पिछले दस वर्षों में भारत ने एक अभूतपूर्व परिवर्तन का अनुभव किया है, जिसमें आधारभूत संरचना, उद्योग, शिक्षा और सामाजिक विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल हुई हैं। ये मील के पत्थर देश में हुए गतिशील परिवर्तनों को दर्शाते हैं, जो सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों के लिए अवसर उत्पन्न कर रहे हैं और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना रहे हैं। इस कथा का उद्देश्य इन परिवर्तनों को रेखांकित करना है और विपक्ष द्वारा बेरोजगारी पर किए जा रहे दावों पर सवाल उठाना है।
औद्योगिक विकास: एक नए भारत का निर्माण
मोबाइल निर्माण का केंद्र
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माण करने वाला देश बन गया है। इस क्षेत्र ने न केवल आयात को कम किया है बल्कि असेंबली, डिज़ाइन, सॉफ़्टवेयर और डिस्ट्रीब्यूशन में लाखों नौकरियां भी उत्पन्न की हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में उछाल
इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात $22.7 बिलियन से अधिक हो गया है, जिससे भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। इस क्षेत्र में विकास ने प्रौद्योगिकी विकास, उत्पादन और लॉजिस्टिक्स में रोजगार के अवसर पैदा किए हैं।
रक्षा निर्यात
भारत सबसे बड़े हथियार आयातकों में से एक से रक्षा उपकरणों का उभरता हुआ निर्यातक बन गया है। इस बदलाव ने घरेलू निर्माण को बढ़ावा दिया है, उच्च कौशल वाले रोजगार उत्पन्न किए हैं और राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता को सुदृढ़ किया है।
स्टार्टअप क्रांति
पिछले दशक में भारत में 1,10,000 से अधिक स्टार्टअप्स का उदय हुआ है, जिनमें कई यूनिकॉर्न भी शामिल हैं। इन स्टार्टअप्स ने नवाचार को प्रोत्साहित किया है और आईटी, ई-कॉमर्स और स्वास्थ्य सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लाखों नौकरियां सृजित की हैं।
आधारभूत संरचना विकास: भारत को जोड़ना
हाईवे विस्तार
55,000 किलोमीटर से अधिक हाईवे के निर्माण ने कनेक्टिविटी को बदल दिया है, जिससे व्यापार, पर्यटन और दैनिक यात्रियों को लाभ हुआ है। इसने निर्माण, इंजीनियरिंग और संबंधित उद्योगों में लाखों लोगों को रोजगार प्रदान किया है।
रेलवे का विद्युतीकरण
60,000 किलोमीटर रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण ने देश के रेल नेटवर्क को आधुनिक बनाया है, जिससे दक्षता बढ़ी है और बुनियादी ढांचा, प्रौद्योगिकी और रखरखाव में रोजगार सृजित हुए हैं।
मेट्रो नेटवर्क का विस्तार
मेट्रो सेवाओं का 895 किलोमीटर तक विस्तार केवल शहरी परिवहन को आसान बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि निर्माण, संचालन और सार्वजनिक सेवाओं में रोजगार भी उत्पन्न किया है।
एयरपोर्ट और विमानन
10 वर्षों में 75 नए एयरपोर्ट उद्घाटित किए गए हैं, जिन्होंने देश के दूरदराज के क्षेत्रों को जोड़ा है। 1,000 से अधिक नए विमानों का ऑर्डर देकर विमानन कंपनियों ने एविएशन, ग्राउंड सर्विस और एयरपोर्ट प्रबंधन में रोजगार बढ़ाया है।
चार धाम कनेक्टिविटी
सड़क, रेल और हवाई मार्ग से चार धाम तीर्थ यात्रा मार्गों को जोड़ने वाली परियोजनाओं ने पर्यटन को बढ़ावा दिया है और आतिथ्य, परिवहन और खुदरा क्षेत्र में हजारों लोगों को आजीविका प्रदान की है।
कृषि और ग्रामीण सशक्तिकरण
किसानों के लिए सोलर पंप
5.3 लाख से अधिक किसानों को सोलर पंप मिले हैं, जिससे सिंचाई में सुधार हुआ है और अक्षय ऊर्जा व कृषि सहायता सेवाओं में रोजगार सृजित हुए हैं।
सबसे बड़ा चीनी उत्पादक
भारत दुनिया का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक बन गया है, जिसने कृषि प्रसंस्करण उद्योग में लाखों किसानों और श्रमिकों के लिए आजीविका को बनाए रखा है।
गरीबी उन्मूलन
भारत ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सफलता प्राप्त की है। यह समावेशी नीतियों, वित्तीय सहायता और ग्रामीण विकास योजनाओं के माध्यम से हासिल की गई एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
सामाजिक और शैक्षिक विकास
नल से जल योजना
10 करोड़ से अधिक घरों को नल से पीने का पानी उपलब्ध कराया गया है। इस पहल ने निर्माण, प्लंबिंग और जल संसाधन प्रबंधन में रोजगार सृजित करने के साथ ग्रामीण स्वास्थ्य में सुधार किया है।
स्वास्थ्य क्रांति
706 मेडिकल कॉलेजों और 22 नए एम्स की स्थापना ने मेडिकल सीटों को 1 लाख से अधिक कर दिया है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में सुधार हुआ है और मेडिकल शिक्षा व अस्पताल प्रबंधन में रोजगार के अवसर बढ़े हैं।
विश्वविद्यालयों का विस्तार
विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़कर 1,168 हो गई है, जिससे शैक्षिक अवसर और शैक्षणिक व प्रशासनिक भूमिकाओं में रोजगार बढ़ा है।
ऊर्जा और स्थिरता
नवीकरणीय ऊर्जा में नेतृत्व
भारत की कुल ऊर्जा क्षमता 429 गीगावाट तक पहुंच गई है, जिसमें 181 गीगावाट नवीकरणीय स्रोतों से है। इस तीव्र परिवर्तन ने सोलर, विंड और हाइड्रो-एनर्जी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा किए हैं।
आर्थिक नेतृत्व
5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
भारत अब दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। यह मील का पत्थर मजबूत औद्योगिक विकास, आधारभूत संरचना विस्तार और तकनीकी प्रगति के माध्यम से हासिल किया गया है।
विपक्ष के दावों पर सवाल
विपक्ष द्वारा बार-बार किए जाने वाले बेरोजगारी के दावे यह सवाल उठाते हैं: क्या इतने बड़े परिवर्तनात्मक मील के पत्थर बिना रोजगार सृजन के प्राप्त किए जा सकते हैं? हाईवे निर्माण, एयरपोर्ट का विस्तार, स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना और विनिर्माण व निर्यात में अग्रणी बनने जैसे कार्य लाखों भारतीयों की सक्रिय भागीदारी के बिना संभव नहीं हैं।
क्या विपक्ष की परिभाषा में बेरोजगारी का अर्थ राजनीतिक भाई-भतीजावाद की अनुपस्थिति या एक ही राजनीतिक वंश के प्रति वफादारी की कमी है? ऐसी बयानबाजी उन लाखों श्रमिकों, पेशेवरों और उद्यमियों के प्रयासों को नजरअंदाज करती है जो भारत की प्रगति को आगे बढ़ा रहे हैं।
आह्वान
यह कथा पिछले दशक में भारत की अद्भुत यात्रा और सहनशक्ति का प्रमाण है। इन उपलब्धियों को व्यापक रूप से साझा करें ताकि गलत सूचना का मुकाबला किया जा सके और राष्ट्र द्वारा किए गए सामूहिक प्रयासों को उजागर किया जा सके।
भारत एक वैश्विक महाशक्ति बनने के पथ पर है, और हर नागरिक ने इस सफलता में अपना योगदान दिया है। आइए इस प्रगति पर गर्व करें और मिलकर और भी बड़े मील के पत्थर हासिल करने के लिए काम करें।
भारत की प्रगति का सच किसी भी प्रोपेगेंडा से अधिक चमकेगा।
सत्यमेव जयते।
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