र भी कई बार मूक, पक्षपाती या निष्क्रिय नजर आता है।
तो अब जिम्मेदारी किसकी है?
आपकी और मेरी।
अब कोई देवदूत नहीं आएगा।
हमें खुद अपने अस्तित्व की रक्षा करनी होगी।
🛡️ “सुरक्षा क्रांति” – आत्मरक्षा, संगठन और शक्ति का आंदोलन
हमारा उद्देश्य हिंसा नहीं,
बल्कि जीवन रक्षा, आत्म–सम्मान और भविष्य की पीढ़ियों की सुरक्षा है।
- हमारे स्पष्ट लक्ष्य हैं:
- व्यापक जन-जागरण
- आत्मरक्षा प्रशिक्षण
- जमीनी सुरक्षा ढांचा
- आर्थिक और सामाजिक बहिष्कार
- सम्पूर्ण हिन्दू एकता — जाति, भाषा, क्षेत्र से ऊपर उठकर
✊ सुरक्षा क्रांति कैसे चलाएं?
1️⃣ आत्मरक्षा प्रशिक्षण:
हर हिन्दू युवक, युवती, महिला और बुजुर्ग को मूलभूत आत्मरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया का प्रशिक्षण लेना चाहिए।
अब कोई हिन्दू असहाय नहीं रहेगा!
2️⃣ स्थानीय सुरक्षा दल:
हर मोहल्ले, गाँव और बस्ती में 10-15 लोगों की सुरक्षा टीम बनाइए, जो चौकसी रखे, सतर्क करे और जरूरत पर रक्षा करे।
3️⃣ डिजिटल सतर्कता नेटवर्क:
व्हाट्सएप, टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर चेतावनी समूह बनाइए, जिससे तुरंत जानकारी साझा हो और तेजी से प्रतिक्रिया हो सके।
4️⃣ सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार:
उन सभी का पूर्ण बहिष्कार करें जो:
राष्ट्र–विरोधी गतिविधियों में संलग्न हैं
आतंकवाद या हिन्दू–विरोधी मानसिकता का समर्थन करते हैं
यह अहिंसक लेकिन अत्यंत प्रभावी हथियार है।
5️⃣ वैचारिक एकता:
जाति, भाषा, क्षेत्रीयता को छोड़कर सिर्फ एक पहचान को अपनाइए —
“मैं सनातनी हूँ, हिन्दू हूँ, भारतवासी हूँ।“
“एक भारत – एक धर्म – एक मिशन“ को जीवन का मंत्र बनाइए।
🏡 हर घर किला बने — हर हिन्दू रक्षक बने!
चाहे आप:
- विद्यार्थी हों या शिक्षक
- किसान हों या व्यापारी
- गृहिणी हों या प्रोफेशनल
- युवा हों या वृद्ध
हर किसी को अब संकल्प लेना होगा:
“मैं अपनी रक्षा करूंगा। मैं अपने धर्म की रक्षा करूंगा। मैं अपने देश की रक्षा करूंगा।“
🎯 व्यापक मिशन — अंतिम लक्ष्य: हिन्दू राष्ट्र और विश्वगुरु भारत
अगर हम हिन्दू आज:
- जाति, भाषा, संप्रदाय से ऊपर उठ जाएँ,
- आपसी फूट और आलस्य छोड़ दें,
- जमीनी स्तर पर संगठित काम करें —
तो हम उन सारी राष्ट्र-विरोधी शक्तियों को धूल चटा सकते हैं।
और बहुत जल्द “हिन्दू राष्ट्र” का स्वप्न साकार कर सकते हैं।
🚫 आर्थिक बहिष्कार अब अनिवार्य है
- जो भी मुस्लिम चरमपंथियों, आतंकवादियों या हिन्दू विरोधी ताकतों का समर्थन करे — उसका आर्थिक बहिष्कार करें।
- हिन्दुओं का समर्थन करें, हिन्दुओं से खरीददारी करें।
- केवल उन्हीं को वोट दें जो सनातन धर्म और भारत की एकता की रक्षा करें।
🗳️ राजनीतिक सफाई भी अत्यावश्यक है
- कांग्रेस, वामपंथी, आप, तृणमूल, डीएमके, सपा, राजद जैसे राष्ट्रविरोधी दलों को हर स्तर पर पराजित करें।
- हर पंचायत, नगर निकाय, विधानसभा, संसद में राष्ट्रवादी सरकार सुनिश्चित करें।
- मोदी, योगी, डोभाल, शाह जैसे नेतृत्व को मज़बूत करें — जो अकेले भारत और सनातन धर्म को बचा सकते हैं।
⚔️ एक अवसर — अस्तित्व की अंतिम लड़ाई
- अगर इस बार भी चूक गए,
- अगर फिर से बँट गए,
- तो भारत भी अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश या लेबनान जैसा बर्बाद हो जाएगा।
- फिर पछताने से कुछ नहीं बचेगा।
🚩 एक मंत्र – एक मिशन – एक संकल्प:
“इस बार — हिन्दू सरकार,
हर बार — हिन्दू सरकार,
जब तक — हिन्दू राष्ट्र साकार नहीं होता!”
🚩 सुरक्षा क्रांति अभियान — जुड़ें, सक्रिय हों, धर्म की रक्षा करें!
जय श्री राम | जय हिन्दू राष्ट्र | वंदे मातरम्!
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