क्या आपने कभी गंभीरता से सोचा है कि विभाजन के समय 1947 में लालकृष्ण आडवाणी, इन्द्र कुमार गुजराल, लाल अमरनाथ, मनमोहन सिंह, राम जेठमलानी जैसे महान व्यक्तित्वों को अपना सब कुछ—घर, जमीन, खेत-खलिहान, व्यवसाय, स्मृतियाँ—छोड़कर पाकिस्तान से पलायन क्यों करना पड़ा?
इसका मूल कारण केवल राजनीतिक नहीं था, यह था — इस्लामिक कट्टरपंथ की वह रक्तरंजित विचारधारा, जिसका एकमात्र उद्देश्य है दुनिया को एक इस्लामी खिलाफत में बदलना, जहाँ शरीयत कानून हो और इस्लाम के सिवा अन्य सभी धर्मों के अनुयायियों का या तो धर्मांतरण किया जाए या फिर उन्हें खत्म कर दिया जाए। यही कारण था कि विभाजन के समय दुनिया का सबसे बर्बर, अमानवीय, और भीषण नरसंहार हुआ, जिसमें लाखों निर्दोष हिंदू और सिखों की हत्या की गई।
🚨 क्या आज स्थिति सुधरी है? नहीं! बल्कि और भी खतरनाक हो गई है।
आज भारत को बाहर से कम, भीतर के गद्दारों से ज़्यादा खतरा है—जासूस, आतंकवादी, घुसपैठिए, कट्टरपंथी संगठन और वो मुसलमान जो भारत में रहते हुए भारत विरोधी एजेंडा चला रहे हैं। इससे भी भयावह स्थिति यह है कि आज देश के भीतर एक एंटी–हिन्दू और एंटी–भारत तंत्र सक्रिय हो चुका है। जिसमें शामिल हैं:
- विपक्षी पार्टियाँ (सत्ता और वोटबैंक की भूखी)
- वामपंथी विचारधारा
- सेक्युलर और लिबरल गिरोह
- टुकड़े-टुकड़े गैंग के वकील
- विदेशी फंडेड NGOs
ये सभी खुलकर आतंकवादियों, जिहादियों, घुसपैठियों और धर्मांतरण एजेंडा चलाने वालों का बचाव कर रहे हैं, न्याय व्यवस्था को कमजोर कर रहे हैं, और भारत के बहुसंख्यक हिंदू समाज को लगातार बदनाम कर रहे हैं।
🔥 जिहाद के नए रूप – चुपचाप चलती साजिशें
भारत में अब जिहाद केवल तलवार या बम से नहीं हो रहा। ये अब लव जिहाद, लैंड जिहाद, फूड जिहाद, बिजनेस जिहाद, और शिक्षा जिहाद जैसे रूप ले चुका है।
इनका प्रभाव केरल, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, असम, और मुस्लिम बहुल इलाकों में साफ दिखाई दे रहा है जहाँ हिंदुओं का जीना मुश्किल होता जा रहा है। कई जिलों में तो हिंदू पलायन एक गंभीर सत्य बन चुका है।
🛑 क्या यह हमारी विडंबना नहीं है कि हिंदू बहुल देश में आज हिंदू ही सबसे असुरक्षित है?
हमें यह समझना होगा कि अगर आज हम नहीं जागे, तो हमारी आने वाली पीढ़ियाँ एक इस्लामिक गुलामी में जिएंगी — जैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिन्दुओं की स्थिति है।
आज मोदी सरकार ने 10 वर्षों में जो किया है—राम मंदिर निर्माण, धारा 370 हटाना, CAA लागू करना, सर्जिकल स्ट्राइक, आतंकवाद पर प्रहार, घुसपैठियों पर रोक—वो सब केवल शुरुआत है। लेकिन दुख की बात यह है कि हम हिंदुओं ने उन्हें पूर्ण समर्थन नहीं दिया। अगर 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत नहीं होता तो आज भारत भी एक दूसरा पाकिस्तान बन चुका होता।
💥 अब क्या करना होगा?
- मोदी सरकार का हर स्तर पर खुलकर समर्थन करें — सोशल मीडिया, जनसभाओं, घर-घर प्रचार में।
- 2029 के लोकसभा चुनावों में भाजपा/एनडीए को पूर्ण बहुमत दिलाएँ।
- देशद्रोही पार्टियों को जड़ से उखाड़ फेंकें।
- हर हिंदू को अपने धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए जागरूक, सक्रिय और संगठित करना होगा।
- हर हिन्दू, चाहे वो किसी जाति, भाषा, वर्ग का हो, अब एक सनातनी योद्धा बनकर खड़ा हो।
- संन्यासियों, अखाड़ों, धर्मगुरुओं और हिन्दू संगठनों को भी एकजुट होकर कार्य करना होगा — अब बहुत हुआ!
🙏 क्या हम फिर से लालकृष्ण आडवाणी जैसे हालात देखना चाहेंगे?
अगर हम आज भी चुप रहे, अगर हमने केवल अपने घर, व्यवसाय और मनोरंजन को ही जीवन का उद्देश्य माना, तो वह दिन दूर नहीं जब हमें भी अपना घर-बार छोड़कर भागना पड़ेगा — ठीक वैसे ही जैसे लालकृष्ण आडवाणी को 1947 में करना पड़ा था। क्या हमारी वर्षों की मेहनत, हमारे बच्चों का भविष्य ऐसे अंधकार में डूब जाए? क्या हम शिवाजी, महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मीबाई की विरासत को ऐसे ही मिटने देंगे?
अब नहीं। अब समय आ गया है कि हम जागें, लड़े और सनातन धर्म और भारतवर्ष की रक्षा करें।
🇮🇳जय भारत, वन्देमातरम 🇮🇳
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